शनिवार, 23 जुलाई 2011

नैनीताल में शौर्य दिवस की तैयारियां जोरों पर


डीएम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में तय हुई कार्यक्रमों की रूपरेखा
नैनीताल (एसएनबी)। करगिल में दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाले दिन को नैनीताल जनपद के लोग शान के साथ मनाएंगे। इस मौके पर मुख्यालय में पुलिस व सेना के जवान तथा एनसीसी की तीनों यूनिटों के कैडेट करगिल युद्ध के शहीदों को जनपद की ओर से परेड के जरिये श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे। शहीदों के आश्रितों व घायल सैनिकों का भी सम्मान किया जाएगा। ब्लाकस्तर पर भी सैनिकों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके अलावा स्कूली बच्चों की निबंध व चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। शुक्रवार को झीविप्रा सभागार में आगामी 26 जुलाई को कारगिल दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाये जाने के लिए डीएम शैलेश बगौली की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिय गए। तय हुआ कि आयोजन पुलिस लाइन के परेड ग्राउन्ड में आयोजित होगा। सुबह 9.30 बजे से 10.30 बजे तक स्कूलों के बच्चों की पेटिंग प्रतियोगिता, 11 बजे से शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण तथा गार्ड ऑफ ऑनर के बाद पुलिस, सेना व एनसीसी टुकड़ी द्वारा परेड के बाद मुख्य अतिथि को सलामी दी जाएगी। इस दौरान शहीदों के परिजनों तथा करगिल युद्ध में शामिल रहे सैनिकों को सम्मानित किया जाएगा। आयोजन को सफल बनाने के लिए एसडीएम सदर, पुलिस सीओ, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, अधिशासी अधिकारी पालिका व सभी राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्षों को सम्मलित कर एक समिति का गठन किया गया। डीएम ने राजनीतिक दलों व आम जनता से इस समारोह में उपस्थित होने की अपील की।
करगिल में नैनीताल के पांच लाड़ले हुए थे शहीद
नैनीताल। करगिल युद्ध में देश ने अपने जिन 523 बेटों को खोया, उनमें नैनीताल जनपद के पांच लाडले भी शामिल थे। इनमें नगर के मेजर राजेश अधिकारी, कोश्यां कुटौली के लांस नायक चंदन सिंह, रामनगर के राम प्रसाद ध्यानी, हल्द्वानी के चंदन सिंह, मोहन सिंह व मोहन चंद्र जोशी के नाम शामिल है। हवलदार डीबी पाल को गोली लगने से अपना एक पैर गंवाना पड़ा। नायक कैलाश चंद्र के हाथ में गोली लगी। सिपाही महेश चंद्र पाठक व प्रीतम सिंह, हवलदार वीर सिंह व आनरेरी नायब सूबेदार गंगा सिंह भी गोलियों से घायल हुए देश के 1363 सैनिकों में शामिल थे।

मंगलवार, 19 जुलाई 2011

अब केएमवीएन संग कीजिए 'कुमाऊं' में 'टाइम शेयर'

5४ हजार रुपये में पांच वर्ष तक एक-एक सप्ताह बिताएं  मनमाने समय व स्थान पर
नवीन जोशी, नैनीताल। अब कुमाऊं मंडल विकास निगम के साथ भी आप देश—दुनिया के सैलानियों में मशहूर 'टाइम शेयर' कान्सैप्ट के तहत पांच वर्ष तक देवभूमि के कुमाऊं अंचल में मनमाने स्थान और समय पर पूरा एक सप्ताह मुफ्त में बिता सकते हैं। पेशेवर राह पर आगे बढ़ रहे निगम ने वेब दुनिया के साथ ही इस ओर भी कदम बढ़ा दिये हैं। निगम अपनी इस नयी मुहिम में सैलानियों को उम्मीद से अधिक आकर्षित करने में भी सफल रहा है।
आधुनिक पर्यटन की नयी विधाओँ को जानने वाले लोग जानते हैं कि 'टाइम शेयर' कान्सेप्ट में किसी रेजार्ट, होटल के एक कक्ष को वर्ष के 5२ हफ्तों के लिये अलग—अलग लोगों को सदस्यता के आधार पर तय अवधि के लिये एक तरह की लीज पर दिया जाता है। लीज अवधि में सदस्यता लेने वाले सदस्य हर वर्ष किसी भी रिजार्ट में जाकर एक सप्ताह (छह दिन व सात दिन) मुफ्त में रह सकते हैं। सदस्यता की दरें पीक सीजन यानी रेड, ऑफ सीजन यानी ह्वाइट व ऑफ-पीक यानी ब्लू कार्ड के हिसाब से अलग—अलग भी रखीं जाती हैं, किंतु इससे इतर निगम द्वारा शुरू किये गये सिस्टम के तहत निगम के 4४ पर्यटक आवास गृहों-टीआरएच में टाइम शेयर करने वाले सदस्यों के लिये यह सुविधा है कि वह वर्ष भर के लिये समान सदस्यता (लॉयल्टी मेंबरशिप) केवल 5४ हजार रुपये में ले सकते हैं। इस सदस्यता पर वह आगे पांच वर्षों तक किसी भी टीआरएच में किसी भी सीजन यानी पीक सीजन में भी आकर मुफ्त में परिवार (दो बड़े व दो बच्चे) सहित एक सप्ताह रह सकते हैं। यदि सदस्यता शुल्क को पांच वर्ष में उपलब्ध 3 रातों के हिसाब से भी देखें तो दैनिक किराया 1,70 रुपये के करीब होता है, जोकि आज के किराये के हिसाब से भी करीब आधा है। शायद यही कारण है कि सदस्यता शुरू होने के कुछ दिनों में ही 15 लोग सदस्यता ले चुके हैं। इससे उत्साहित निगम के एमडी चेंश कुमार बताते हैं कि फिलहाल केवल पांच हजार लोगों को ही लॉयल्टी मेंबरशिप दी जाएेगी। इससे निगम को एकमुश्त 25 करोड़ रुपये की आय प्राप्त होगी, जिससे प्रतिवर्ष निगम को बैंक ब्याज के रूप में ही दो करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। इसमें से डेढ़ करोड़ रुपये टीआरएच में बेहतर सुविधाएँ जुटाने व मरम्मत आदि पर खर्च करने के बाद भी निगम को 5 लाख रुपये प्रचार-प्रसार व अन्य जरूरतों हेतु उपलब्ध रहेंगे।

