tag:blogger.com,1999:blog-10528121938519206122024-03-13T19:23:47.953-07:00उत्तराखंड समाचारनैनीताल की खिड़की से उत्तराखंड के हाल चाल.....डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.comBlogger302125tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-60449554007050119622020-04-29T09:57:00.002-07:002020-04-29T09:57:34.266-07:00Nainital Latest News <div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-45703940154378486012020-03-12T23:31:00.000-07:002020-03-12T23:34:43.472-07:00Nainital News @ Navin Samachar @ https://navinsamachar.com/<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-23116911090352919672015-07-21T07:25:00.001-07:002015-07-21T07:25:36.074-07:00सरकार के बचाव को लेकर ऊहापोह में संघ<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<img height="289" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/21072015/21072015-md-dd-1/d108453898.jpg" width="640" /><br />
<span class="haedlinesstory" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 20px; font-weight: bold;"></span><br />
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<ul><span class="haedlinesstory" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 20px; font-weight: bold;">
<li><span style="font-size: 15px; font-weight: normal; text-align: left;">संघ की अनौपचारिक बैठकों का सिलसिला शुरूददुर्ग में तब्दील हुआ,</span></li>
<li><span style="font-size: 15px; font-weight: normal; text-align: left;">दुर्गापुर अभिसूचना इकाइयों और सुरक्षा में तैनात राज्य पुलिस के जवानों को भी कार्यक्रम स्थल के गेट के बाहर किया</span></li>
</span></ul>
</div>
<span class="haedlinesstory" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 20px; font-weight: bold;">
</span><span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;"><div style="text-align: justify;">
नैनीताल (एसएनबी)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ इन दिनों अजीब कशमकश में फंसा हुआ है। चिंता इस बात को लेकर है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार तो बन गई, मगर सबको साथ लेकर चलने की मजबूरी में सरकार अपनी पितृ संस्था के साथ अपेक्षित न्याय नहीं कर पा रहा है, उलटे विवादों के चक्रव्यूह में लगातार फंसते जा रही है।विपक्ष खासकर कांग्रेस केंद्र के साथ ही एक-एक कर भाजपा नेतृत्व वाली सभी राज्य सरकारों को विवादों में शामिल बताने में कमोबेश सफल हो रही है। ऐसे में संघ क्या करे। भाजपा को बैकफुट पर जाने से रोकने के लिए स्वयं आगे आए कि नहीं। यह वे कशमकश के सवाल हैं जिन पर मुख्यालय के निकटवर्ती पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार दुर्गापुर में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत एवं सर कार्यवाह व सह कार्यवाह स्तर के नेताओं की अनौपचारिक तौर पर शुरू हो गई बैठकों में छाए हुए हैं। यूं संघ ने दुर्गापुर में हो रही बैठक स्थल को दुर्ग में तब्दील कर दिया है। अभिसूचना इकाइयों के साथ उत्तराखंड पुलिस के जवानों को भी कार्यक्रम स्थल के गेट के बाहर कर दिया गया है, जबकि मीडिया कर्मियों को गेट के पास से ही ‘‘टरकाने’ की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम की व्यवस्थाओं में स्थानीय स्वयंसेवकों को केवल चाय-पानी, भोजन अथवा बाहरी प्रदेशों से आ रहे प्रांत व क्षेत्रीय प्रचारकों की व्यवस्थाएं करने तक के कायरे में सीमित किया गया है। इससे कई कार्यकर्ता क्षुब्ध भी हैं। सूत्र बता रहे हैं कि संघ इस बात से चिंतित है कि संघ की विचारधारा को आगे बढ़ाने वाली सरकार के कार्यकाल में देश व हिंदुत्व की संघ की विचारधारा को आगे बढ़ाने के अपेक्षित लक्ष्य पूरे नहीं हो पा रहे हैं,और नई चुनौतियां सिर उठाती जा रही हैं। उधर, बैठक के लिए कमोबेश सभी राज्यों के प्रांत व क्षेत्रीय प्रचारक दुर्गापुर पहुंच गए हैं। छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश आदि प्रदेशों के प्रांत व क्षेत्र प्रचारकों ने सोमवार को मुख्यालय नैनीताल का भी भ्रमण किया। </div>
</span><br />
<h3 style="text-align: justify;">
मोहन भागवत ने किया ज्योति स्वरूप भवन का लोकार्पण </h3>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल। आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत ने सोमवार को पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार में विद्यालय की स्थापना के दौर में विभाग और क्षेत्र प्रचारक रहे तथा स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाने वाले ज्योति स्वरूप के नाम से एक भवन का लोकार्पण किया। इस भवन में आधुनिक आईटी लैब के साथ स्काउट, एनसीसी व एनएसएस तथा संगीत विभाग के कक्ष हैं। लोकार्पण के अवसर पर संघ के सर कार्यवाह भैया जी जोशी, सह कार्यवाह सुरेश सोनी, दत्तात्रेय घोसबोले, डा. किरण गोपाल, विद्यालय की कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष डा. एपी सिंह व प्रधानाचार्य डा. किशनवीर सिंह शाक्य आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।</div>
<span class="haedlinesstory" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 20px; font-weight: bold;"></span><span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;"></span><br />
<div style="text-align: justify;">
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com3tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-75098420666082205952015-07-20T07:07:00.000-07:002015-07-20T07:07:01.124-07:002017 चुनाव : संघ की सर्वोच्च प्राथमिकता में होगा उत्तराखंड<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<div style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em; text-align: justify;">
<img height="640" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/20072015/20072015-md-dd-2/d109937310.jpg" width="312" /></div>
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<div style="text-align: left;">
<ul style="text-align: left;">
<li style="text-align: justify;"><span style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 90 वर्ष के इतिहास में पहली बार अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की बैठक नैनीताल में आयोजित</span></li>
<li style="text-align: justify;"><span style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">अक्टूबर में हरिद्वार में संघ की दूसरी शीर्ष अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक उत्तराखंड के हरिद्वार में प्रस्तावित</span></li>
</ul>
</div>
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;"><div style="text-align: justify;">
<b><a href="http://www.uttarakhandlovers.co.in/" target="_blank">नवीन जोशी, नैनीताल।</a></b> वर्ष 1925 में अपनी स्थापना से हिंदू समाज के उत्थान के लिए संघर्षरत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लिए उत्तराखंड शीर्ष प्राथमिकता में आ गया है। गंगा-यमुना के उद्गम व ऋषि-मनीषियों के दौर से देश-दुनिया को वेद-पुराणों व धर्म की दीक्षा देने वाले राज्य उत्तराखंड में आरएसएस ने अपनी स्थापना के 90 वर्षो के इतिहास में पहली बार अपनी दोनों शीर्ष बैठकें उत्तराखंड में रखकर इसका संकेत दे दिया है। संघ की शीर्ष अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक उत्तराखंड के नैनीताल में 21 से 24 जुलाई तक आयोजित हो रही है, जबकि आगे अक्टूबर में दूसरी शीर्ष अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक भी उत्तराखंड के हरिद्वार में प्रस्तावित कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में वर्ष 2017 में विधान सभा चुनाव होने हैं, लिहाजा संघ की दो प्रमुख बैठकों को पहली बार एक साथ उत्तराखंड में रखने के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। </div>
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<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;"><span style="background-color: #f79443; color: blue; font-family: Verdana, Geneva, sans-serif; font-size: 18.7199993133545px; font-weight: bold; text-align: justify;">नियमित तौर पर नैनीताल, कुमाऊं और उत्तराखंड के समाचार, विशिष्ट आलेख, खूबसूरत चित्रों के लिए फॉलो करें-</span><a href="http://www.uttarakhandlovers.co.in/" target="_blank"><b>नवीन जोशी समग्र</b></a></span><br />
