रविवार, 13 फ़रवरी 2011

दरकती जमीन पर खड़े हो रहे आफतों के महल


आपदा प्रभावित मंगावली क्षेत्र में लगातार हो रहे निर्माणों से भूस्खलन का खतरा बढ़ा

नवीन जोशी, नैनीताल। राज्य में चाहे आपदा प्रबंधन का जितना शोर हो रहा हो और मुआवजे के रूप में ही करोड़ों रुपये खर्च करने पड़े हों, लेकिन इतना साफ़ हो गया है कि न सरकार और न लोगों ने ही आपदा से जरा भी सबक लिया है। इसकी बानगी है दैवीय आपदा से सर्वाधिक प्रभावित हुआ मंगावली क्षेत्र। यहां एक ओर मकान दरक रहे हैं, वहीं वैध- अवैध निर्माण जारी हैं। पहले से हिली धरती के सीने में गड्ढों के रूप में घाव किए जा रहे हैं। प्रतिदिन टनों निर्माण सामग्री वहां उड़ेली जा रही है। 
मंगावली शेर का डांडा पहाडी पर स्थित नगर से अलग-थलग एवं दुर्गम क्षेत्र है। तीखी चढ़ाई वाले बिड़ला मार्ग से इस ओर वाहन मुश्किल से ही चढ़ पाते हैं। इसके बावजूद यहां इन दिनों बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहे हैं। यह कार्य वैध है अथवा अवैध, तात्कालिक रूप से जिम्मेदार झील विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को भी मालूम नहीं है, लेकिन जिस तरह व्यापक स्तर पर जमीन खोद कर पत्थरों के पहाड़ बनाए जा रहे हैं, उससे तथा अधिकारियों की जानकारी में मामला न होने से साफ हो जाता है कि निर्माण पर सरकारी नियंत्रण नहीं है। पूछने पर झील विकास प्राधिकरण के सचिव एचसी सेमवाल ने कहा कि निर्माणों की जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी। 
शेर का डांडा में हुआ था भूस्खलन 
बीती 18-19 सितंबर २०१० को अतिवृष्टि ने नगर के शेर का डांडा पहाड़ी में जबरदस्त हलचल मचाई थी। इसी पहाड़ी के शिखर पर स्थित बिड़ला विद्या मंदिर परिसर में गिरे बड़े बोल्डर से विद्यालय की डिस्पेंसरी व कर्मचारी आवासों को नुकसान हुआ था। इसके नीचे मंगावली में पालिकाकर्मी साजिद अली के मकान सहित कई घरों में दरारें आई थीं, जो अब भी चौड़ी होती जा रही हैं। इससे नीचे सीएमओ कार्यालय के पास स्वास्थ्य विभाग के आवास पर भी बोल्डर गिरा था तथा पहाड़ी की तलहटी में कैंट क्षेत्र में भी भारी भूस्खलन हुआ था, व भवाली मार्ग अब भी इसी कारण ध्वस्त पड़ी है। ऐसे क्षेत्र में निर्माण सवालों के घेरे में हैं।

14 टिप्‍पणियां:

Dr. Yogendra Pal ने कहा…

अच्छा लिखा है आपने ऐसे ही लिखते रहिये

साथ ही अपने ब्लॉग को "अपना ब्लॉग" में सम्मिलित कीजिये, इससे आपके पाठक से संख्या इजाफा होगा

डॉ. नवीन जोशी ने कहा…

dhanywaad.

Patali-The-Village ने कहा…

ऐसा निर्माण कार्य बंद होना चाहिए जो अवैध रूप से हो रहा है|

डॉ. नवीन जोशी ने कहा…

धन्यवाद Patali-The-Village,

धन्यवाद डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ जी, वेलेंटाइन दिवस की आपको भी ढेरों बधाइयां

हरीश सिंह ने कहा…

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डॉ. नवीन जोशी ने कहा…

धन्यवाद हरीश सिंह जी

Manoj Kumar ने कहा…

bahut hi achhi prastuti.

डॉ. नवीन जोशी ने कहा…

Thank You Manoj ji for your appreciation. Always Welcome.

Mukesh ने कहा…

अच्छी शुरुआत।
शोभनम्।
स्वागत है आपका
आइये हिन्दी
एवं हिन्दी ब्लॉग जगत् को सुशोभित कीजिये
इसे समृद्ध बनाइये।

डॉ. नवीन जोशी ने कहा…

धन्यवाद मुकेश जी उत्साहवर्धन के लिए.

संगीता पुरी ने कहा…

इस सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी चिट्ठा जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

डॉ. नवीन जोशी ने कहा…

धन्यवाद संगीता जी, इस चिट्ठे पर आने व सुन्दर शब्दों के लिए.

Sushil Bakliwal ने कहा…

हिन्दी ब्लाग जगत में आपका स्वागत है, कामना है कि आप इस क्षेत्र में सर्वोच्च बुलन्दियों तक पहुंचें । आप हिन्दी के दूसरे ब्लाग्स भी देखें और अच्छा लगने पर उन्हें फालो भी करें । आप जितने अधिक ब्लाग्स को फालो करेंगे आपके अपने ब्लाग्स पर भी फालोअर्स की संख्या बढती जा सकेगी । प्राथमिक तौर पर मैं आपको मेरे ब्लाग 'नजरिया' की लिंक नीचे दे रहा हूँ आप इसके आलेख "नये ब्लाग लेखकों के लिये उपयोगी सुझाव" का अवलोकन करें और इसे फालो भी करें । आपको निश्चित रुप से अच्छे परिणाम मिलेंगे । शुभकामनाओं सहित...
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डॉ. नवीन जोशी ने कहा…

धन्यवाद सुशील जी, सुन्दर शब्दों और बेहद उपयोगी सुझाओं के लिए.