निगम की झूठी वेबसाइटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी
नैनीताल। कुमाऊं मंडल विकास निगम व उसकी वेबसाइट की प्रसिद्धि इंटरनेट हैकर्स और पर्यटन के क्षेत्र में कार्यरत कुछ लोग पचा नहीं पा रहे हैं। शायद इसीलिये निगम के 'की—वर्ड' व नाम आदि से मिलती—जुलती कई वेबसाइटें वेब दुनिया में आ गई हैं। ऐसे में यदि कोई निगम की वेबसाइट को सर्च करता है तो वह निगम के बजाए ऐसी मिलती—जुलती वेबसाइट पर पहुंच जाता है। इन साइटों पर उनके व्यक्तिगत जानकारियां, फोन नंबर, ईमेल पता आदि पूछ लिये जाते हैं, और बाद में फर्जी कंपनियों के लोग संपर्क कर अन्य स्थानों पर जाने के लिये सैलनियों को परेशान करते हैं। निगम एमडी चेंश कुमार ने कहा कि निगम एक ओर अपनी ऑफीसियल वेबसाइट www.kmvn.gov.in को 'फिशिंग प्रूफ' कर सुरक्षित कर रहा है, वहीं ऐसी झूठी साइटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने जा रहा है। वेबसाइट को अधिक जानकारियों व चित्रों से युक्त किया गया है, जिसके बाद निगम ने इस वर्ष 7५ वर्ष बुकिंग ऑनलाइन ही प्राप्त कीं। इससे इस वर्ष बुकिंग कराकर न आने वाले (ड्राप आउट) सैलानियों में भी कमी आई। ड्राप आउट 35 फीसद से घटकर पांच से आठ फीसद रह गया।

नैनीताल को उत्तराखंड का पहला निर्मल नगर पुरस्कार

पुरस्कार के 50 में से पांच लाख के इनाम मिलेंगे सफाई कर्मियों को
नैनीताल (एसएनबी)। सरोवर नगरी को प्रदेश का पहला 'मुख्यमंत्री निर्मल नगर पुरस्कार' तथा इसके साथ 5 लाख रुपये की धनराशि मिलने से नगर पालिका में हर्ष का माहौल है। पालिकाध्यक्ष मुकेश जोशी ने इस खुशी को आज सभासदों, पालिका कर्मियों व मीडिया के सम्मुख व्यक्त करते हुए प्राप्त धनराशि को खर्च करने की भावी योजना पेश की। बताया कि कई उपयोगी उपकरण खरीदे जायेंगे। 5 में से नियमानुसार 1 फीसद यानी पांच लाख रुपये तो सफाई कर्मियों को पुरस्कार स्वरूप दिये ही जायेंगे, शेष 45 लाख भी ठोस कूडा अपशिष्ट निवारण में ही खर्च होंगे, जिसका लाभ भी निश्चित ही सफाई कर्मियों को मिलेगा।
श्री जोशी ने प्रदेश सरकार से प्राप्त पुरस्कार को पूरी पारदर्शी प्रक्रिया से दिया गया बताते हुएे कहा कि प्राप्त धनराशि से हर सुपरवाइजर क्षेत्र के 1—1 सर्वश्रेष्ठ सफाई कर्मियों को उनके 'ट्रेक रिकार्ड' के आधार पर एक विशेष चयन समिति से चयनित कर पुरस्कृत करेंगे। ऊंचाई वाले क्षेत्रों से कूदा उठाने को एक यूटिलिटी वाहन खरीदेंगे। सफाई कर्मियों से कार्य के दौरान बेहतर संवाद स्थापित रखने के लिये पालिका 'वाकी—टाकी' की मदद भी लेने जा रही है। इसी हेतु सुपरवाइजरों को तीन मोटरसाइकिलें मुहैय्या कराई जायेंगी। नैनी झील की विशेष सफाई के लिये पालिका चंडीगढ़ की तर्ज पर बड़ी विशेष नौका भी तैयार करवाएगी। सफाई कर्मियों को गम बूट, ग्लब्स व आवाज रहित हाथ गा di यां भी उपलब्ध कराई जाएेंगी। इस मौके पर पालिका ईआे, भाजपा नगर अध्यक्ष व सभासद दया बिष्ट, वरिष्ठ सभासद महेंद्र सिंह, मनोज अधिकारी, प्रकाश बिष्ट, आनंद बिष्ट, हरजीत मंटी, प्रेम सागर, मधु बिष्ट, कृपाल सिंह, जगदीश बवाड$ी सहित अनेक कर्मी भी हर्ष मनाने के लिये मौजूद थे।

