नैनीताल (एसएनबी)। कुमाऊं मंडल में पर्यटन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला केएमवीएन अब कुमाऊंनी साहित्य व संस्कृति को बढ़ाने का कार्य भी करेगा। निगम के उपाध्यक्ष वरिष्ठ कुमाऊंनी साहित्यकार गोपाल दत्त भट्ट ने कहा कि निगम पहले से ही अपने पर्यटक आवास गृहों में आने वाले देश भर के पर्यटकों को अनेक मौकों पर कुमाऊं के लजीज व्यंजन परोसता रहता है, आगे यहां कुमाऊं के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकारों की कृतियों के जरिए यहां के साहित्य को तथा यहां के परिधान व संस्कृति के अन्य अंगों को सैलानियों के अवलोकन और प्रयोग के लिए रखने पर विचार किया जाएगा।
भट्ट बृहस्पतिवार (23.04.2015) को टीआरएच सूखाताल में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2013 की आपदा के बाद कुछ लोगों ने देश भर में उत्तराखंड के असुरक्षित होने का भ्रम फैलाया है। इधर विपक्ष अब भी यह भ्रम जारी रखने का कार्य कर रहा है, जबकि प्रदेश सरकार लगातार इस भ्रम को तोड़ने का कार्य कर रही है। आगे निगम देश भर में प्रदेश के पर्यटन के लिए सुरक्षित होने का प्रचार-प्रसार करेगा। गढ़वाल की तरह कुमाऊं के नानकमत्ता, पूर्णागिरि, रीठा साहिब, चंपावत, हाट कालिका, जागेश्वर, बागेश्वर, बैजनाथ, कोटभ्रामरी व द्योनाई से होते हुए कैंची आदि धार्मिक स्थलों को जोड़कर धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने, अच्छा कार्य कर रहे नैनीताल, कौसानी व चौकोड़ी के टीआरएच का उच्चीकरण एवं घाटे में चल रहे टीआरएच को उबारने तथा अनछुवे पर्यटक स्थलों को चिह्नित कर वहां कॉटेज बनाकर स्थानीय युवकों को आवंटित करने आदि की योजनाएं उनके दिमाग में हैं, जिन्हें वह क्रियान्वित करने का प्रयास करेंगे।