<div style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">इन बैठकों में देश की राजनीति पर तो चर्चा होगी ही, पर राज्य में बैठकर प्रदेश की राजनीति की बात नहीं होगा, कहना बेमानी होगा। यह अलग बात है कि जाहिर तौर पर 2017 में किसी तरह का राजनीतिक लाभ लेने की बात भले न हो, लेकिन संघ अपने एजेंडे को राज्य के राजनीतिक दलों के बीच जरूर आगे बढ़ाएगा। इसका इशारा होना भी प्रारंभ हो गया है। कांग्रेस सरकार ने राज्य में हरेला महोत्सव व मेरे बुजुर्ग-मेरे तीरथ नाम की जो धर्म-संस्कृतिसे जुड़ी योजनाएं शुरू की हैं, संघ के लोग उसे संघ की विचारधारा का आगे बढ़ना बता रहे हैं। साफ है कि इस तरह सत्तारूढ़ दल के साथ विपक्ष पर भी संघ दबाव बनाने और अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए जन दबाव बनाने जैसा प्रयास भी करेगा तो आश्चर्य न होगा।</span></div>
<h3 style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">सरसंघचालक मोहन भागवत बैठक से दो दिन पहले नैनीताल पहुंचे</span></h3>
<div style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">नैनीताल। नैनीताल के पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार दुर्गापुर में 21 जुलाई से शुरू हो रही अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक कितनी महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संघ के शीर्ष-सरसंघचालक मोहन भागवत बैठक से दो दिन पूर्व रविवार सुबह यहां पहुंच गए। आगे उनका बैठक के एक दिन बाद यानी 25 जुलाई की शाम लौटने का कार्यक्रम है। उल्लेखनीय है कि मोहन भागवत का उत्तराखंड से पूर्व से ही लगाव रहा है। वह पूर्व में सह सरसंघचालक रहते अल्मोड़ा व सर सरसंघचालक बनने के बाद पिछले वर्ष यहीं दुर्गापुर में आ चुके हैं। कार्यक्रम से जुड़े लोगों के अनुसार भागवत को नैनीताल में इन दिनों बरसात के मौसम में स्थितियां खराब होने का भय दिखाया गया था, पर इसके जवाब में मोहन भागवत का दिलचस्प जवाब था कि जब लोग वहां रह रहे हैं, तो उन्हें आने में क्या दिक्कत हो सकती है। जैसे लोग वहां रह रहे हैं, वैसे ही वह भी रह लेंगे। बताया गया है कि भागवत यहां आकर कार्यक्रम के मीनू में शामिल भट की चुड़कानी, रस भात, लिंगुड़े की सब्जी व झुंगरे का भात जैसे ठेठ कुमाऊंनी व्यंजनों का स्वाद ले रहे हैं। गौरतलब है कि उनसे पूर्व केसी सुदर्शन और रज्जू भैया यहां सरसंघचालक रहते आने वालों में शामिल रहे हैं। </span></div>
<h3 style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">कोश्यारी और पंत ने लगाई हाजरी</span></h3>
<div style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">नैनीताल। आरएसएस पूर्णतया गैर राजनीतिक संगठन है, परंतु भाजपा से उसकी नजदीकी किसी से छुपा नहीं है। लिहाजा संघ की शीर्ष अखिल भारतीय बैठक के यहां होने के नाते भाजपा नेताओं का भी यहां आना-जाना लगा रह सकता है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रकाश पंत शनिवार की शाम व्यवस्थाओं का जायजा लेकर यहां से लौट चुके हैं, जबकि सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने रविवार सुबह आकर सर सरसंघचालक से आशीर्वाद लेने के लिए हाजरी लगा दी है।</span></div>
<h3 style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">प्रदेश सरकार को मिल सकती है सराहना</span></h3>
<div style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">नैनीताल। भले प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई ‘‘मेरे बुजुर्ग-मेरे तीर्थ’और हरेला महोत्सव जैसे लोक संस्कृति से जुड़े कार्यक्रमों की विपक्षी भाजपा आलोचना कर रही हो, मगर इन योजनाओं पर आरएसएस से राज्य सरकार को सराहना मिल सकती है। संघ के सदस्यों का कहना है कि संघ का एजेंडा हिंदुत्व का यानी हिंदू समाज के उत्थान का एजेंडा है। कोई पार्टी उसके एजेंडे को आगे बढ़ाए, इससे संघ को परहेज नहीं होता। वरन संघ चाहता है कि हर पार्टी उसकी विचारधारा को आगे बढ़ाए। उत्तराखंड में संघ ने हरेला लोकपर्व से 25 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है। राज्य सरकार ने हरेला महोत्सव से संघ के इस अभियान को आगे बढ़ाने का ही कार्य किया है, इसलिए आश्र्चय न हो, यदि अखिल भारतीय प्रांतीय प्रचारक बैठक में इसका जिक्र आने पर राज्य सरकार की सराहना ही की जाए।</span></div>
<h3 style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">भाजपा के राम माधव, सुरेश सोनी व रामलाल भी पहुचेंगे बैठक में </span></h3>
<div style="text-align: justify;">
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">नैनीताल। आरएसएस की 21 जुलाई से आयोजित अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक के लिए सरसंघचालक मोहन भागवत के अलावा सर कार्यवाह भैयाजी जोशी नैनीताल पहुंच चुके हैं। उनके अलावा बैठक में सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी व कृष्ण गोपाल के अलावा भाजपा महामंत्री संगठन राम लाल, केंद्रीय मंत्री राम माधव, उत्तराखंड के पूर्व प्रांत प्रचारक शिव प्रकाश व सौदान सिंह आदि नेता, प्रांत प्रचारक डा. हरीश रौतेला, सह प्रांत प्रचारक युद्धवीर सहित संघ के किसान संघ, मजदूर संघ, विद्या भारती, बनवासी कल्याण आश्रम जैसे करीब दो दर्जन आनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारी व प्रांत एवं क्षेत्रीय प्रचारकों सहित 180 शीर्ष पदाधिकारियों के पहुंचने और बैठक में भाग लेने की उम्मीद है।</span></div>
</div>
डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-16575622599461735912015-05-12T21:05:00.003-07:002015-05-12T21:05:46.240-07:00एक गृहणी से मृदुभाषिता के जरिए महिला कांग्रेस अध्यक्ष के पद तक पहुंची हैं सरिता आर्या<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<a href="http://4.bp.blogspot.com/-aiwCIXS5hwk/VVLNGsCnumI/AAAAAAAAHj0/A72vNtI3gro/s1600/Sarita%2BArya.JPG" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" height="400" src="http://4.bp.blogspot.com/-aiwCIXS5hwk/VVLNGsCnumI/AAAAAAAAHj0/A72vNtI3gro/s400/Sarita%2BArya.JPG" width="331" /></a></div>
<div style="text-align: justify;">
<b>-परी कथा की तरह रहा है एक ग्रामीण बच्ची का महिला कांग्रेस के शीर्ष तक पहुंचने का सफर</b></div>
<div style="text-align: justify;">
<a aria-haspopup="true" aria-owns="js_2" data-gt="{"entity_id":"265336673673252","entity_path":"\/groups\/profile.php"}" data-hovercard="/ajax/hovercard/page.php?id=265336673673252&extragetparams=%7B%22fref%22%3A%22nf%22%2C%22directed_target_id%22%3A741928839202676%7D" href="https://www.facebook.com/navinjoshi.in?fref=nf" id="js_3" style="background-color: white; color: #3b5998; cursor: pointer; font-family: helvetica, arial, 'lucida grande', sans-serif; font-size: 14px; font-weight: bold; line-height: 19.3199996948242px; text-align: left; text-decoration: none;">नवीन जोशी, </a>नैनीताल। नैनीताल की विधायक सरिता आर्या को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। मुख्यालय के निकटवर्ती गांव में अपनी माता के हाथों में पली एक बालिका का महिला कांग्रेस के शीर्ष पद पहुंचने का सफर किसी परी कथा की तरह रहा है, और इस कथा में सबसे बड़ी भूमिका सरिता आर्या के मृदुभाषी होने तथा पदों की प्राप्ति के बावजूद स्वयं के व्यवहार में कोई परिवर्तन खासकर किसी तरह का दंभ रखे बिना छोटों-बढ़ों सबको सम्मान देने की रही है। किसी भी व्यक्ति से हाथ जोड़कर कुशल क्षेम पूछना और कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि होने के बावजूद पीछे की पंक्ति में बैठे परिचितों का अभिनंदन करना जैसे उनकी पहचान बन गई है।</div>
<div style="text-align: justify;">
एक ग्रामीण बालिका से आईएएस अधिकारी की पत्नी तथा दो बेटों की मां के रूप में एक गृहणी के रूप में घर-गृहस्थी संभाल रही सरिता का सार्वजनिक जीवन में पदार्पण वर्ष १९९० में ऑल इंडिया वीमन कांफ्रेंस में जुड़ने के साथ हुआ। वर्ष २००३ में वह सीधे व पहले प्रयास में ही नैनीताल नगर पालिका अध्यक्ष की बड़ी भूमिका के लिए निर्वाचित हुर्इं और २००८ तक इस पद पर उनका बेदाग कार्यकाल रहा। आगे २००९ में ऑल इंडिया वीमन कांफ्रेंस ने उन्हें नगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सोंपी, जिसके जरिए अन्य दलों की महिला नेत्रियों के साथ भी उनके मधुर संबंध रहे। वर्ष २०१२ में एक बारगी सरिता को कांग्रेस पार्टी से टिकट प्राप्त करने के लिए पत्रकार वार्ता का सहारा लेना पड़ा था, जिसके बाद उनका टिकट फाइनल हुआ तो उन्होंने उक्रांद व भाजपा के हाथों रही नैनीताल सीट पर कांग्रेस को रिकार्ड २३ वर्षों के बाद सत्ता में वापस ला दिया। इधर राज्य की राजनीति में बदलते समीकरणों, जनपद के अन्य अनुसूचित जाति के नेता यशपाल आर्य के जनपद से बाहर से लड़ने से खाली हुई अनुसूचित नेता की जगह को बखूबी भरते हुए सरिता पहले मंत्री स्तरीय संसदीय सभा सचिव का पद प्राप्त करने के बाद महिला कांग्रेस के शीर्ष पर पहुंची हैं, जिस पर उनके दल के ही नहीं विरोधी दलों के लोग भी खुशी जता रहे हैं। उनके नजदीकी हांे या कि विरोधी, सबका मानना है कि उनका मृदुभाषी होना उनकी सबसे बड़ी ताकत है, जिसके बाद उनके मुस्कुराते चेहरे के आगे कोई विरोधी भी विरोधी नहीं रह पाता है। बुधवार को उनका मुख्यालय में स्वागत होने तथा आगामी १६ मई को पदभार संभाले जाने की संभावना है।</div>