लेकिन फिलहाल कर्मचारी नाराज
नैनीताल। निर्मल नगर पुरस्कार मिलने से कर्मचारियों को तो पुरस्कार मिलने ही हैं, लेकिन इस बाबत आज आयोजित कार्यक्रम में सभासदों व कार्यालयी कर्मियों के साथ खुद को न बुलाएे जाने से कई सफाई कर्मी नाराज दिखे, और कार्यक्रम छोड$कर बाहर आ गये। उनका कहना था पुरस्कार उनके कार्यों से मिला है।

सफाई कर्मचारियों की मशीन लेगी हाजिरी
नैनीताल। पालिका अब कार्य करने वाले व न करने वाले सफाई कर्मियों पर पूरी नजर रखेगी। इस उद्देश्य से पालिका 25 बायोमैट्रिक्स मशीनें खरीदेगी, जिन पर कर्मियों को अपनी अंगुलियों के निशान मिलाकर कार्यस्थल पर ही हाजिरी देनी होगी। इसके अलावा पालिका कर्मियों को अपने किये गये सफाई कार्य की फोटो भी लानी होंगी, जिसके लिये उन्हें डिजिटल कैमरे उपलब्ध कराये जाएेंगे। आने वाले दिनों में कर्मियों को पालिका की यह पहल नागवार गुजर सकती हैं।

सोमवार, 18 जुलाई 2011

कुविवि के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे कलाम

नैनीताल (एसएनबी)। पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम कुमाऊं विवि के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। उन्होंने 10 अगस्त को इस समारोह में भा6 को ग लेने के लिए नैनीताल आने की सहमति दे दी है। विवि के कुलपति प्रो. वीपीएस अरोड़ा ने गत दिनों पूर्व राष्ट्रपति को विविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था, जिसे स्वीकार करते हुए डा.कलाम ने तिथि सहित अपनी सहमति भेज दी है। विवि के कुलसचिव डा. कमल के पांडे ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि यह कुविवि के लिए गौरव का विषय है। दीक्षांत समारोह की तैयारियां जोरों पर की जा रहीं हैं। 
1973 में स्थापित कुमाऊं विवि के दीक्षांत समारोहों के मुख्य अतिथियों में डा. कलाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व. पीवी नरसिम्हा राव के बाद देश के दूसरे शीर्ष नेता होंगे। स्व. राव देश के मानव संसाधन मंत्री रहते 25 अक्टूबर 1986 अल्मोड़ा में आयोजित हुए कुविवि के चौथे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। दीक्षांत समारोहों के मुख्य अतिथियों की बात की जाए तो 14 जून 1875 को नैनीताल में आयोजित हुए विवि के पहले दीक्षांत समारोह में हिंदी की प्रसिद्ध छायावादी कवियत्री महादेवी वर्मा मुख्य अतिथि थीं। 1978 में तीसरे दीक्षांत समारोह में रुड़की विवि के पूर्व कुलपति डा. घनानंद पांडे, 88 में विवि अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. यशपाल, 94 में केंद्रीय मंत्री डॉ. कर्ण सिंह, 2006 में राज्यपाल सुदर्शन अग्रवाल, 07 में राज्यपाल डा. बीएल जोशी, 08 में बनारस हिंदू विवि के कुलपति प्रो. डीपी सिंह व 10 में पर्यावरणविद् डा. वंदना शिवा ने मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई।

