सोमवार, 10 नवंबर 2014

रेल की पटरी की तरह नैनीताल के डीएम और एसएसपी आए साथ, रहे दूर-दूर, गए साथ-साथ, राज्य में ऐसा पहली बार


१४वें राज्य स्थापना दिवस पर नैनीताल को मिले १४वें डीएम, ११वें एसएसपी
नवीन जोशी, नैनीताल।नैनीताल जनपद को राज्य के १४वें वर्षगांठ की अगली सुबह मिली सूचना ने सबको चौंकाने वाली रही। यह ,खबर थी, जिले के डीएम अक्षत गुप्ता व एसएसपी विम्मी सचदेवा रमन का एक साथ स्थानांतरण। अगली सूचना नैनीताल के नए डीएम के रूप में केएमवीएन के एमडी का कार्यभार संभाल रहे दीपक रावत की राज्य बनने के बाद जिले के १४वें डीएम एवं सेंथिल  अबूदई कृष्ण राज एस की ११वें एसएसपी के रूप में तैनाती हुई है। डीएम के रूप में अक्षत गुप्ता ने जनपद में इसी वर्ष १६ जनवरी से तथा एसएसपी विम्मी सचदेवा रमन ने २२ फरवरी को कार्यभार संभाला था। 
उल्लेखनीय है कि नैनीताल जिले में राज्य बनने के बाद पहली डीएम आराधना शुक्ला वर्ष २००० से ३० जनवरी एक तक, दूसरे उत्पल कुमार सिंह नौ अप्रैल ०२ तक, तीसरे अमित कुमार घोष १७ फरवरी ०४ तक, चौथे आनंद वर्धन २७ अगस्त ०४ तक, पांचवे डा. राकेश कुमार ३० सितंबर ०६ तक, छठी डा. भूपिंदर कौर २२ मई ०७ तक, सातवें आरके सुधांशु आठ मई ०८ तक, आठवें अमित नेगी एक नवंबर ०८ तक, नौवें हरिताश गुलशन १० अगस्त ०९ तक, दसवें शैलेश बगौली २६ सितंबर ११ तक, ११वें निधिमणि त्रिपाठी २२ मई १३ तक, १२वें अरविंद सिंह ह्यांकी १५ जनवरी १४ तक व १३वें अक्षत गुप्ता आज १० नवंबर १४ तक डीएम रहे हैं। वहीं एसएसपी की बात करें तो विरेंद्र कुमार राज्य बनने के दौरान जिले के पहले एसएसपी थे, जो २७ अगस्त ९९ से सात फरवरी ०१ तक रहे। आगे दूसरे एसएसपी जेसी पांडे सात अप्रैल ०३ तक, तीसरे विजय साखरे २२ जून ०५ तक, चौथे आलोक शर्मा २२ जून ०७ तक, पांचवे जीएस मर्तोलिया २१ नवंबर ०८ तक, छठे दीपम सेठ ३१ जुलाई ०९ तक, सातवें मोहन सिंह बंग्याल २८ अगस्त ११ तक, आठवें अनंत राम चौहान २१ अप्रैल १२ तक, नौवें डा. सदानंद दाते २२ फरवरी १४ तक व १०वीं विम्मी सचदेवा रमन आज १० नवंबर तक जिले की एसएसपी रहे हैं।

नैनीताल के डीएम अक्षत गुप्ता और एसएसपी विम्मी सचदेवा रमन करीब-करीब साथ-साथ इसी वर्ष जनवरी-फरवरी माह में नैनीताल आए थे, लेकिन जितने दिन भी यहां रहे, एक-दो मौकों को छोड़कर कभी साथ नहीं दिखाई दिए, और आपस में तालमेल की अक्सर भारी कमी दिखाई दी। यहां तक कि कई बार कुमाऊं आयुक्त एवं अन्य उच्चाधिकारियों की बैठकों में भी दोनों साथ-साथ नहीं दिखाई दिए। मुक्तेश्वर क्षेत्र में एक बालिका से बलात्कार की घटना के मामले में दोनों के बीच के तालमेल की कमी खासी सुर्खियों में भी रही। सत्ता प्रतिष्ठान से छन-छन कर आई खबरों पर यकीन करें तो एसएसपी, डीएम के वरिष्ठ अधिकारी की पत्नी होने के नाते डीएम से स्वयं को 'भाभी" की तरह वरिष्ठता का व्यवहार चाहती थीं, जो कि डीएम को गंवारा नहीं था। रामनगर में हुई युकां नेता के आग लगने से गंभीर होने की घटना में भी दोनों के बीच कभी सार्वजनिक तौर पर संवाद नजर नहीं आया। शायद यहीं से नियति बनी हो कि साथ आने के बाद दूर-दूर रहने वाले डीएम व एसएसपी एक साथ इस तरह गए कि यह प्रदेश के इतिहास में किसी जिले के डीएम व एसएसपी को एक साथ हटाने की पहली घटना के रूप में इतिहास ही बन गया। 