<div>
<br /></div>
</div>
डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-9071375336132914272015-05-12T21:00:00.000-07:002015-05-12T21:08:38.546-07:00राजस्व मंत्री के क्षेत्र में राजस्व विभाग गायब !<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div style="text-align: justify;">
<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/13052015/13052015-md-dd-1/d77323796.jpg" height="288" width="640" /></div>
<div style="text-align: justify;">
-कुमाऊं मंडल के अपर आयुक्त की वार्षिक निरीक्षण आख्या में की गई है टिप्पणी-बाजपुर तहसील में राजस्व विभाग का कार्य किया जाना ही दृष्टिगोचर नहीं होता</div>
<div style="text-align: justify;">
नवीन जोशी, नैनीताल। कुमाऊं मंडल के अपर आयुक्त की वार्षिक निरीक्षण आख्या में बाजपुर तहसील के बारे में टिप्पणी की गई है कि बाजपुर तहसील के अंतर्गत राजस्व न्यायालय व राजस्व अभिलेखों को अद्यतन किए जाने तथा राजस्व संग्रह, जो कि राजस्व विभाग के मूलभूत कार्य हैं, के संबंध में राजस्व विभाग का कार्य किया जाना ही दृष्टिगोचर नहीं होता है। वहां सक्षम राजस्व अधिकारी यानी तहसीलदार राजस्व विभाग के मौलिक कार्यों को करने में कोई रुचि रखते हुए प्रतीत नहीं होते, एवं राजस्व विधियों का पालन जनहित में करने के बजाय उनका दुरुपयोग अधिनियमित एवं संवैधानिक व्यवस्थाओं के विपरीत किया जाना स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है। रिपोर्ट में बाजपुर तहसील के राजस्व विभाग पर अनेकों टिप्पणियां की गई हैं, तथा प्रभारी तहसीलदार को कदाचार का दोषी भी ठहराया गया है।</div>
<div style="text-align: justify;">
उल्लेखनीय है कि बाजपुर प्रदेश के राजस्व मंत्री यशपाल आर्य का विधान सभा क्षेत्र है। पूर्व में इस क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ तत्कालीन नैनीताल रेंज के डीआईजी संजय गुंज्याल द्वारा कार्रवाई करने पर प्रदेश की चार में दो पुलिस रेंजों को ही समाप्त कर राज्य की पुलिस व्यस्था ही बदल दी गई थी। इधर अपर आयुक्त कुमाऊं जगदीश कांडपाल द्वारा बीती १५ मार्च को किए गए बाजपुर तहसील के वार्षिक निरीक्षण और इसकी एक अप्रैल को आयुक्त तथा ऊधमसिंह नगर जिले के डीएम एव एसडीएम आदि को भेजी गई रिपोर्ट 'राष्ट्रीय सहारा" के हाथ लगी है। रिपोर्ट के बिंदु संख्या एक के अनुसार अपर आयुक्त को निरीक्षण के लिए प्रस्तुत की गई पुस्तिका राजस्व नियम संग्रह के अध्याय १८ के अनुसार नहीं थी, उसमें अनेक त्रुटियां तथा कई प्रपत्र संलग्न नहीं किए गए थे, इसके लिए प्रभारी तहसीलदार सुदेश चंद्र को साफ तौर पर कदाचार का दोषी ठहराया गया है। कहा गया है कि श्री चंद्र के द्वारा तहसील का आंतरिक निरीक्षण तथा संग्रह कार्य का पर्यवेक्षण भी नहीं किया गया है। अभिलेखों के अनुसार तहसीलदार न्यायालय में ८६ वाद विचाराधीन बताए गए, लेकिन चंद्र नहीं बताए गए कि कितरे वाद विवादित हैं। उनके द्वारा कभी भी वादों की सुनवाई नहीं की गई, व विचाराधीन वादों को नायब तहसीलदार से निस्तारित करवाया गया। विविध देवों के २६ मदों में २२२.७७ लाख की मांग के सापेक्ष फरवरी तक १८८.७८ लाख यानी ८४.७४ फीसद की वसूली दर्शाई गई, जबकि १० बड़े बकाएदारों से ही १०५ लाख की वसूली अवशेष पाई गई, यानी वास्तविक मांग करीब १५ करेाड़ को छिपा कर अधिक वसूली दिखाई गई। राजकीय देयों की भी करोड़ों रुपए की वसूली के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। रिपोर्ट के अनुसार खतौनियों के रखरखाव व उनमें भूलेख नियमावली की प्रक्रिया का गंभीर उल्लंघन व क्षेत्राधिकार का अतिक्रमण बताया गया है, साथ ही आर-६ पंजिका में भी निर्धारित व्यवस्थाओं का अनुसरण नहीं किया गया है। इस बारे में ऊधमसिंह नगर के डीएम को कार्रवाई करनी थी। पूछे जाने पर डीएम पंकज पांडेय का कहना है कि प्रभारी तहसीलदार ने आगे से ऐसी कमियां न होने की बात कही है। अनुपालन रिपोर्ट कुमाऊं आयुक्त को एक-दो दिन पहले ही भेज दी गई है। मामला प्रदेश के राजस्व मंत्री के क्षेत्र से संबंधित होने के कारण अधिकारी मामले में कोई कार्रवाई करने या जवाब देने से भी बच रहे हैं।</div>
<h3 style="text-align: justify;">
योजनाबद्ध तरीके से भूमिहीन किया जा रहा एसटी के काश्तकारों को</h3>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल। अपर आयुक्त की टिप्पणी रिपोर्ट के बिंदु संख्या १० में बाजपुर तहसील में अनुसूचित जनजाति के काश्तकारों की भूमि योजनाबद्ध तरीके से विक्रय कर उन्हें भूमिहीन किए जाने का अप्रत्यक्ष कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के लिए पंजिका संख्या-४ को माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया गया है। मद संख्या १८५ व १९४ में क्रमश. १.७ लाख व १४.१ लाख रुपए की धनराशि एसटी के व्यक्ति की भूमि को बिना व्यापक प्रचार-प्रसार के तथा जमींदारी आकार पत्र ७३ (क) के तहत अनुमति लिए बिना ही नीलाम करने से प्राप्त हुई है। इसमें से ६.२८ लाख रुपए संबंधित काश्तकार गोविंद सिंह को नगद भुगतान दिया गया है, जो कि नियमविरुद्ध है।<br />
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<b><span style="color: #cc0000;">मूलतः यहाँ देखें-<a href="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epapermain.aspx?queryed=14&eddate=05%2f13%2f2015" target="_blank">राष्ट्रीय सहारा, देहरादून। १३ मई २०१५ , पेज-१। </a></span></b></div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-6032570090547593782015-04-23T18:47:00.001-07:002015-04-23T18:52:26.308-07:00कुमाऊंनी साहित्य व संस्कृति को बढ़ावा देगा केएमवीएन<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<div style="text-align: justify;">
<table cellpadding="0" cellspacing="0" class="tr-caption-container" style="float: left; margin-right: 1em; text-align: left;"><tbody>
<tr><td style="text-align: center;"><a href="http://3.bp.blogspot.com/-Y78K6TzKwcY/VTmgRJzCOzI/AAAAAAAAHgY/eagscxKYEbo/s1600/Kumaoni-kmvn.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; margin-bottom: 1em; margin-left: auto; margin-right: auto;"><img border="0" src="http://3.bp.blogspot.com/-Y78K6TzKwcY/VTmgRJzCOzI/AAAAAAAAHgY/eagscxKYEbo/s1600/Kumaoni-kmvn.jpg" height="320" width="162" /></a></td></tr>
<tr><td class="tr-caption" style="text-align: center;">Rashtriya Sahara, 24.04.2015</td></tr>
</tbody></table>
<br /></div>
<div style="text-align: justify;">
<span style="font-family: mangal;"><span style="background-color: white; font-size: 15px;">नैनीताल (एसएनबी)। कुमाऊं मंडल में पर्यटन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला केएमवीएन अब कुमाऊंनी साहित्य व संस्कृति को बढ़ाने का कार्य भी करेगा। निगम के उपाध्यक्ष वरिष्ठ कुमाऊंनी साहित्यकार गोपाल दत्त भट्ट ने कहा कि निगम पहले से ही अपने पर्यटक आवास गृहों में आने वाले देश भर के पर्यटकों को अनेक मौकों पर कुमाऊं के लजीज व्यंजन परोसता रहता है, आगे यहां कुमाऊं के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकारों की कृतियों के जरिए यहां के साहित्य को तथा यहां के परिधान व संस्कृति के अन्य अंगों को सैलानियों के अवलोकन और प्रयोग के लिए रखने पर विचार किया जाएगा। </span></span></div>
<div style="text-align: justify;">
<span style="font-family: mangal;"><span style="background-color: white; font-size: 15px;">भट्ट बृहस्पतिवार (23.04.2015) को टीआरएच सूखाताल में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 2013 की आपदा के बाद कुछ लोगों ने देश भर में उत्तराखंड के असुरक्षित होने का भ्रम फैलाया है। इधर विपक्ष अब भी यह भ्रम जारी रखने का कार्य कर रहा है, जबकि प्रदेश सरकार लगातार इस भ्रम को तोड़ने का कार्य कर रही है। आगे निगम देश भर में प्रदेश के पर्यटन के लिए सुरक्षित होने का प्रचार-प्रसार करेगा। गढ़वाल की तरह कुमाऊं के नानकमत्ता, पूर्णागिरि, रीठा साहिब, चंपावत, हाट कालिका, जागेश्वर, बागेश्वर, बैजनाथ, कोटभ्रामरी व द्योनाई से होते हुए कैंची आदि धार्मिक स्थलों को जोड़कर धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने, अच्छा कार्य कर रहे नैनीताल, कौसानी व चौकोड़ी के टीआरएच का उच्चीकरण एवं घाटे में चल रहे टीआरएच को उबारने तथा अनछुवे पर्यटक स्थलों को चिह्नित कर वहां कॉटेज बनाकर स्थानीय युवकों को आवंटित करने आदि की योजनाएं उनके दिमाग में हैं, जिन्हें वह क्रियान्वित करने का प्रयास करेंगे।</span></span></div>
<span class="story1" style="background-color: white; font-family: mangal; font-size: 15px;">
</span></div>
डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-28906067739912417222015-02-11T23:50:00.002-08:002015-02-12T00:02:04.889-08:00नगर पालिका और जिला प्रशासन आमने-सामने, टकराव तय<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<h3 style="background-color: #f79443; color: blue; font-family: Verdana, Geneva, sans-serif; margin: 0px; position: relative; text-align: justify;">
<div style="text-align: left;">
<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/1222015/1222015-md-dd-10/164142997.jpg" height="640" style="color: black; font-family: 'Times New Roman'; font-size: medium; font-weight: normal;" width="587" /></div>
<ul>
<li><span style="background-color: transparent; text-align: left;">पालिका बोर्ड के अधिकारों में हस्तक्षेप का लगाया आरोप</span></li>
<li><span style="background-color: transparent;">दुर्गापुर में मकानों के आवंटन मामले में हुए हैं एफआईआर के निर्देश </span></li>
<li><span style="background-color: transparent;">पालिका अध्यक्ष ने कहा, आवंटन में पालिका ने नहीं की कोई गलती </span></li>
</ul>
</h3>
<div>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल। जेएनएनयूआरएम व बीएसयूपी योजना के तहत दुर्गापुर में बने भवनों के आवंटन के मामले में एफआईआर दर्ज कराने के प्रशासन के आदेशों को पालिका अध्यक्ष श्याम नारायण ने गलत बताया है। पालिका अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रशासन नगर पालिका बोर्ड के अधिकारों पर हस्तक्षेप कर रहा है। बीती 27 जनवरी 2015 को कुमाऊं आयुक्त अवनेंद्र सिंह नयाल की अध्यक्षता में जेएनएनयूआरएम व बीएसयूपी योजना के तहत दुर्गापुर में बने भवनों में से दो भवन नगर पालिका द्वारा दो लोगों को दिये जाने को गलत ठहराया गया था तथा इस मामले में झील विकास प्राधिकरण के प्रोजेक्ट अभियंता सीएम साह को जिला शासकीय अधिवक्ता- फौजदारी से परामर्श कर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिये गए थे। </div>
<div style="text-align: justify;">
<h3 style="background-color: #f79443; color: blue; font-family: Verdana, Geneva, sans-serif; margin: 0px; position: relative;">
नियमित तौर पर नैनीताल, कुमाऊं और उत्तराखंड के समाचार, विशिष्ट आलेख, खूबसूरत चित्रों के लिए फॉलो करें-<a href="https://navinjoshi.in/" style="color: #741b47; text-decoration: none;" target="_blank">नवीन जोशी समग्र</a></h3>
<div style="text-align: left;">
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</div>
<div style="text-align: justify;">
पालिकाध्यक्ष नारायण ने बैठक के कार्यवृत्त के आधार पर इन आदेशों को नगर की निर्वाचित पालिका बोर्ड के अधिकारों पर हस्तक्षेप बताया है तथा आगे से भवनों के आवंटन से पालिका की भूमिका को समाप्त कर प्रशासन से ही भवनों का आवंटन करने को कहा है। उल्लेखनीय है कि बैठक के कार्यवृत्त में झील विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्व में तैयार 53 लोगों की सूची में से भी प्रभावित लोगों को दुर्गापुर में आवास न दिये जाने पर भी सवाल उठाए गए थे। इस मामले में भी पालिकाध्यक्ष नारायण ने कुमाऊं आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि 2008 में बनी डीपीआर भारत सरकार से स्वीकृत है, लिहाजा किसी दूसरी (प्राधिकरण की पुरानी 53 लोगों की) सूची से लोगों को भवन आवंटित नहीं किये जा सकते। वहीं स्वयं द्वारा डीपीआर से इतर दो लोगों, बिहारीलाल पुत्र हरी राम व पूरन सिंह सिजवाली पुत्र हर सिंह के मामलों में सफाई दी है कि इन लोगों के घर पिछले वर्ष बलियानाला में हुए भूस्खलन की चपेट में आकर ध्वस्त हो गए थे तथा उनके पास प्रशासन की ओर से इसी पते पर जारी हुए वर्षो पुराने स्थायी निवास प्रमाणपत्र, भूमि से संबंधित दस्तावेज, जाति प्रमाणपत्र, राशन कार्ड और बैंक की पास बुक आदि दस्तावेज उपलब्ध हैं, जिनके आधार पर ही उन्हें मकान पालिका बोर्ड की सहमति से आवंटित किये गए हैं। वहीं ‘राष्ट्रीय सहारा’ से बातचीत में अध्यक्ष ने कहा, उन्हें लगता है यह मामला पालिका के अधिकारियों को परेशान करने के लिए उठाया गया है जबकि व्यक्तिगत एवं हर स्तर पर उन्हें लगता है कि मामले में पालिका की ओर से कोई भी गलती नहीं की गई है। यदि किसी को कुछ गलत लगता है तो वह आगे कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। बहरहाल, पालिकाध्यक्ष के इस लिखित जवाब के बाद मामले में प्रशासन व पालिका के बीच तल्खी और बढ़ने के पूरे आसार बनते दिख रहे हैं।<br />
<h2>
कार्रवाई करेगा प्रशासन : आयुक्त </h2>
नैनीताल। इस मामले में पालिकाध्यक्ष के पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुमाऊं आयुक्त अवनेंद्र सिंह नयाल ने कहा कि अध्यक्ष के पत्र से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। किसी का हक मारकर दूसरे को नियमविरुद्ध आवास आवंटित करना बड़ा अपराध है। जिला शासकीय अधिवक्ता से परामर्श मांगा गया है। जरूरत पड़ने पर दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी। मामले में 2008 में बनी डीपीआर में नाम जोड़ने की भी जांच कराई जा सकती है।</div>
</div>
<div style="text-align: justify;">
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</div>
डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-63018368579253102322015-02-05T18:54:00.002-08:002015-02-05T18:54:32.575-08:00भवन-जमीन की धोखाधड़ी पर दर्ज किये जाएंगे मुकदमे <div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<h3 style="background-color: #f79443; color: blue; font-family: Verdana, Geneva, sans-serif; margin: 0px; position: relative; text-align: justify;">
<span style="background-color: transparent;">कर लिया गया है मंडलायुक्त की अध्यक्षता में "लैंड फ्रॉड समन्वय समिति" का गठन</span></h3>
<div style="text-align: justify;">
<a href="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/622015/622015-md-dd-10/154418644.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/622015/622015-md-dd-10/154418644.jpg" style="text-align: left;" /></a>नवीन जोशी नैनीताल। सरकारी, गैर सरकारी हर तरह के भवनों और जमीनों पर कब्जा करना और उन्हें फर्जी तरह से खुर्द-बुर्द करना व किसी अन्य के नाम करना अब आसान नहीं होगा। ऐसे मामलों में प्रथमदृष्टया अपराध की पुष्टि होने और पर्याप्त साक्ष्य होने की स्थिति में अनिवार्य रूप से पुलिस में अभियोग पंजीकृत किये जाएंगे। प्रदेश सरकार के हालिया शासनादेश के तहत कुमाऊं मंडल में भवनों व जमीनों की धोखाधड़ी के मामलों में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए मंडलायुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी-लैंड फ्रॉड समन्वय समिति का गठन कर लिया गया है। कमेटी में मंडलायुक्त के अलावा डीआईजी, झील विकास प्राधिकरण के सचिव, अपर आयुक्त, वन संरक्षक, नगर पालिका नैनीताल के अधिशासी अधिकारी सदस्य हैं। समिति की पहली बैठक में कुमाऊं परिक्षेत्र के डीआईजी ने ऐसे सभी मामलों को पुलिस को संदर्भित करने को कहा है, जिनमें प्रथमदृष्टया भवनों व जमीनों की धोखाधड़ी या अभिलेखों में हेरफेर कर अवैध खरीद-फरोख्त की गई है।</div>
<div style="text-align: justify;">
<h3 style="background-color: #f79443; color: blue; font-family: Verdana, Geneva, sans-serif; margin: 0px; position: relative;">
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</div>
<div style="text-align: justify;">
<div>
समिति की पहली बैठक में कुमाऊं परिक्षेत्र के डीआईजी ने ऐसे सभी मामलों को पुलिस को संदर्भित करने को कहा है, जिनमें प्रथम दृष्टया भवनों व जमीनों की धोखाधड़ी या अभिलेखों में हेरफेर कर अवैध खरीद-फरोख्त की गई है। कमेटी ने अपनी पहली बैठक में खटीमा में वन भूमि के दो मामलों में एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उम्मीद जताई जा रही है, इस कवायद से कुमाऊं मंडल में माफिया संस्कृति पर लगाम लग सकेगी। </div>
<div>
कुमाऊं आयुक्त अवनेंद्र सिंह नयाल की अध्यक्षता में गत दिवस हुई लैंड फ्रॉड समन्वय समिति की पहली बैठक में खटीमा रेंज के आरक्षित वन क्षेत्र खेतलसंडा मुस्ताजर की आरक्षित वन भूमि के आवंटन को नियम विरुद्ध बताते हुए डीआईजी कुमाऊं ने अभियोग पंजीकृत करने पर सहमति जताई। इसी तरह चंडीगढ़ निवासी अमृता सिंह की अल्मोड़ा जिले के ग्राम देवीपुर मूल्या स्थित भूमि में उनके परिवार जनों द्वारा धोखाधड़ी से दाखिल खारिज कराने के मामले को भी डीआईजी को अभियोग पंजीकृत करने के लिए संदर्भित कर दिया गया। इसके अलावा समिति के समक्ष पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट क्षेत्र में व्यापक स्तर पर वन भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण करने व निर्माणों को बेचने तथा नगर क्षेत्र में सरकारी जमीनों को नजूल भूमि दर्शाकर फ्री-होल्ड कराने की कार्रवाई तथा जमीनों की बिक्री की जा रही है। ऐसे मामलों में वन, राजस्व आदि विभागों का उत्तरदायित्व तय करने एवं आपराधिक पुष्टि होने पर जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज करने को कहा गया है। बैठक में तय किया गया है कि भवन-जमीनों संबंधी अभिलेखों में धोखाधड़ी व हेरफेर संबंधी शिकायतों की प्रारंभिक जांच में अपराध की पुष्टि होने और पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध होने की स्थिति में अनिवार्य रूप से अभियोग पंजीकृत किए जाएंगे।</div>