मंगलवार, 5 जुलाई 2011

केएमवीएन को पर्यटन के लिए 91 करोड़


कर्मचारियों के स्टाफिंग पैटर्न का होमवर्क पूरा : शर्मा
नैनीताल (एसएनबी)। कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) को संसाधनों व पर्यटन सर्किटों को विकसित करने के लिए सरकार 91.5 करोड़ रुपये की राशि देगी। इसमें से 15-15 करोड़ रुपये निगम को अपनी टीआरएच के सुधार के लिए तीन वर्षो में, 42 करोड़ कुमाऊं में छह नये पर्यटन सर्किटों के लिए, तीन करोड़ छोटे कायरे व डेढ़ करोड़ रुपये ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रेकिंग रूट विकसित करने के लिए दिये जाएंगे। इस आशय की घोषणा प्रमुख सचिव पर्यटन राकेश शर्मा ने की। इसके अलावा प्रमुख सचिव ने निगम में करीब 1100 कर्मियों के स्टाफिंग पैटर्न का खाका भी खींच लिया है। मंगलवार को निगम के ओक पार्क स्थित मुख्यालय में निगम के अधिकारियों की बैठक के बाद प्रमुख सचिव पर्यटन श्री शर्मा ने पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने दावा किया कि 15 अगस्त तक निगम का नया कर्मचारी ढांचा बन जाएगा। इसके तहत निगम में दो जीएम-पर्यटन तथा प्रोजेक्ट व मार्केटिंग, पांच जोनल एजीएम तथा तीन डीजीएमिसविल, मैकेनिकल-इलेक्ट्रिकल व डिजाइन- प्लानिंग होंगे। निगम के हर कर्मी को अपने सेवा काल में तीन से चार पदोन्नतियां मिलेंगी। जीएम पर्यटन का पद किसी पेशेवर को दिया जाएगा, जबकि पीसीएस अफसर को जीएम-प्रोजेक्ट व मार्केटिंग की जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि नये स्टाफिंग पैटर्न के तहत निगम में संविदा-जॉब वर्क के तौर पर कार्यरत सभी कर्मियों के अलावा दो से ढाई सौ नई भर्तियां भी होंगी। नए टीआरएच खोलने के लिए भी कर्मचारी भर्ती के मानक तय कर दिये गये हैं। निगम रामनगर, अल्मोड़ा के 12 काटेज, बिनसर का आधा टीआरएच तोड़कर नया बनाएगा, अथवा पीपीपी में देगा, वहीं ढिकुली में ‘रिवर्स पीपीपी’ मोड में भूमि को 15 वर्षो के लिए लीज पर लेकर कार्य करने को भी मंजूरी दे दी गई है। इस मौके पर एमडी चंद्रेश कुमार, जीएम दीप्ति सिंह, मंडलीय प्रबंधक पर्यटन डीके शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पर्यटन विकास परिषद में होंगी 220 नियुक्तियां : शर्मा
अगली कैबिनेट बैठक में परिषद के नये ढांचे को मंजूरी मिलने की उम्मीद पांच जोन में बंटेगा प्रदेश, जिलों की बजाय राज्य के 28 स्थानों पर तैनात होंगे अधिकारी
नैनीताल (एसएनबी)। प्रदेश के प्रमुख सचिव राकेश शर्मा ने कर्मचारियों के लिए तरस रहे राज्य के पर्यटन विभाग के मुख्य उपक्रम पर्यटन विकास परिषद में सभी 220 पदों के भरने की बात कही है। उन्होंने दावा किया कि राज्य कैबिनेट की अगली बैठक में इन सभी पद भरने एवं परिषद के नये ढांचे को मंजूरी मिल जाएगी। नये ढांचे में राज्य को जिलों की सीमाओं से हटाकर पांच जोन में बांटा जाएगा। हर जोन में मंडलीय अधिकारी बैठेंगे। जिलों से इतर राज्य में 28 पर्यटक स्थलों को चिह्नित कर वहां अधिकारी तैनात किये जाएंगे। 20 साहसिक खेल केंद्रों पर इतने ही साहसिक खेल अधिकारी तैनात किये जाएंगे, जो उस स्थान की विशेषता के अनुरूप साहसिक खेलों के विकास के लिए कार्य करेंगे। मंगलवार को मुख्यालय आगमन पर स्थानीय बोट हाउस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री शर्मा ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में होने वाली चारधाम यात्रा और नैनीताल जैसे नगरों में सैलानियों को बड़े आकषर्णों में सैलानियों की संख्या को कम किये जाने की आवश्यकता भी जताई। उन्होंने कहा कि सैलानियों को इन स्वाभाविक पसंदीदा जगहों की बजाय अन्य स्थानों पर भेजने से अन्य स्थानों का भी इसी तरह विकास हो सकेगा। इस मौके पर कुमाऊं आयुक्त कुणाल शर्मा, डीएम शैलेश बगौली व केएमवीएन के एमडी चंद्रेश कुमार भी मौजूद थे।

