विभाग के अनुसार बीते वर्षों जैसा ही है जलस्तर घटने का 'ट्रेंड'
नवीन जोशी, नैनीताल। सरोवरनगरी का हृदय कही जाने वाली नैनी झील में जल का स्तर गत वर्षों के मुकाबले इस वर्ष अधिक बारिश होने के बावजूद लगातार घटता जा रहा है, फलस्वरूप अप्रैल माह के शुरू में ही झील के किनारे कई स्थानों पर डेल्टा बनने की शुरूआत होने लगी है।
आंकड़ों से ही सीधे बात शुरू करें तो आज की तिथि यानी दो अप्रैल तक नगर में जनवरी माह से 140.71 मिमी वष्रा हुई, और झील का जलस्तर 3.15 फीट है जबकि दो अप्रैल 10 तक बारिश 53.34 मिमी ही होने के बावजूद जलस्तर 4.75 फीट था। इसी तरह वर्ष 09 में बारिश 46.23 मिमी होने के बावजूद जलस्तर 5.44 फिट और 08 में मात्र 31.75 मिमी बारिश के बावजूद झील 6.4 फिट तक भरी थी लेकिन इससे इतर बीते तीन वर्षों में इस अवधि के एक सप्ताह के आंकड़ों के आधार पर ही लोनिवि के अभियंता डीसी बिष्ट का कहना है कि बीते वर्षों की तरह ही इस वर्ष भी प्रतिदिन 0.5 इंच की गति से झील का जलस्तर लगातार गिर रहा है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1977 में अप्रैल में झील का जलस्तर 3.3 फीट, 78 में 2.95 फीट, 80 में मात्र 1.5 फिट, 85 में 2.5 फिट जितना कम रहा है, जबकि अगले दशक के 1990 में 9.48 फिट, 91 में 9.05 फिट भी रहा है। इधर वर्ष 2003 में भी झील का जलस्तर 8.7 फिट था। झील के घटते जलस्तर को उस वर्ष हुई बर्फबारी से भी जोड़ा जाता है, लंबी अवधि में झील के जलस्तर के घटने-बढ़ने को कुछ लोग सामान्य प्रक्रिया भी मानते हैं, हालांकि इस बात पर सभी एकमत हैं कि नगर में साल दर साल पानी का बढ़ता खर्च झील के जलस्तर को घटाने में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। खासकर इस वर्ष बरसात के बाद से बलियानाले में लगातार हो रहे पानी के रिसाव को इस वर्ष जलस्तर घटने का प्रमुख कारण माना जा रहा है।