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<br /></div>
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</div>
डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-86397522344722826392015-02-04T19:27:00.000-08:002015-02-05T18:43:40.467-08:00देश में अग्रणी है उत्तराखंड का राज्य निर्वाचन आयोग<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div style="text-align: justify;">
<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/522015/522015-md-dd-10/163741743.jpg" height="466" width="640" /></div>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल। मुख्य सूचना आयुक्त नृप सिंह नपलच्याल ने बताया कि उत्तराखंड का राज्य निर्वाचन आयोग देश का अग्रणी आयोग है। आयोग अपने पास आई 93 फीसद द्वितीय अपीलों और 98 फीसद शिकायतों का निस्तारण कर चुका है। राज्य में वर्ष 2005 में आरटीआई शुरू होने के बाद से जनवरी माह तक साढ़े चार लाख से अधिक सूचनाओं के आवेदन आ चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा सूचनाएं राजस्व विभाग से संबंधित तथा इसके बाद विद्यालयी शिक्षा एवं गृह विभाग से संबंधित होती हैं। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने में किसी तरह की शिकायत सीधे आयोग को की जा सकती है। शिकायतों पर दोषी को दंडित करने का प्राविधान है। नृप सिंह ने बताया कि सूचना अधिकारियों को सहयोग न करने वाले विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ दंडनीय कार्रवाई का प्रावधान है।<br />
<h3 style="background-color: #f79443; color: blue; font-family: Verdana, Geneva, sans-serif; margin: 0px; position: relative;">
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</div>
<h3 style="text-align: justify;">
आयोग ने मांगी वीडियो कान्फ्रेंसिंग की सुविधा</h3>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल। राज्य सूचना आयोग ने सरकार से अपने राज्य कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग की सुविधा देने की मांग की है, ताकि राज्य की जनता को आयोग के समक्ष अपनी बात रखने के लिए देहरादून के चक्कर न लगाने पड़ें। इस तरह अपने जिला मुख्यालय आकर वह आयोग से संवाद कर पाएं। प्रदेश के मुख्य सूचना आयुक्त नृप सिंह नपलच्याल ने बताया कि इस बाबत राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है। उन्होंने खुलासा किया कि राज्य की एनडी तिवारी के नेतृत्व वाली सरकार के दौर से सरकार से राज्य निर्वाचन आयोग की दो पीठें अल्मोड़ा व श्रीनगर में गठित करने की मांग की थीं, पर आज तक सरकार से इस पर अनुमोदन न मिलने के बाद आयोग को यह अनुरोध करना पड़ा है। बुधवार को मुख्यालय स्थित उत्तराखंड प्रशासन अकादमी में नपलच्याल ने ‘राष्ट्रीय सहारा’ से वार्ता करते हुए यह खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सूचना मांगने वालों को धमकी मिलने संबंधी मामलों के लिए सभी डीएम को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आयोग अधिक सूचनाएं मांगे जाने वाले कार्यालयों में सूचना अधिकार के जवाब देने के लिए अलग से पटल स्थापित किए जाने का पक्षधर हैं।</div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-45120535818381501062015-01-12T19:13:00.000-08:002015-01-12T19:13:07.696-08:00चीन से आगे निकलने को 25 लाख की 'नेग' देगा उत्तराखंड<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div style="text-align: justify;">
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<img height="640" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/1312015/1312015-md-dd-10/182711.jpg" width="565" /></div>
<div style="text-align: justify;">
<b>एक पखवाड़े में ही 22 में से 17 सांगठनिक जिलों में बने 3.75 लाख सदस्य</b></div>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल (एसएनबी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर के रथ पर सवार भाजपा उत्तराखंड में अपनी सदस्य संख्या मौजूदा छह लाख से चार गुना से भी अधिक बढ़ाकर 25 लाख करने की ओर आगे बढ़ रही है। पार्टी के महा सदस्यता अभियान प्रदेश प्रभारी पूर्व काबीना मंत्री बलवंत सिंह भौंर्याल ने खुलासा किया। उन्होने कहा कि <b><span style="color: #274e13;">केंद्रीय नेतृत्व ने पार्टी को उत्तराखंड में 15 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया था, लेकिन प्रदेश के भाजपाइयों ने प्रधानमंत्री मोदी के भाजपा को दुनिया की सबसे बड़ी 10 करोड़ सदस्यों वाली पार्टी बनाने और चीन से आगे निकलने के लिए इस लक्ष्य को स्वयं ही करीब दो गुना कर 25 लाख की 'नेग' देने का फैसला किया है, तथा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जुटे हुए हैं। </span></b>25 दिसम्बर को पूर्व पीएम बाजपेयी के जन्मदिन से शुरू हुए अभियान के तहत करीब एक पखवाड़े में ही 3.75 लाख लोगों के पार्टी की सदस्यता दिला दी गई है। </div>
<h3 style="text-align: justify;">
नियमित तौर पर नैनीताल, कुमाऊं और उत्तराखंड के समाचार, विशिष्ट आलेख, खूबसूरत चित्रों के लिए फॉलो करें-<a href="https://navinjoshi.in/" target="_blank">नवीन जोशी समग्र</a></h3>
<div style="text-align: justify;">
भौंर्याल सोमवार (12.01.2015) को मुख्यालय में नैनीताल जनपद की सदस्यता अभियान संबंधी समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आमजन के लिए कायरे का परिणाम है कि बड़ी संख्या में आमजन ही नहीं, कांग्रेस सहित दूसरी पार्टियों के कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। नैनीताल जनपद को 40 हजार लोगों को संगठन से जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है, जिसमें से 16 हजार लोग पखवाड़े भर के भीतर ही जुड़ गए हैं। बताया कि मोबाइल फोन से मिस कॉल के जरिए पार्टी से जुड़ने के लिए 31 मार्च तक की समय सीमा तय है, लेकिन प्रदेश में पार्टी ने तय किया है कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए 15 फरवरी से ही मोबाइल फोन की सुविधा विहीन दूरस्थ क्षेत्रों में आगामी 15 फरवरी से ही परंपरागत रसीद बुक वाले तरीके से सदस्यता देने की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा, रानीखेत, पिथौरागढ़, डीडीहाट व चंपावत सांगठनिक जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों की समीक्षा तथा सभी जिलों के एक-एक दूरस्थ गांवों में वह स्वयं लोगों को सदस्यता दिला चुके हैं। बैठक में पार्टी जिलाध्यक्ष देवेंद्र ढैला, जिला सदस्यता प्रमुख रघुवर जोशी, विधायक दान सिंह भंडारी, पूर्व काबीना मंत्री गोविंद सिंह बिष्ट, खीमानंद शर्मा, बालम मेहरा, गोपाल रावत, हेम आर्या, दिनेश आर्या, मनोज साह, हुकुम सिंह कुंवर, ममता पलड़िया, शांति मेहरा, बिमला अधिकारी, भुवन हरबोला, तेज सिंह बिष्ट, संजय कुमार संजू सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। </div>
</div>
डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-90377446349112451322015-01-12T18:55:00.000-08:002015-01-12T18:55:13.034-08:00अपनी बनाई दूरबीनों से देख सकेंगे चांद-सितारे<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div style="text-align: justify;">
<img height="409" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/1312015/1312015-md-dd-10/182931251.jpg" style="text-align: left;" width="640" /><b>नेहरू तारामंडल इलाहाबाद में चल रही है 12 दिवसीय कार्यशाला </b></div>
<div style="text-align: justify;">
<b>कार्यशाला में दूरबीनों के लेंसों पर एल्युमिनियम की परत चढ़ाने का कार्य एरीज में</b></div>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल (एसएनबी)। केंद्र सरकार की जनता को खगोल विज्ञान से जोड़ने के उद्देश्य से चल रही एक योजना के तहत मूलत: नेहरू तारामंडल इलाहाबाद में बीती पांच से 16 जनवरी तक के लिए एक 12 दिवसीय कार्यशाला चल रही है, जिसमें देशभर के 40 चयनित लोगों को खुद के लिए पांच इंच व्यास की 25 दूरबीनें बनाने का मौका दिया जा रहा है। एक मीटर फोकस दूरी वाली इन ‘न्यूटोनियम डोप्सोनियन’ प्रकार की दूरबीनों से सूर्य, चंद्रमा के अलावा मंगल, बुध, बृहस्पति व उसके चार उपग्रह, शुक्र एवं उसके छह उपग्रहों, शनि तथा उसके उपग्रह टाइटन व अरुण (यूरेनस) आदि ग्रहों और उनके उपग्रहों को देखा जा सकेगा। कार्यशाला के तहत सभी दूरबीनों के लेंसों पर उनकी परावर्तन क्षमता बढ़ाने के लिए एल्युमिनियम की परत चढ़ाने (एल्युमिनियम कोटिंग) का कार्य एरीज में हो रहा है। </div>
