रविवार, 28 अगस्त 2011

पहली फिल्म नैनीताल में फिल्मायेंगे सिंघम, मर्डर-2 वाले सुधांशु


नवीन जोशी नैनीताल। सरोवरनगरी की गलियों में पल-बढ़कर हॉलीवुड की ‘स्वप्निल’ दुनिया लांघ चुके सिने कलाकार सुधांशु पांडे 12 वर्षो बाद अपनी जन्मभूमि लौटे तो एक वादा कर दिया। इसी वर्ष बॉलीवुड में बतौर प्रोडय़ूसर नयी पारी खेलेंगे और उनकी पहली फिल्म की शूटिंग नैनीताल में भी होगी। 
"मॉडल टर्न्ड एक्टर" सुधांशु का चेहरा हिंदी सिने दर्शकों के लिए खासा जाना-पहचाना है। दूरदर्शन पर ‘बेटा’ सीरियल से अभिनय की दुनिया में आये सुधांशु पहली बार खिलाड़ी-420 फिल्म में अक्षय कुमार के अपोजिट पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका में नजर आये थे। इसके बाद उनके फिल्मी कैरियर को गत वर्ष आयी अक्षय की ही ‘सिंह इज किंग’ में निभाये एक सिख युवक के किरदार से नयी पहचान मिली, जिसका परिणाम है कि इस वर्ष उनकी दो फिल्में ‘मर्डर-टू’ व सिंघम रिलीज हो चुकी हैं, जबकि  हेमा मालिनी की 'टेल मी ओ खुदा' व 'राजधानी एक्सप्रेस' शीघ्र रिलीज होने जा रही हैं। बीच में सुधांशु दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एक्शन हीरो में शुमार जैकी चेन के साथ हॉलीवुड की फिल्म ‘द मिथ’ में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। इस फिल्म में वह तथा मल्लिका सहरावत ही भारतीय कलाकार थे। फिल्म के निर्देशक स्टैनली टौंग सुधांशु को तभी से अपनी  तथा अन्य हॉलीवुड फिल्मों में लेने तथा हॉलीवुड में ही स्थापित होने की सलाह दे रहे हैं, जिस पर सुधांशु भी अब तैयार नजर आ रहे हैं। हालांकि इस बीच उनकी इस वर्ष के अंत तक अपना प्रोडक्शन हाउस खोलकर हिंदी फिल्म बनाने की योजना भी है। फिलहाल वह तमिल फिल्म ‘बिल्ला' का 'प्रीक्वल' यानी पहले की कहानी पर बन रही फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं। इसी तमिल फिल्म में निभाये जा रहे ‘डॉन’ के 'गेटअप' में नैनीताल पहुंचे सुधांशु ने शनिवार को ‘राष्ट्रीय सहारा’ द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में वादा किया कि उनके प्रोडक्शन हाउस की पहली फिल्म नैनीताल में ‘शूट’ की जाएगी। मूलत: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के डुंगरी गांव निवासी सुधांशु ने बताया कि उनके पिता रेलवे में कार्यरत थे। उनकी पोस्टिंग नैनीताल स्थित रेलवे के होली डे होम में थी। यहीं बिशप शॉ स्कूल से सुधांशु ने प्रारंभिक शिक्षा ली। यहां फ्लैट मैदान में धर्मेन्द्र की 'हुकूमत' सहित अन्य फिल्मों की शूटिंग देखते हुए उनके मन में भी कला की अलख जगी। यहीं रहते उन्हें भीलवाड़ा शूटिंग्स की मॉडलिंग का ऑफर मिल गया था। बाद में मुंबई जाकर बिना किसी प्रशिक्षण के पहले मॉडल और फिर टीवी व सिने कलाकार बन गये। एक दौर में मुंबई में उनका अपना बैंड भी था। सुधांशु कहते हैं, यह पहाड़ की कला से भरी तासीर ही है, जिसके कारण यह हो पाया। पहाड़ उनके दिल में बसता है। आज नैनीताल आये हैं तो यह उनके लिए घर वापसी जैसा है। आगे लगातार आने की कोशिश करेंगे।

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