सोमवार, 4 जुलाई 2011

कहां तो चिराग तय था हर घर के लिए, कहां चिराग मयस्सर नहीं शहर के लिए


एक जिले के लिए थी 550 करोड़ की दरकार, पूरे सूबे के लिए मिली इतनी धनराशि
नवीन जोशी नैनीताल। नैनीताल नगर के लिए काले दिन के रूप में याद किया जाने वाला 18 सितंबर 2010 जनपद व राज्य का काला दिन साबित हो गया। इस दिन पहाड़ पर आपदाओं के ‘पहाड़’ टूट पड़े, लेकिन अगर कोई न टूटा तो वह थे नेता-राजनीति और सुस्त लापरवाह मशीनरी। ऐसे में एक जनपद नैनीताल द्वारा आपदा से निपटने के लिए शासन से की गई 550 करोड़ रुपयों की दरकार को पूरा करके ही केंद्र सरकार 13 जिलों के प्रदेश को देकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली और आपदा पीड़ित राज्यवासियों से 2100 करोड़ की ‘देनदारी’ कबूल कर चुकी राज्य सरकार भी देनदारी चुकाने के लिए कोई और इंतजाम नहीं कर अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पाई। 
नैनीताल जिला प्रशासन ने गत वर्ष आई आपदा से निपटने में शुरुआत में करीब 1. 4 करोड़ के मुआवजे देने में जो मुस्तैदी दिखाई उसे वह आगे कायम नहीं रख सका। डीएम नैनीताल शैलेश बगौली के अनुसार इसका कारण जरूरत का केवल 10 फीसद धनराशि (करीब 60 करोड़) मिल पाना रहा। बगौली के अनुसार जिले में आपदा से केवल परिसंपत्तियों की ही 350 करोड़ की क्षति हुई थी जबकि सुरक्षात्मक कायरे के लिये 250 करोड़ भी बेहद जरूरी थे, लेकिन तस्वीर का एक पहलू यह भी है जिला स्तर से 59.01 करोड़ की जिन 853 योजनाओं को स्वीकृत दी गई। इनमें से भी आपदाओं का नया बरसाती सत्र आने तक केवल 32.28 करोड़ की 420 योजनाएं ही पूरी हो पाई हैं। यानी इनसे अधिक 433 योजनाएं अभी अधूरी हैं। इनमें से नगर के करीब ही भवाली रोड पर टूटा पहाड़ के पास ध्वस्त हुई सड़क हो या आपदा से सर्वाधिक प्रभावित बेतालघाट क्षेत्र में सुरक्षात्मक कार्य शुरू भी नहीं हो पाये हैं। अल्मोड़ा मार्ग छड़ा व क्वारब के पास ध्वस्त हो चुका है। हालांकि डीएम आस्त हैं कि पहाड़ के हर ब्लाक में दो से तीन व मैदानी ब्लाकों में एक-एक टीम और नोडल अधिकारी बनाकर प्रशासन आगे आपदा से निपटने को मुस्तैद है। गत वर्ष जैसी आपदा आई तो बचाव के लिए संसाधनों की कमी बरकरार है। वर्तमान हालातों पर सत्तारूढ़ भाजपा के जिलाध्यक्ष भुवन हबरेला का कहना है कि केंद्र सरकार से मिली उपेक्षा के कारण ऐसे हालात हैं। उन्होंने कायरे में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों पर राज्य सरकार का कड़ा रुख होने की बात भी कही। कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार जब पहले मिली धनराशि ही खर्च नहीं कर पाई है तो वह किस आधार पर केंद्र से धन न मिलने का रोना रो सकती है।

गुरुवार, 23 जून 2011

फिशरीज, बायोकेमिस्ट्री व सिनेमा कोर्स भी आरंभ करेगा कुमाऊं विवि





































यहाँ पर्यावरण  व  सामाजिक विज्ञान का अध्ययन करेंगे लीबिया के छात्र

नैनीताल (एसएनबी)। उच्च शिक्षा में गुणवत्ता व अनुशासन को प्राथमिकता देने के साथ ही देश के अग्रणी  विश्वविद्यालय बनने की राह पर आगे बढ़ रहे कुमाऊं विवि में लीबिया के विद्यार्थी पर्यावरण विज्ञान व सामाजिक विज्ञान पढ़ने के लिए आएंगे। विवि आगामी सत्र से पर्यावरण व इनरमैनेजमेंट तथा बीएससी स्तर पर फिशरीज साइंस, सिनेमा में डिप्लोमा, क्लिनिकल साइकोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, महिला अध्ययन केंद्र, इंस्टिटय़ूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन का उत्तराखंड चैप्टर, रीजनल सेंटर ऑफ इंटलेक्चुअल प्रापर्टी राइट तथा सूचना अधिकार व बौद्धिक संपदा से संबंधित डिप्लोमा पाठय़क्रम भी शुरू करने जा रहा है। बुधवार को विवि प्रशासनिक भवन स्थित सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रो. वीपीएस अरोड़ा ने यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि गत दिवस मुख्यमंत्री ने उनकी मांग पर यूजीसी के 22 पदों पर नियुक्ति, संविदा कर्मियों के नियमितीकरण, शिक्षकों को यूजीसी के प्रावधानों के अनुसार छठे वेतनमान के अंतर्गत राज्य का 80 फीसद एरियर, अल्मोड़ा परिसर में योग विभाग के सृजन पर सैद्धांतिक सहमति देकर प्रस्ताव मांग लिया है। साथ ही पुस्तकालय हेतु 51 लाख रुपये देने की घोषणा भी की है। कुलपति ने बताया कि कुमाऊं विवि को बीएचएमएस डिग्री हेतु भारत सरकार से अनुमति मिल गई है। इसी कड़ी में रुद्रपुर के चंदोला होम्योपैथी कॉलेज में प्रवेश पर लगी रोक समाप्त हो गई है। वाषिर्क परीक्षाओं में आई 90 फीसद गलतियां ठीक कर ली गई हैं, साथ ही वाणिज्य वर्ग की सौ फीसद व विज्ञान की 90 फीसद कापियों का मूल्यांकन भी हो चुका है। उन्होंने भरोसा दिया कि 30 जून से पूर्व सभी अंतिम वर्ष के परिणाम जारी कर शैक्षिक कलेंडर के अनुसार आगामी चार जुलाई से नये सत्र में प्रवेश प्रारंभ हो जाएंगे। उन्होंने हल्द्वानी में एमबी महाविद्यालय में कुछ शिक्षकों द्वारा शोध विद्यार्थियों को ‘गाइड’ करने से मना करने को यूजीसी के दिशा-निर्देशों के विरुद्ध बताया। उन्होंने कहा कि जल्द ही विवि राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के अंतर्गत नेट संयोजन से जुड़ जाएगा। पत्रकार वार्ता के दौरान नए पाठय़क्रम शुरू करने पर कुलसचिव डा. कमल के पांडे ने कुलपति की पहल सराहना की।