<h3 style="text-align: justify;">
<span style="color: #cc0000;"><span style="background-color: white; font-family: Helvetica, Arial, 'lucida grande', tahoma, verdana, arial, sans-serif; font-size: 14px; line-height: 20px; text-align: left;">नियमित तौर पर नैनीताल, कुमाऊं और उत्तराखंड के समाचार, विशिष्ट आलेख, खूबसूरत चित्रों के लिए फॉलो करें-</span><span style="font-size: 14px; line-height: 20px; text-align: left;"><span style="font-family: Helvetica, Arial, lucida grande, tahoma, verdana, arial, sans-serif;"><a href="https://navinjoshi.in/" target="_blank">नवीन जोशी समग्र</a></span></span></span></h3>
<div style="text-align: justify;">
सोमवार (12.01.2015) को एरीज में कार्यशाला से जुड़े एवं खुद की भी दूरबीन तैयार कर रहे एरीज के विज्ञान केंद्र तथा पब्लिक आउटरीच केंद्र के समन्वयक डा. आरके यादव की अगुआई में आयूका पुणो, नेहरू प्लेनिटोरियम इलाहाबाद व एरीज के लोगों व विशेषज्ञों ने लेंसों पर एल्युमिनियम की परत चढ़ाने का कार्य प्रारंभ किया। यादव ने बताया कि इससे पूर्व प्रतिभागियों ने इलाहाबाद में पांच इंच व्यास के 19 मिमी मोटे लेंसों को सिलिकॉन कार्बाइड से घिसकर उनके केंद्र पर एक मिमी की गहराई युक्त अवतल लेंस के रूप में तैयार किया है। दूरबीनें 18वीं सदी में महान वैज्ञानिक आइजेक न्यूटन द्वारा प्रयोग की गई तकनीक पर बनाई जा रही हैं, इसलिए उन्हीं के नाम पर दूरबीन का नाम रखा गया है। आगे लेंसों को वापस इलाहाबाद ले जाकर वहां इन्हें एक खोखली नली में एक और 12 मिमी मोटे लेंस के साथ समायोजित कर दूरबीन का स्वरूप दिया जाएगा। कार्यशाला में केंद्र सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय का विज्ञान प्रसार संस्थान नोएडा पांच लाख रुपये खर्च कर रहा है। डा. विमान मेंधी, तुषार पुरोहित, उमंग गुप्ता, बीसी पंत, अशोक सिंह, प्रेम कुमार, हरीश आर्या, राजदीप सिंह व बाबू राम आदि इस कार्य में जुटे हुए थे। लेंस से कभी न देखें सूर्य को नैनीताल। आयूका पुणो से आये लेंस निर्माण विशेषज्ञ तुषार पुरोहित ने कहा कि सूर्य को किसी भी प्रकार की, यहां तक कि छोटी बच्चों की दूरबीनों से भी नहीं देखना चाहिए। इससे आंखों की रोशनी जा सकती है। सामान्य कैमरों से सूर्य की फोटो भी नहीं खींचनी चाहिए। यदि बहुत जरूरी हो तो लेंसों पर सूर्य से बचाव की फिल्म लगाकर ही सूर्य को देखा जा सकता है। </div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-68800960491342103442015-01-11T19:52:00.000-08:002015-01-12T19:41:53.888-08:00कभी भी गिर कर हादसे का सबब बन सकते हैं नैनीताल के विरासत महत्व के पुराने घर<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<a href="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/912015/912015-md-dd-10/164521125.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; display: inline !important; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/912015/912015-md-dd-10/164521125.jpg" height="320" style="text-align: left;" width="177" /></a></div>
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बेहद जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंचा मल्लीताल स्थित ओल्ड लन्दन हाउस</h3>
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<span style="text-align: justify;">नैनीताल (एसएनबबी)। पर्यटन नगरी में तल्लीताल हल्द्वानी रोड, मल्लीताल मोहन को चौराहे एवं पिछाड़ी व जल लाल साह बाजार सहित अनेक पुराने बाजारों में अनेक घर बेहद जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं। इनकी हालत ऐसी है कि कभी भी यह किसी बड़ी जन दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। वहीं छोटे भूकंप जैसी स्थिति में तो नुकसान की कल्पना करनी भी मुश्किल है। </span></div>
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<a href="http://3.bp.blogspot.com/-shLwL56MS6I/VLM59pERTdI/AAAAAAAAHPw/YyHPwidd6q0/s1600/London%2BHouse.jpg" imageanchor="1" style="clear: right; float: right; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" src="http://3.bp.blogspot.com/-shLwL56MS6I/VLM59pERTdI/AAAAAAAAHPw/YyHPwidd6q0/s1600/London%2BHouse.jpg" height="157" width="200" /></a><a href="http://4.bp.blogspot.com/--t69QW-XnAs/VLM5-Chk66I/AAAAAAAAHP0/etgeIMmtUGU/s1600/London%2BHouse1.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" src="http://4.bp.blogspot.com/--t69QW-XnAs/VLM5-Chk66I/AAAAAAAAHP0/etgeIMmtUGU/s1600/London%2BHouse1.jpg" height="185" width="200" /></a>सोशियल मीडिया पर भी ऐसे घरों के खतरनाक होने पर गंभीर चर्चा चल रही है। इस पर नगर के अनेक लोगों दिनेश महतोलिया, मनोज पांडे, देवेंद्र कोटलिया, केओ बाना, राजीव दुबे, देवेंद्र पटवाल, हरप्रीत खालसा, एलएम कोठियाल व पूरन जोशी आदि ने इस पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि प्रशासन मानो किसी दुर्घटना का ही इंतजार कर रहा है। वहीं बताया गया है कि ऐसे अधिकांश घरों पर वैध-अवैध कब्जेदार काबिज हैं। इन घरों के मालिक इसी इंतजार में हैं कि घर खुद-ब-खुद गिरें तो उन्हें कब्जेदारों से मुक्ति मिले, इसी कारण वह इनकी मरम्मत भी नहीं कराते हैं। पूर्व में नगर पालिका ने ऐसे एक-दो घरो को तोड़ने की हिम्मत दिखाई थी। </div>
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कभी भी गिर सकता है डीएसओ कार्यालय का भवन-<span style="background-color: white; font-family: Verdana, Arial, Helvetica, sans-serif; line-height: 19.5px;">ऐटन</span><span style="background-color: white; color: #333333; font-family: Verdana, Arial, Helvetica, sans-serif; line-height: 19.5px;"> </span>हाउस</h3>
</div>
<table cellpadding="0" cellspacing="0" class="tr-caption-container" style="float: right; margin-left: 1em; text-align: justify;"><tbody>
<tr><td style="text-align: center;"><a href="http://4.bp.blogspot.com/-PSYDa4dCg50/VLM7eVIWQBI/AAAAAAAAHQE/MxBCKwna7ZY/s1600/Etan%2BHouse.jpg" imageanchor="1" style="clear: right; margin-bottom: 1em; margin-left: auto; margin-right: auto;"><img border="0" src="http://4.bp.blogspot.com/-PSYDa4dCg50/VLM7eVIWQBI/AAAAAAAAHQE/MxBCKwna7ZY/s1600/Etan%2BHouse.jpg" height="240" width="320" /></a></td></tr>
<tr><td class="tr-caption" style="text-align: center;"><span style="font-size: small; text-align: justify;">आगे से ढही दीवार पर तिरपाल टांगी इस अवस्था में है </span><span style="background-color: white; font-family: Verdana, Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: small; line-height: 19.5px; text-align: justify;">ऐटन</span><span style="background-color: white; color: #333333; font-family: Verdana, Arial, Helvetica, sans-serif; font-size: small; line-height: 19.5px; text-align: justify;"> </span><span style="font-size: small; text-align: justify;">हाउस</span></td></tr>
</tbody></table>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल (एसएनबबी)। पर्यटन नगरी में केवल निजी ही नहीं, सरकारी विभागों के भवन भी बेहद खतरनाक स्थिति में हैं। तल्लीताल में 100 वर्षों से भी अधिक पुराने अंग्रेजी दौर के <span style="background-color: white; font-family: Verdana, Arial, Helvetica, sans-serif; line-height: 19.5px;">ऐटन</span><span style="background-color: white; color: #333333; font-family: Verdana, Arial, Helvetica, sans-serif; line-height: 19.5px;"> </span>हाउस में वर्षों से जिला पूर्ति अधिकारी (डीएसओ) का कार्यालय किराए चल रहा है। इस मामले में भी बताया जाता है कि मकान मालिक डीएसओ से कब्जा छुड़वाना चाहते हैं, इसलिए दशकों से भवन की मरम्मत नहीं हुई है। ऐसे में भवन काफी समय से खुद-ब-खुद गिरता जा रहा है।<br />
<h3>
<span style="color: #274e13;">नियमित तौर पर नैनीताल, कुमाऊं और उत्तराखंड के समाचार, विशिष्ट आलेख, खूबसूरत चित्रों के लिए फॉलो करें-<a href="https://navinjoshi.in/" target="_blank">नवीन जोशी समग्र</a></span></h3>
करीब दो वर्ष पूर्व इसके आगे वाले कक्ष का सामने वाला हिस्सा ही गिर गया था, जिसे तिरपाल लगा कर ढका गया है। इसके बाद डीएसओ कार्यालय ने इस कक्ष से अपना सामान अन्य कक्षों में रखवा दिया, लेकिन इसी भवन में कार्यालय चलता रहा। लेकिन इसके बाद भी भवन की कोई मरम्मत नहीं हुई। इधर डीएसओ तेजबल सिंह ने बताया कि कार्यालय के लिए मुख्यालय में किराए पर नए भवन की तलाश की जा रही है। झील विकास प्राधिकरण भवन में एक कक्ष आवंटित हुआ है, लेकिन वह कार्यालय के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में जब तक कार्यालय यहां रहता है, कार्यालय में कार्य करने वाले सरकारी कर्मचारी और कार्यालय में राशन कार्ड बनाने व अन्य कारणों से आने वाले लोगों की जान भगवान भरोसे ही है। </div>