देर शाम हुआ कार्यभार आदान-प्रदान 

नैनीताल। नैनीताल के डीएम एवं एसएसपी दोनों पदों पर सोमवार को देर शाम ही कार्यभारों के आदान-प्रदान की पूरी संभावना है। निवर्तमान एवं नए दोनों डीएम एवं निवर्तमान एसएसपी ने इसकी पुष्टि की। निवर्तमान डीएम व एसएसपी ने जहां आदेश आने के तत्काल बाद ही कार्यभार छोड़ने की तैयारी की, वहीं आदेश की सूचना मिलने पर नए डीएम व एसएसपी देहरादून से मुख्यालय रवाना हो गए। दोनों के द्वारा देर शाम तक कार्यभार ग्रहण कर लिया गया। 

केएमवीएन एमडी के रूप में अनेक उपलब्धियां हासिल की रावत ने

नैनीताल। नैनीताल के सीडीओ एवं बागेश्वर के डीएम जैसे प्रशासनिक पद के बाद एक वाणिज्यिक संस्था केएमवीएन में गत तीन मई को ३४वें एमडी के रूप में कार्यभार ग्रहण करने वाले दीपक रावत के नाम करीब ढाई वर्ष के कार्यकाल में अनेक उपलब्धियां दर्ज हो गई हैं। उनके कार्यकाल में पहली बार सर्वाधिक १०० से अधिक कर्मियों को नियमित किया गया, और कर्मचारियों को एसीपी का लाभ दिया, साथ ही ग्रेच्युटी साढ़े तीन लाख से बढ़ाकर १० लाख रुपए कर दी गई तथा जॉव वर्क व अन्य पदों पर टेम्परेरी तौर पर कार्यरत कर्मियों के मानदेय में भी दो हजार रुपए की वृद्धि की गई। इन बड़े खर्चों के बावजूद अक्टूबर तक ही निगम ४.५ करोड़ रुपए से अधिक के लाभ में रहा है। इस दौरान कैलाश मानसरोवर यात्रा में अब तक के सर्वाधिक ९१० यात्रियों के जाने का रिकार्ड भी बना। पिंडारी व अन्य ग्लेशियरों के मार्गों पर २००७ से लंबित कार्य पूरे करा लिए गए। वर्षों से लंबित वर्ष २००३-०४ व २००४-०५ के ऑडिट कराए गए तथा २००५-०६ का ऑडिट कार्य भी पूरा करा लिया गया है। 

शनिवार, 1 नवंबर 2014

नैनी झील में राष्ट्रीय पाल नौकायन प्रतियोगिता शुरू


नैनीताल (एसएनबी)। शरदोत्सव के बाद प्रदेश के राज्यपाल डा. अजीज कुरैशी ने सरोवरनगरी की एक और टूटी परंपरा को जोड़ दिया है। अंग्रेजी दौर के बाद नैनी झील में राष्ट्रीय स्तर की गवर्नर्स गोल्ड कप सेलिंग रिगाटा (पाल नौकायन प्रतियोगिता)-2014 का आयोजन किया जा रहा है। नैनीताल याट क्लब व नैनीताल बोट हाउस क्लब के संरक्षक राज्यपाल डा. कुरैशी ने शुक्रवार को प्रतियोगिता का औपचारिक उद्घाटन किया। इस दौरान राज्यपाल ने पाल नौकाओं और पाल नौकायन को नैनीताल की पहचान बताते हुए उम्मीद जताई कि इस जलक्रीड़ा के माध्यम से नैनीताल और प्रदेश के पर्यटन और खासकर साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सेलिंग रिगाटा इस शहर को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर और अधिक आकर्षक गंतव्य स्थल के रूप में स्थापित करने में सहायक होगी। उन्होंने इसे नैनीताल शरदोत्सव में जुड़ा एक नया आयाम भी बताया तथा प्रतियोगिता में शामिल हो रही इंचियोन एशियाई खेलों की देश के लिए सबसे युवा कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी वर्षा गौतम, ऐश्वर्या एन को बधाई भी दी। इस अवसर पर राज्यपाल ने गवर्नर्स गोल्ड कप सेलिंग रिगाटा की स्मारिका का भी विमोचन किया। इस अवसर पर नैनीताल याट क्लब के कमोडोर बीर श्रीवास्वत, रिटार्यड वाइस एडमिरल एआर टंडन, सबसे वयोवृद्ध सेलर डीएस मजीठिया, सीता नंदा, डीएम अक्षत गुप्ता, कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. एचएस धामी, नगर पालिकाध्यक्ष श्याम नारायण, सूचना महानिदेशक रविनाथ रमन, एसएसपी विम्मी सचदेवा रमन, एएसपी श्वेता चौबे, अरविंद प्रसाद, मुकुंद प्रसाद, विशाल खन्ना, आरएल नंदा, धनुषबीर सिंह, टी जायसवाल आदि उपस्थित रहे।
एकता दिवस दौड़ को समर्पित की नौका दौड़
नैनीताल। राज्यपाल डा. अजीज कुरैशी ने नैनी झील में आयोजित हुई पाल नौकायन प्रतियोगिता को शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल की 139वीं जयंती पर शुरू हुई एकता दौड़ को समर्पित किया। पत्रकार वार्ता में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने प्रधानमंत्री की देश को साफ रखने की पहल का भी खुले दिल से स्वागत किया। वहीं पत्रकारों द्वारा देश की पहली महिला प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि की बाबत याद दिलाए जाने पर राज्यपाल ने कहा कि हां, यह एक दु:खद दिन भी है। इस दिन खुश नहीं हुआ जा सकता। इस दौरान उन्होंने पिछले वर्ष केदारनाथ घाटी में आई आपदा को याद करते हुए खेलों को मौत के बीच जीवन में उल्लास वापस लाने का उपकरण भी बताया।