रविवार, 12 जून 2011

नैनीताल पालिका पर सीबीआई का शिंकजा


लेक ब्रिज ठेके का मामला नियमों को ताक पर रखकर दे दिया गया था ठेका, सीबीआई कर रही जांच
नैनीताल (एसएनबी)। नगर पालिका नैनीताल के विरुद्ध उत्तराखंड उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई की जांच प्रारंभ हो गई है। सीबीआई एवं पालिका से जुड़े अधिकारी इस बारे में मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं और पालिका के अधिकारी अपना पक्ष मजबूत बता रहे हैं, किंतु सूत्रों पर विास किया जाए तो इस मामले में पालिका अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा बरती गई ‘लापरवाही’
पालिका की छीछालेदर कर सकती है। यहां तक कि कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई भी हो सकती है। ज्ञातव्य हो कि नगर पालिका द्वारा बीते वर्ष 2010-11 के लिये आमंत्रित लेक ब्रिज के ठेके के पहले चरण में रुड़की के नवबहार अली ने सर्वाधिक Rs2.1 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। बाद में ठेका दूसरे चरण में Rs1.51 करोड़ की बोली लगाने वाले निविदादाता के नाम आवंटित हो गया। इस बारे में अली का कहना था कि उन्हें पालिका द्वारा भेजा गया पत्र समय से नहीं मिला, जिस कारण वह समय पर नहीं पहुंच पाया और जब तक पहुंचा तब तक पालिका उसकी 10 लाख रुपये की धरोहर राशि जब्त कर नये सिरे से प्रक्रिया शुरू कर चुकी थी। इस पर पालिका के अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि अली को प्रपत्र मिल गये थे वह समय पर ही पालिका की बैठक में आया और उसने ठेका लेने से इसलिये मना कर दिया कि पूर्व में ठेका काफी कम धनराशि का होने के कारण उसे यह घाटे का सौदा लगा था। इसकी वीडियो क्लिप भी उनके पास हैं किं तु इससे इतर पालिका की कार्यपण्राली पर जो सवाल उठ रहे हैं वह हैं कि अली को पालिका ने पहले 26 मार्च की शाम कोरियर से पत्र भेजा, जिसकी प्राप्ति साबित करने के लिये पालिका अधिकारी कोरियर कंपनी का प्रमाण पत्र हासिल कर लाए, जबकि उन्हें पत्र पहले ही नियमानुसार ‘भारतीय डाक’ से भेजना चाहिए था।अली ने यदि मना किया भी था तो पालिका ने दूसरी सबसे बड़ी करीब दो करोड़ की बोली लगाने वाले बोलीदाता को चुंगी के ठेके की पेशकश नहीं की। यहां तक कहा जा रहा है कि पालिका के अधिकारियों ने अली की जो एफडी जब्त की, वह वास्तव में किसी और के नाम की थी। तीसरे, जब नये सिरे से निविदा आमंत्रित की गई तब उसमें न्यूनतम सीमा का कोई उल्लेख नहीं था, जबकि पहले चरण में Rs1.85 करोड़ न्यूनतम सीमा बताई गई थी। बहरहाल, दो दिन की जांच में सीबीआई के तीन सदस्यीय दल ने पालिका के ईओ नीरज जोशी व कर अधीक्षक राजदेव जायसी सहित संबंधित कर्मचारियों से प्रपत्रों के आधार पर पूछताछ की है। कुछ को आगे की जांच के लिये देहरादून भी तलब किया गया है। आगे संभावना जताई जा रही है कि कई जांच टीमें आएंगी, जो अधिकारियों व कर्मचारियों की व्यक्तिगत छानबीन भी कर सकती हैं। 