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मंगलवार को होने वाले अधिकांश अग्निकांडों में खाक हुए हैं कई विरासत महत्व के भवन</h3>
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नैनीताल। इसे दुर्योग कहें या कुछ और, नैनीताल के ऐतिहासिक भवनों और आग का मानो चोली दामन का साथ है, वहीं यह भी अजब संयोग है कि यहां आग की अमंगलकारी घटनाएं अक्सर मंगलवार को होती हैं। उस मंगलवार को, जिसे धार्मिक दृष्टिकोण से पंचतत्वों में अग्नि से जोड़ा जाता है। नैनीताल नगर का नाम 'न" वर्ण से शुरू होने के नाते इस नगर की राशि बृश्चिक है, जिसका स्वामी मंगल होता है। मंगल गृह को लाल गृह, भूमि पुत्र व अंगारक भी कहा जाता है, लिहाजा मंगल का अग्नि से सीधा संबंध बताया जाता है। नैनीताल में मंगल और आग के बीच का यह संबंध अनेक एतिहासिक भवनों में हुए भीषण अग्निकांडों के रूप में दिखाई देता है। नैनीताल जिला कलक्ट्रेट 5 अक्टूबर 2010 एवं राजभवन में 2 अप्रेल 2013 के अग्निकांड मंगलवार को ही हुए थे। गौरतलब है कि मंगल को लाल ग्रह भी कहा जाता है, तथा अग्नि से उसका सीधा संबंध बताया जाता है। 5 अक्टूबर 2010 जिला कलक्ट्रेट को भीषण अग्निकांड का शिकार होना पड़ा था, उस दिन भी मंगल ही था।</div>
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इसके अलावा भी नगर में अग्नि दुर्घटनाएं होती रहती हैं। 1960 के दशक में जिम कार्बेट का कैलाश व्यू (हाडी-भांडी), शेरवुड के निकट क्लिफ्टन, 70 के दशक में तत्कालीन सेक्रेटरिएट (वर्तमान हाईकोर्ट), 27 नवंबर 1977 को नैनीताल क्लब, 1992 में डीएसबी परिसर का भौतिक विज्ञान विभाग, 2003 में राजभवन के एक हिस्से, 14 सितंबर 2013 को नयना देवी मंदिर के पास गोवर्धन संकीर्तन हॉल एवं 26 अक्टूबर 2013 की मध्य रात्रि नगर स्थित राजा महमूदाबाद अमीर मोहम्मद खान की प्रशासन के कब्जे वाली अरबों रुपए की 'शत्रु संपत्ति"-<a href="http://uttarakhandsamachar.navinjoshi.in/2014/01/blog-post_14.html" target="_blank">मेट्रोपोल होटल </a>का बॉइलर रूम व बैडमिंटन कोर्ट तथा 14 कमरों वाला हिस्सा पूरी तरह खाक हो गया था। इसके अलावा अयारपाटा का प्रायरी लॉज, हटन कॉटेज व वियना लॉज (धामपुर हाउस) में भी भीषण अग्निकांड हुए। </div>
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नैनीताल के समस्त विरासत महत्व के भवनों के बारे में <a href="https://navinjoshi1.wordpress.com/2014/07/17/heritage/" target="_blank">इस लिंक को क्लिक कर के</a> पढ़ें। </div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-47980821383742570072015-01-11T17:55:00.000-08:002015-01-11T18:28:01.574-08:00'नमामि गंगे' प्रोजेक्ट में शामिल होंगे उत्तराखंड के निकाय<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/1212015/1212015-md-dd-2/18184762.jpg" height="640" style="text-align: left;" width="548" /><br />
नैनीताल (एसएनबी)। गंगा नदी को साफ करने के राष्ट्रव्यापी ‘नमामि गंगे’ प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए उत्तराखंड ने भी प्रयास शुरू कर दिए हैं। प्रदेश के अपर सचिव एवं निदेशक शहरी विकास वी षणमुगम ने कहा है कि हरिद्वार से लेकर गंगा की सहायक नदियों अलकनंदा व भागीरथी के तट पर बसे सभी नगर पालिका व नगर पंचायतों का कूड़ा व सीवर गंगा नदी में न जाने पाए, इसके लिए एक विस्तृत डीपीआई तैयार की जा रही है। बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत सभी संबंधित नगर निकायों में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट और ठोस कूड़ा अपशिष्ट निवारण के प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने नैनीताल में एडीबी के माध्यम से दुर्गापुर के 4.47 लाख रुपये की लागत से 96 आवास बनाए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी व नैनीताल में एडीबी द्वारा किए जा रहे अधिकांश कार्य पूर्ण होने की स्थिति में हैं। सितंबर तक सभी कार्य पूर्ण हो जाएंगे। कुछ काम स्वीकृत राशि से भी कम में किए जा रहे हैं। नैनीताल में पेयजल आपूर्ति के लिए जनरेटर लगाने का प्रस्ताव न होने की बात मानते हुए उन्होंने इसके लिए जल संस्थान से वार्ता करने की बात कही।<br />
षणमुगम रविवार (11.01.15) को मुख्यालय में एडीबी सहायतित योजनाओं का मौके पर जाकर जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने बताया कि नैनीताल में प्रथम फेज के तहत स्वीकृत 39 करोड़ के काम करीब 35 करोड़ में ही पूरे किए जा रहे हैं। चिल्ड्रन पार्क में प्रस्तावित 13 में सात पंपों व एक दो हजार की क्षमता की जगह 2500 एलपीएम आपूत्तर्ि दे रहे टय़ूबवेल ने कार्य करना शुरू कर दिया है। वहीं सूखाताल में 1700 एलपीएम क्षमता के दो टय़ूबवेल व छह पंप सहित पंपिंग स्टेशन बनकर तैयार है। पुराने पंप हाउस में 16 में से 13 पंप लग चुके हैं, वहीं दूसरे फेज के तहत 64 किमी में 47 किमी वितरण लाइन तैयार हो गई है। अब मई और जून माह से 14 हजार घरेलू संयोजनों को जोड़ने का काम शुरू होगा। हल्द्वानी में 20.23 करोड़ की लागत से प्रस्तावित 16 में से नौ ओवरहेड टैंक पूरा होने की स्थिति में हैं और मई तक सभी पूरे हो जाएंगे। 10 किमी मुख्यलाइन में से 8.5 किमी बन चुकी है। इस दौरान डीएससी के टीम लीडर केबी सिंह, पालिका ईओ रोहिताश शर्मा, निर्माण अभियंता जेएस नयाल, प्रोजेक्ट मैनेजर भूपेंद्र कोठारी, संजय कुमार और भूपेश पांगती आदि भी साथ थे। हरिद्वार से अलकनंदा व भागीरथी के तटों पर बसे पहाड़ के सभी नगर पालिका, पंचायतों में कूड़े और सीवर को नदी में न जाने देने के लिए होंगे प्रबं ध नैनीताल-हल्द्वानी में एडीबी के अधिकतर कार्य पूर्ण होने की स्थिति में नैनीताल : रविवार को मल्लीताल चिल्ड्रन पार्क पंप हाउस का जायजा लेते अपर सचिव एवं निदेशक शहरी विकास वी षणमुगम।</div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-46929861975343402472015-01-05T19:16:00.000-08:002015-01-11T18:17:39.065-08:00नैनीताल जू में बढ़ा मुर्दा वन्य जीवों के बुतों का कुनबा<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;">
<a href="http://4.bp.blogspot.com/-tQ6uo0lzonQ/VKtTGVpTQUI/AAAAAAAAHO0/Srpy2UxIDu8/s1600/05NTL-4.jpg" imageanchor="1" style="margin-left: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" src="http://4.bp.blogspot.com/-tQ6uo0lzonQ/VKtTGVpTQUI/AAAAAAAAHO0/Srpy2UxIDu8/s1600/05NTL-4.jpg" height="388" width="640" /></a></div>
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-चार नए बुत आए, कुल संख्या छह हुई</div>
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नैनीताल (एसएनबी)। मुख्यालय स्थित उच्च स्थलीय प्राणि उद्यान की पहचान उच्च हिमालयी क्षेत्रों के वन्य जीवों के लिए होती है, लेकिन भविष्य में कहीं यह मुर्दा वन्य जीवों के लिए ही ना पहचाना जाए। चिड़ियाघर में मुर्दा वन्य जीवों के खास वैज्ञानिक तकनीक-टैक्सीडर्मी विधि से बुत बनाने का लंबा सिलसिला चल पड़ा है। पूर्व में यहां देश के आखिरी बताए गए साइबेरियन टाइगर कुणाल और नैनीताल जू के इकलौते स्नो लैपर्ड के टैक्सीडर्मी बुत बने तो उसे सराहना भी मिली, लेकिन इधर चिड़ियाघर में सोमवार को चार वन्य जीवों के टैक्सीडर्मी बुत पहुंचे हैं। यह बुत यहां पिछले वर्ष २०१३ व २०१४ में मरे हिमालयन भालू, चीड़ फीजेंट, ब्राउन वुड आउल (उल्लू) और लिनेटिड कलीज पक्षियों के हैं। चिड़ियाघर प्रशासन का तर्क है कि यह सभी प्राणी देश के विलुप्तप्राय प्राणियों की श्रेणी-एक के हैं, लिहाजा इनके टैक्सीडर्मी बुत बनाना महत्वपूर्ण है, लेकिन विभागीय सूत्र ही इससे इंकार कर रहे हैं। बताया गया है कि बीते वर्ष पिथौरागढ़ से लाए गए करीब दो माह के भालू के बच्चे को चिड़ियाघर प्रशासन बचा नहीं पाया। यह भी दिलचश्प है कि भालू के बच्चे का बुत, चिड़ियों के बुतों से छोटा नजर आ रहा है, जबकि कहा जाता है कि टैक्सीडर्मी वास्तविक जीव के कंकाल को ही प्रयोग करके वैज्ञानिक तरीके से बनाए जाते हैं। बताया गया है कि चिड़ियाघर प्रशासन ने मुंबई के संजय गांधी राष्टी्रय पार्क के टैक्सीडर्मी विशेषज्ञ डा. संतोष गायकवाड़ से इन सभी टैक्सीडर्मी बुतों को बनवाया है।</div>
<h3 style="text-align: justify;">
लाखों खर्च पर नहीं मिल रहा सैलानियों को लाभ</h3>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल। नैनीताल चिड़ियाघर में टैक्सीडर्मी बुतों की संख्या दो से बढ़कर छह हो गई है। इन्हें चिड़ियाघर के सभागार में रखा गया है। बताया गया था कि लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए इन टैक्सीडर्मी बुतों को वन्यजीव प्रेमियों और शोध छात्रों के दर्शनार्थ रखा जाएगा। लेकिन जबकि पूर्व की दो टैक्सीडर्मियों को यहां रखे करीब दो वर्ष का वक्त बीत गया है, लेकिन कमरे में बंद होने की वजह से यह चिड़ियाघर आने वाले सैलानी इनका अवलोकन नहीं कर पा रहे हैं।</div>
