तीन वैज्ञानिकों का सम्मान तथा 436 प्रतिभागी पेश करेंगे शोध पत्र व पोस्टर
नैनीताल (एसएनबी)। प्रदेश की छठी उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं तकनीकी कांग्रेस 2011 का आयोजन 14 से 16 नवंबर तक एसएसजे कैंपस अल्मोड़ा में किया जा रहा है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य राज्य के वैज्ञानिकों को एक मंच प्रदान करना है। इसमें शोधार्थियों को अपने शोध को वैज्ञानिक समुदाय व विशेषज्ञों के समक्ष रखने का अवसर मिलेगा। वर्ष 2007 के बाद यह दूसरा मौका होगा जब कुमाऊं विवि इस आयोजन का दायित्व निभाएगा। इस दौरान नौ तकनीकी सत्रों में 16 विषयों पर 50 विषय विशेषज्ञ तथा 436 प्रतिभागी मौखिक एवं पोस्टरों के माध्यम से शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। इन्हीं में से चार श्रेणियों में प्रतिभागियों को वैज्ञानिक पुरस्कार दिए जाएंगे। साथ ही प्रदेश तथा खासकर अल्मोड़ा से संबंधित तीन वैज्ञानिकों डा. आरसी बुधानी, डा.एमसी जोशी व डा. जीएस रौतेला को सम्मानित किया जाएगा।
शुक्रवार को कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. वीपीएस अरोड़ा, कुलसचिव डा. कमल के. पांडे तथा आयोजक सचिव प्रो. एचएस धामी ने पत्रकार वार्ता में ‘मीटिगेशन आफ नेशनल क्लाइमिटीज विद स्पेशल रिफ्रें स टू उत्तराखंड’ विषयक विज्ञान कांग्रेस के तहत आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यूकोस्ट के तत्वावधान तथा डीएसटी, गोविंद बल्लभ पंत पर्यावरण एवं विकास संस्थान कोसी कटारमल, उत्तराखंड सेवा निधि पर्यावरण शिक्षण संस्थान, विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान केंद्र अल्मोड़ा व राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान-नासी के सहयोग से भारतीय विज्ञान कांग्रेस की तर्ज पर आयोजित हो रहे इस आयोजन का शुभारंभ 14 को मुख्यमंत्री करेंगे। इस मौके पर बनारस हिंदू विवि के कुलपति प्रो.लाल जी सिंह नासी व्याख्यान देंगे। 15 को अल्मोड़ा के एसएसजे परिसर सहित 13 स्थानों पर तकनीकी सत्र होंगे। 16 नवम्बर को समापन पर विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर उपस्थित रहेंगे। मौखिक श्रेणी में 285 व पोस्टर श्रेणी में 151 पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे। इस मौके पर वानिकी, गणित, विज्ञान एवं समाज तथा उत्तराखंड में गणित का विकास जैसे विषयों पर बुद्धिशीलता सत्र आयोजित किए जाएंगे। आयोजन में डा. एलएमएस पालनी, पद्मश्री डा. ललित पांडे, डा.जेसी भट्ट, डा. राम सागर, डा. अनंत पंत, न्यूयार्क विवि के प्रो. आरएस कुलकर्णी व प्रो. सीएस अरविंदा आदि वैज्ञानिक प्रतिभाग करेंगे।
उधर देहरादून में यूकास्ट के महानिदेशक डा. राजेन्द्र डोभाल ने भी आयोजन की जाकारी दी।