हूबहू 1947 से मिलता है 2014 का कैलेंडर
नवीन जोशी, नैनीताल। समय चक्र ने हमें एक बार फिर से अतीत के उस दौर में पहुंचा दिया, जब पूरे देश को बस इंतजार था 15 अगस्त का। सब कुछ वही है, तारीख-दिन में कोई अंतर ही नहीं। जी हां, गौर से देखिएगा। नये साल में जो कैलेंडर हमारे सामने आ रहा है वह हूबहू वही है जो आजादी दिलाने वाले वर्ष 1947 में था। आपके पास वर्ष 1947 का वह ऐतिहासिक कलेंडर मौजूद है तो आपको अगले वर्ष के लिए नया कलेंडर लेने की जरूरत नहीं है, और यदि उस ऐतिहासिक वर्ष के तारीखों में दिन खोजने हैं तो 2014 के कैलेंडर में सब कुछ मिल जाएगा। हालांकि यह सामान्य सी बात है, और अनिश्चित अंतराल पर अनेक वर्षो के कैलेंडर समान होते रहते हैं। लेकिन जब बात 1947 के कैलेंडर की हो तो अनेक जिज्ञासा बढ़ना स्वाभाविक है। पुराने लोग इस कलेंडर को आज भी सुरक्षित रखे हुए हैं। खासकर उन्हें बृहस्पतिवार 14 अगस्त की मध्यरात्रि व 15 अगस्त के शुक्रवार का दिन कभी नहीं भूलता, जब देश पहली बार आजादी की सांसें ले रहा था। अनेक लोगों को याद है कि 1947 का वर्ष एक जनवरी को बुधवार से शुरू हुआ था और लीप वर्ष न होने की वजह से फरवरी में 28 दिन थे और वर्ष का समापन 31 जनवरी को बृहस्पतिवार को हुआ था। यह इत्तेफाक है कि आज भी देश बदलावों के दौर से गुजर रहा है, और 2014 में लोस चुनाव भी होने हैं, और कैलेंडर 1947 से पूरी तरह मिलता है।
नैनीताल। छुट्टियों के मामले में नया साल 2014 सरकारी कर्मचारियों के लिए गुजरते साल से कुछ बेहतर रहेगा। उन्हें न केवल इस साल से ज्यादा छुट्टियां मिलेंगी बल्कि नए वर्ष में कई बार लगातार चार-पांच दिन के अवकाश के मौके भी मिलेंगे। हालांकि अभी राज्य सरकार ने अगले वर्ष के लिए छुट्टियों का कलेंडर जारी नहीं किया है, फिर भी अन्य प्रचलित कलेंडरों के आधार पर कहा जा सकता है कि इस वर्ष 52 रविवार, माह के दूसरे शनिवार के 12 व विभिन्न तीज त्योहारों के 22 व तीन निर्बधित छुट्टियों को मिलाकर कुल 89 अवकाश पड़ने की संभावना है। हालांकि पांच सार्वजनिक अवकाश शनिवार व रविवार को तथा नौ छुट्टियां अवकाश वाले दिनों में पड़ रही हैं। इस वर्ष दो अक्टूबर गांधी जयंती से तीन को विजयदशमी, चार व पांच अक्टूबर शनिवार- रविवार छह अक्टूबर को बकरीद का अवकाश रहने से लगातार पांच दिन की छुट्टियां लेने का मजा भी लिया जा सकेगा। इसी तरह 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के बाद 16-17 को शनिवार-रविवार तथा 18 अगस्त को जन्माष्टमी के अवकाश के साथ लगातार चार दिन की छुट्टी भी मिलेगी। ऐसे ही गुरुवार 23 से दीपावली के अवकाश के बाद गोवर्धन पूजा और फिर शनिवार- रविवार का अवकाश भी मिल जाएगा।
इन वर्षो के कैलेंडर भी 1947 जैसे
नैनीताल। एक जैसे कलेंडर वाले वर्षो के बारे में और अधिक अध्ययन करें तो पता लगता है कि ऐसा अनिश्चित अंतराल पर होता है। वर्ष का लीप इयर यानी फरवरी का 28 या 29 दिन के होने की वजह से यह अनिश्चितता रहती है। 1947 जैसे ही समान कलेंडरों की बात की जाए तो बीती शताब्दी में आजादी के बाद 1958, 1969, 1975, 1986 व 1997 में तथा वर्तमान 21वीं शताब्दी में वर्ष 2003 के कलेंडर भी समान रहे। वहीं आगे 2025, 2031, 2042, 2053, 2059, 2070, 2081और 2087 के कलेंडर भी 1947 जैसे ही रहने वाले हैं।