सोमवार, 31 जनवरी 2011

कार्बेट पर भारी पड़ रही माही की व्यस्तता



प्लेटिनम जुबली कार्यक्रमों में शिरकत करने की उम्मीदें धूमिल, विश्व कप के डेढ़ महीने के शेड्यूल से आई बाधा 15 मार्च को होगा काब्रेट का प्लेटिनम जुबली सेलिब्रेशन
अर्जुन बिष्ट। काब्रेट टाइगर रिजर्व की प्लेटिनम जुबली को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की उत्तराखंड सरकार की मुहिम को जोर का झटका लगा है। टाइगर रिजर्व के आनरेरी वाइल्ड लाइफ वार्डन महेन्द्र सिंह धोनी की ओर से अभी तक इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए कोई जवाब नहीं आया। विकप के डेढ़ महीने के टाइट शेडय़ूल के चलते माही के उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करने की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं। अप्रैल में विश्व कप समाप्त होने के बाद आईपीएल व अन्य कार्यक्रमों का शेडय़ूल इतना टाइट है काब्रेट के इस यादगार सेलिब्रेशन में आनरेरी वार्डन के शामिल होने में ही संशय बना हुआ है।
काब्रेट के प्लेटिनम जुबली समारोह का उद्घाटन।5 मार्च को कराने की योजना है। यह समारोह वषर्भर चलेगा। समारोह को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भुनाने के लिए सरकार व वन विभाग की ओर से कई दावे किए थे। धोनी को ब्रांड अम्बेसडर व आनरेरी वाइल्ड लाइफ वार्डन बनाने के बाद यह भी प्रचारित किया गया कि उनको यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने से काब्रेट के इस समारोह को यादगार बनाने में मदद मिलेगी। इसकी घोषणा करने के बाद स्वयं मुख्यमंत्री ने भी यह बात कही थी। तब शायद अधिकारियों को भी धोनी की ‘रियल लाइफ’ यानि क्रिकेट की दुनिया का अंदाज नहीं था। भारतीय टीम का कप्तान होने के कारण धोनी के कंधों पर इस समय देश को क्रिकेट का सिरमौर बनाने की बड़ी जिम्मेदारी है। क्रिकेट के विशेषज्ञ भी भारत को विकप का प्रबल दावेदार मान रहे हैं, ऐसे में अप्रैल से पहले माही की काब्रेट में मौजूदगी के आसार धूमिल हैं। विकप के समापन के बाद भी घरेलू क्रिकेट का शेडय़ूल इतना टाइट है कि माही यहां आ सकेंगे इसमें संशय है। विकप समापन के मात्र तीन दिन बाद आईपीएल टूर्नामेंट शुरू हो जाएंगे जो मई तक चलने हैं। जून से भारतीय टीम का वेस्टइंडीज दौरा शुरू हो जाएगा जो जुलाई तक चलेगा। इस दौरे के तत्काल बाद टीम इंग्लैंड चली जाएगी जहां 16 सितंबर को टूर्नामेंट का आखिरी मैच होगा। उसके आगे का शेडय़ूल अभी नहीं बना है, लेकिन तय है कि उसके बाद विदेशी टीमें भारतीय धरती पर खेलेंगी। ऐसे में भारतीय कप्तान काब्रेट के सेलिब्रेशन में आएं भी तो कैसे। गत 29 दिसंबर को काब्रेट के 75 साला सफर को विस्तरीय बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक भी हो चुकी है। इसमें 15 मार्च को दुनिया के टाइगर एक्सपर्ट को बुलाकर एक बड़ा सेमिनार के साथ ही कार्यक्रमों का उद्घाटन करने की बात हुई फिलहाल इसका प्रस्ताव शासन में है। इसके अलावा छह बड़े सेमिनार व विस्तरीय फोटो प्रदर्शनी लगाने की योजना भी है। सूत्रों का कहना है कि इन कार्यक्रमों को फाइनल टच इसलिए नहीं दिया गया कि अभी भी धोनी के आने की उम्मीद की जा रही है। प्लेटिनम जुबली कार्यक्रमों का समन्वय कर रहे डीएफओ दिवाकर सिन्हा का कहना है कि धोनी को भेजे पत्र का जबाव नहीं आया। उनके पीआरओ अरुण पांडे से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने पाजिटिव रिस्पांस दिया है, लेकिन वे भी यह नहीं बता पाए कि आखिर वे यहां कब आ पाएंगे।


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