शनिवार, 11 जून 2011

अब नयना देवी मंदिर भी होगा ऑनलाइन



मंदिर प्रबंधन ट्रस्ट ने टाटा कम्युनिकेशन को दिया जिम्मा घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से हो सकेंगे दर्शन
नवीन जोशी, नैनीताल। नैनीताल की मां नयना देवी भी वैष्णो देवी, शिरडी के साई बाबा, बर्फानी बाबा अमरनाथ तथा बाबा केदार व बद्रीनाथ की तरह ऑनलाइन होने जा रहीं हैं। मंदिर प्रबंधन अमर-उदय ट्रस्ट ने टाटा कंसलटेंसी को यह जिम्मेदारी सौंप दी है, जिसके बाद टाटा इसके लिए जरूरी उपकरण मंदिर परिसर में ले आया है, और अब इंस्टालेशन करने की तैयारी कर रहा है। इस कवायद के बाद क्लोज सर्किट कैमरे की मदद से मंदिर की गतिविधियां रिकार्ड होंगी, तथा उन्हें इंटरनेट के माध्यम से ‘ऑनलाइन’ किया जाएगा। गतिविधियों को एक चैनल पर ‘लाइव’ प्रसारित किये जाने की भी कोशिश चल रही है। 
बदलते परिवेश और समय की कमी के दौर में श्रद्धालु चाहते हुए भी मंदिर नहीं आ पाते। मंदिर में भीड़- भाड़ के कारण ठीक से दर्शन न होने तथा मंदिर में पंडों-पुजारियों के रवैये, अन्य असुविधाओं तथा मंदिर की दूरी के कई तत्व श्रद्धालुओं को मंदिर आने से रोकते हैं। इस समस्या का निदान है मंदिरों का ‘ऑनलाइन’ दर्शन। देश में कई चुनिंदा मंदिरों से ऐसी शुरूआत हो चुकी है, जिसमें अब सरोवरनगरी का पवित्र नयना देवी मंदिर भी शामिल होने जा रहा है। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष वीरेंद्र नाथ शाह के हवाले से कोषाध्यक्ष जेपी साह ने बताया कि इसके लिए टाटा कम्युनिकेशन जरूरी उपकरण मंदिर परिसर में ला चुका है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस कवायद से मंदिर को दुनिया भर में पहचान मिलेगी, और माता नयना पर आस्था रखने वाले दुनिया भर में मौजूद लोग मंदिर से जुड़े रहेंगे। उन्होंने बताया कि इंटरनेट के माध्यम से मंदिर की ‘लाइव एक्टिविटी’देखी जा सकेगी।
उल्लेखनीय है की अभी हाल ही में नयना देवी मंदिर 'ग्रीन' भी हो चूका है। मंदिर पवन ऊर्जा से प्राप्त 25 वाट के 50 सी एफ एल  बल्बों से जगमगा रहा है।
शक्तिपीठ है यह मंदिर
नैनीताल। नयना मंदिर को शक्तिपीठ की मान्यता दी जाती है। देवी भागवत के अनुसार भगवान शिव जब माता सती के दग्ध अंगों को आकाश मार्ग से कैलाश की ओर ले जा रहे थे, तभी मां की एक आंख यहां तथा दूसरी हिमाचल प्रदेश के नैना देवी में गिरी थी। यहां मां की आंख के ही आकार के नैना सरोवर के किनारे प्राचीन मंदिर की उपस्थिति बताई जाती है। 18 सितंबर 1880 को आए भूस्खलन में वर्तमान बोट हाउस क्लब के पास स्थित वह प्राचीन मंदिर जमींदोज हो गया था। उस मंदिर का विग्रह एवं कुछ अंश वर्तमान स्थान पर मिले, जिसके बाद नगर के संस्थापकों में शुमार नेपाल निवासी मोती राम शाह के पुत्र अमर नाथ शाह ने अंग्रेजों से एक समझौते के तहत यहां सवा एकड़ भूमि पर 1883 में मंदिर स्थापित किया था। मंदिर में नेपाली काले पत्थर से निर्मित नयना देवी की मूर्ति स्थापित की गई, मंदिर नेपाली, तिब्बती, पैगोडा व कुछ हद तक अंग्रेजी गौथिक व ग्वालियर शैली में बना हुआ है।