नैनीताल तमिलनाडु व नेवी ने जीते मुकाबले
नैनीताल (एसएनबी)। सरोवरनगरी की विश्व प्रसिद्ध नैनी झील में शुक्रवार से शुरू हुई राष्ट्रीय स्तर की गवर्नर्स गोल्ड कप सेलिंग रिगाटा (पाल नौकायन प्रतियोगिता) में मेजबान नैनीताल की एनटीवाईसी यानी नैनीताल याट क्लब, तमिलनाडु की तमिलनाडु सेलिंग एसोसिएशन और भारतीय नौ सेना की टीमों ने एक-एक दौड़ जीतकर एक-एक अंक हासिल कर लिए जबकि भारतीय थल सेना (आर्मी) की टीम पहले दिन मुकाबला नहीं जीत पाई। आगे शनिवार को राउंड रॉबिन आधार के अन्य तीन मुकाबलों से फाइनल में पहुंचने वाली टीमों का निर्धारण होगा। दिन की पहली दौड़ मेजबान एनटीवाईसी के नाम रही। एनटीवाईसी के लिए कैप्टन अरविंद प्रसाद व वीर श्रीवास्तव, मुकुंद प्रसाद व विशाल खन्ना, कवीश नंदा व कवि नंदा व गौरव सनवाल व अनिरुद्ध ढौंडियाल चार नावों पर बतौर स्किपर व क्रू सदस्य खेले और पहली दौड़ में आर्मी को 13- 23 के अंतर से हराया। वहीं तमिलनाडु व नेवी का मुकाबला 22-25 के अंतर से नेवी के पक्ष में रहा, जबकि आखिरी मैच में पूर्व रजत पदक विजेता खिलाड़ी एसएस यादव की अगुआई में खेली तमिलनाडु ने एनटीवाईसी को आखिरी क्षणों में एक नौका के कमतर प्रदर्शन की वजह से हराने में सफलता पाई। प्रतियोगिता का निर्णय इंचियोन एशियाई खेलों में भी अम्पायर रहे कमोडोर एएस पटनकर सहित अंतरराष्ट्रीय अंपायरों रवि संथानम व नीलिमा साह के द्वारा किया गया। थल सेना की टीम पहले ही दिन मुकाबला हारी

रोमांचित हुई देश के लिए सबसे कम उम्र 16 एवं 18 की उम्र में कांस्य पदक दिलाने वाली सेलिंग खिलाड़ी
नैनीताल। गत दिनों आयोजित हुए इंचियोन एशियाई खेलों में देश के लिए सबसे कम उम्र 16 एवं 18 की उम्र में कांस्य पदक दिलाने वाली सेलिंग खिलाड़ी वर्षा गौतम एवं ऐश्वर्या एन ने कहा कि वह सामान्यतया तमिलनाडु के समुद्र तटों पर सेलिंग (पाल नौकायन) करती हैं। नैनीताल में पाल नौकायन खेल के रूप में उनका अनुभव बेहद अच्छा रहा। ऐसी रंग-बिरंगी पाल नौकाएं उन्होंने अब तक कहीं नहीं देखीं। इससे वह काफी प्रभावित हुई हैं। आगे यहां के अनुभवों व इस स्थान एवं यहां की रंग-बिरंगी पाल नौकाओं को देश के सेलिंग मानचित्र में आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवाओं के लिए यहां से सेलिंग सीख कर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में आगे बढ़ने के असीम अवसर उपलब्ध हैं। सेलिंग रिगाटा के अवसर पर एशियन खेलों में कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी वर्षा व ऐश्वर्या।