चीन, कंबोडिया व दक्षिण भारतीय शैली में बन रहा दशावतार मंदिर
नैनीताल। नगर के नयना देवी मंदिर परिसर में विशाल दशावतार मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। यह मंदिर चीन व कंबोडिया की मंदिर शैली पर निर्मित किया जा रहा है, जबकि इसमें स्थापित होने वाली ईश्वर के दश अवतारों मत्स्य, कूर्म, वराह, वामन, नृसिंह, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध व कल्की (जिन्हें कलयुग में होने वाला अवतार कहा जाता है) की मूर्तियां लगेंगी। मंदिर प्रबंधन ट्रस्ट के अनुसार मूर्तियां दक्षिण भारतीय कलाकारों द्वारा वहीं के पत्थरों से तराशकर बनाई जाएंगी। वर्तमान मंदिर की हवन शाला के छत में बन रहे इस मंदिर के भवन निर्माण हेतु फिलहाल ट्रस्ट ने 13 लाख रुपये का प्राविधान किया है, जिसके बढऩे की भी पूरी गुंजाइश रखी गई है। मंदिर का भवन चीन व कंबोडिया की शैली में बनना प्रस्तावित है। इसकी छत टिन की बनी होगी। मंदिर के निर्माण में चार-पांच वर्ष लगने की संभावना जताई जा रही है। 

शुक्रवार, 10 जून 2011

पूरी दुनिया में पहुंचेंगे कुविवि के शोध पत्र


राज्य की पहली ऑनलाइन शोध पत्रिका का विमोचन
नैनीताल (एसएनबी)। कुमाऊं विविद्यालय के यूजीसी अकादमिक स्टाफ कालेज की शोध पत्रिका ‘क्वेस्ट’ बृहस्पतिवार को ऑनलाइन हो गई। यह राज्य के किसी शिक्षण संस्थान के साथ ही देश भर के 67 अकादमिक स्टाफ कालेजों की भी पहली ऑनलाइन शोध पत्रिका बताई गई है। पत्रिका का विमोचन करते हुए कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. वीपीएस अरोड़ा ने कहा कि इस पत्रिका के माध्यम से कुमाऊं विवि के शोध पत्र पूरी दुनिया तक एक क्लिक में पहुंच पाएंगे। पत्रिका देश की प्रतिष्ठित ‘इंडियन जर्नल्स डॉट काम’ वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगी। 
बृहस्पतिवार को कुलपति प्रो. अरोड़ा ने हरमिटेज परिसर स्थित यूजीसी अकादमिक स्टाफ कालेज में ‘क्वेस्ट’ का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज का समय एक नहीं वरन विभिन्न विषयों के समन्वित शोधों का है। क्वेस्ट पत्रिका इस कसौटी पर भी खरी है। उम्मीद जताई कि छपी पत्रिकाओं की घटती और कंप्यूटर पर बढ़ती पठनीयता के दौर में ऑनलाइन शोध पत्रिका कुमाऊं विवि के शोध पत्रों को वि पटल पर प्रस्तुत कर अधिक प्रभाव छोड़ने में मदद करेगी। आयोजन की शुरूआत करते हुए कुमाऊं विवि के कुलसचिव डा. कमल के. पांडे ने आयोजन में आये लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि पत्रिका के जरिये शोधार्थियों को सभी विषय ऑनलाइन पढ़ने को मिलेंगे। इंडिया जर्नल्स नई दिल्ली के शांतनु ने कहा कि ‘क्वेस्ट’ उनकी वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगी। शोध पत्रिका के संपादक व कालेज के निदेशक प्रो. बीएल साह ने बताया कि यह देश के 67 अकादमिक स्टाफ कालेजों की पहली ऑनलाइन शोध पत्रिका है। इसमें विभिन्न विषयों के 14 शोध पत्र सम्मिलित किये गये हैं। डीएसबी के निदेशक प्रो. एनएस राणा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर प्रो. सीसी पंत, बीसी पांडे, एचएस धामी, डीएस बोनाल, एसके नेगी, डा. अजय अरोड़ा, डा. रितेश साह सहित नगर के कई बुजुर्ग नागरिक भी मौजूद थे।
कुमाऊं विवि में स्थापित होंगे तीन नये संस्थान
कुलपति प्रो. वीपीएस अरोड़ा ने की घोषणा इनोवेशन सेंटर इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी सेल व इंडियन इंस्टीटय़ूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन खुलेंगे
नैनीताल। कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. वीपीएस अरोड़ा ने डीएसबी परिसर में तीन नये संस्थान खोलने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि परिसर में ‘इनोवेशन सेंटर’, इंटलेक्चुअल प्रोपर्टी (आईपीआर) सेल तथा इंडियन इंस्टिटय़ूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की शाखा खोलने की घोषणा की। आईपीआर सेल की जिम्मेदारी डा. ललित तिवारी को, आईआईपीए शाखा की डा. नीता बोरा शर्मा को तथा इनोवेशन सेंटर की जिम्मेदारी डा. एलएम जोशी को देने की घोषणा की गई, अलबत्ता डा. जोशी ने जिम्मेदारी लेने पर नाखुशी जाहिर की है। कुलपति ने इसके साथ ही इंडियन जर्नल्स डॉट काम में सर्वाधिक शोध प्रकाशित कराने वाले कुमाऊं विवि के प्रो. सीसी पंत, प्रो. संतोष कुमार, पीसी पांडे, एचसी पांड व प्रज्ञा जोशी को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी है।