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चित्र परिचय: ०५एनटीएल-४: नैनीताल: नैनीताल चिड़ियाघर में सोमवार को पहुंचे चार नए टैक्सीडर्मी, जिसमें चिड़ियों से छोटा दिखता है भालू के बच्चे का बुत।</div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-79053838370178948842015-01-04T19:02:00.000-08:002015-01-11T18:19:39.455-08:00क्या बहुरेंगे मुक्तेश्वर के दिन ?<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<div style="text-align: justify;">
<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/512015/512015-md-dd-10/163154812.jpg" height="640" width="560" /></div>
<div style="text-align: justify;">
कुमाऊं आयुक्त ने दीं सोलर स्ट्रीट लाइटें, कूड़ा निस्तारण और शौचालय के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश</div>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल (एसएनबी)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विगत वर्ष मुख्यालय में आयोजित जिले के पर्यटन व्यवसायियों की बैठक में दूरस्थ पर्यटन स्थलों को विकसित करने और सैलानियों के लिए ढांचागत पर्यटन सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। सीएम की इस पहल से उत्साहित जनपद के पर्यटन स्थल मुक्तेश्वर के पर्यटन व्यवसायियों ने गत दिवस कुमाऊं आयुक्त अवनेंद्र सिंह नयाल से मिलकर अपनी देखभाल की सहभागिता की पेशकश करते हुए मुक्तेश्वर व निकटवर्ती अन्य पर्यटक स्थलों में सोलर स्ट्रीट लाइटें लगवाने, कूड़ा निस्तारण का प्रबंध करने और शौचालय का निर्माण कराने का अनुरोध किया। आयुक्त ने डीएम नैनीताल को मामला संदर्भित किया। मामले में पूर्व में जिला पंचायत निधि से मुक्तेश्वर के लिए इन सुविधाओं के लिए धनराशि स्वीकृत होने की बात प्रकाश में आई। लिहाजा डीएम दीपक रावत ने जिला पंचायत से इस बारे में आख्या मांगी है, जबकि जिला पंचायत की अपर मुख्य अधिकारी हिमाली जोशी पेटवाल ने पूर्व में स्वीकृत धनराशि से इन कायरे के विभिन्न कारणों से न हो पाने की स्थिति में धनराशि को अन्य कायरे में लगा देने की बात कही है। इससे सीएम की मंशा के पूरे होने और मुक्तेश्वर के दिन बहुरने पर संशय उत्पन्न हो गया है। जिला पंचायत की अपर मुख्य अधिकारी पेटवाल ने ‘राष्ट्रीय सहारा’ को बताया कि तत्कालीन डीएम अरविंद सिंह ह्यांकी के निर्देशों पर मुक्तेश्वर में शौचालय बनाने के लिए धनराशि स्वीकृत हुई थी, लेकिन लोनिवि द्वारा जरूरी मात्रा में भूमि उपलब्ध न करा पाने के कारण उस धनराशि का अन्य कायरे में सदुपयोग कर लिया गया। कहा कि अन्य सुविधाओं के लिए अभी कोई प्रस्ताव या धनराशि उपलब्ध नहीं है। जिला पंचायत बोर्ड की अगली बैठक में ही इस पर चर्चा हो सकती है।<br />
<h3>
::असर::सोलर लाइट से रोशन होगा मुक्तेश्वर</h3>
-जिला पंचायत ने उरेडा को भेजा प्रस्ताव, मुक्तेश्वर, भटेलिया व कसियालेख में लगेंगी पांच सोलर लाइटें<br />
नैनीताल। 'राष्ट्रीय सहारा" ने बीती चार जनवरी को जनपद के मुक्तेश्वर पर्यटन स्थल में सुविधाओं की कमी पर 'क्या बहुरेंगे मुक्तेश्वर के दिन" शीर्षक से समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसका असर हुआ है। जिला पंचायत ने समाचार प्रकाशित होने के उपरांत मुक्तेश्वर के साथ ही इसके पास स्थित पर्यटन स्थलों, भटेलिया व कसियालेख में एक-एक सहित कुल पांच सोलर लाइटें लगाने का प्रस्ताव उरेडा को प्रेषित कर दिया है। जिला पंचायत की अपर मुख्य अधिकारी हिमाली जोशी पेटवाल ने 'राष्ट्रीय सहारा" को बताया कि जिला पंयायत अध्यक्ष यशोदा प्रसाद की स्वीकृति के क्रम में उन्हीं की १३वें वित्त आयोग की निधि से मुक्तेश्वर, भटेलिया व कसियालेख के लिए पांच सोलर लाइटों की मंजूरी दे दी है। एक सोलर लाइट करीब २० हजार रुपए की होगी, इस प्रकार कुल एक लाख रुपए के खर्च का अनुमान है।<br />
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-1555501296086732642015-01-02T19:39:00.000-08:002015-01-02T19:53:10.434-08:00जनपद के दूरस्थ गांवों में रात्रि प्रवास करेंगे अफसर, डीएम स्वयं से करेंगे शुरुआत <div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<h3 style="text-align: justify;">
<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;">
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पत्रकार वार्ता में डीएम ने गिनाई अपनी प्राथमिकताएं, पीएमजीएसवाई में सड़क निर्माण के लिए नोडल अधिकारी होंगे नियुक्त</h3>
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<a href="http://3.bp.blogspot.com/-HMJkIvj7dpA/VKdm1xqJ88I/AAAAAAAAHOU/HKizmRDH780/s1600/02NTL-4.jpg" imageanchor="1" style="clear: right; float: right; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" src="http://3.bp.blogspot.com/-HMJkIvj7dpA/VKdm1xqJ88I/AAAAAAAAHOU/HKizmRDH780/s1600/02NTL-4.jpg" height="240" width="400" /></a>नैनीताल (एसएनबी)। डीएम दीपक रावत ने जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में रात्रि विश्राम को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे पहले बताते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना सहित अन्य योजनाओं के तहत बन रही सड़कों के निर्माण में अत्यधिक देरी होने की बात कही। कहा कि वह स्वयं से दूरस्थ गांवों में रात्रि विश्राम से इसकी शुरुआत करेंगे। सभी ब्लॉकों की क्षेत्र पंचायत की बैठकों में जाने से वह इसकी शुरुआत कर भी चुके हैं। समयबद्ध विकास योजनाओं के लिए पीएमजीएसवाई की सभी सड़कों के समयबद्ध निर्माण के लिए अलग-अलग नोडल अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने योजनाओं के केवल धन खर्च के आंकड़ों पर समीक्षा केंद्रित होने की परिपाटी से आगे धरातल पर कार्य होने और उनकी गुणवता पर भी बल दिया। कहा कि हर माह के चयनित दिनों को निर्माण कार्यों के सत्यापन के लिए तय करने का इरादा भी जताया।</div>
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श्री रावत ने शुक्रवार को जनपद का डीएम बनने के बाद एसएसपी सेंथिल अबूदई के साथ नैनीताल क्लब में पहली औपचारिक पत्रकार वार्ता में अपनी प्राथमिकताएं गिनार्इं। समयबद्धता पर जोर देते हुए उन्होंने विभिन्न प्रमाण पत्रों को 15 दिन की समयसीमा के भीतर उपलब्ध कराने की बात भी कही। इसके अलावा उन्होंने पूरे नैनीताल जनपद को पर्यटन जनपद बताते हुए सभी जगह बेहतर यातायात प्रबंधन एवं कूड़ा निस्तारण के लिए ठोस कूड़ा अपशिष्ट निवारण एवं ट्रंचिंग ग्राउंड के प्रबंध करने की बात कही। बताया कि ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए हल्द्वानी में आठ एवं नैनीताल में दो करोड़ रुपए स्वीकृत पड़े हुए हैं। जनपद के 10 गांवों को पर्यटन गांव बनाने की जानकारी भी दी। साथ ही नैनीताल में पार्किंग स्थानों के लिए खाली जगहें चयनित करने की बात कही, जिन पर आगे केएमवीएन पार्किंग का निर्माण करेगा। हल्द्वानी की पेयजल समस्या के समाधान के लिए उन्होंंने वहां निर्मित हो चुकी 14 पानी की टंकियों का इस वर्ष की गर्मी में सदुपयोग कर समस्या का निदान करने की बात कही। इस मौके पर एसएसपी श्री अबूदई ने इस 31 दिसंबर को मुख्यालय में यातायात प्रबंधन के प्रयोग को सफल बताते हुए सीजन में भी ऐसे ही हर जगह पर पुलिस कर्मियों की उपस्थिति बनाकर कार्य करने की बात कही। कहा कि उनकी कोशिश पुलिस व जनता के बीच दूरी कम करने व विश्वास बढ़ाने की है। इस अवसर पर सहायक सूचना निदेशक योगेश मिश्रा, सहायक सूचना अधिकारी गोविंद सिंह बिष्ट व हंसी रावत आदि भी उपस्थित रहे।</div>
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<a href="https://lh6.googleusercontent.com/proxy/6vLYUW9g8xbYNP2aSJZ_PIqKQ12r6Are1Q4KSr3__1-I6qbPU8QJy6FrrFpKK_1DPurAeXn2Ji5y9sCl-PDzwq0st2QAdoJx7C4jsQ8itMLmgt9Oh6aQNx0Qx6JOfMXGx-v9DeMzOyIClw" imageanchor="1" style="clear: right; float: right; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/312015/312015-md-dd-10/171623781.jpg" height="281" style="text-align: left;" width="640" /></a><br />
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सरकारी जमीनों से हटेंगे कब्जे, नैनीताल में बनेगा चिल्ड्रन पार्क </h3>
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नैनीताल। डीएम दीपक रावत ने जनपद में सरकारी जमीनों पर हुए अवैध कब्जों को हटाने को भी अपनी प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि इस कारण सरकार की विकास योजनाओं के लिए जमीन की कमी आड़े आती है। बताया कि जिले में 71 सरकारी योजनाएं वन भूमि हस्तांतरण के इंतजार में लंबित हैं। उन्होंने कहा कि कैपिटॉल सिनेमा के सामने के खाली पार्क को बच्चों के पार्क में बदला जाएगा व मल्लीताल बाजार में पार्क से भी कब्जा हटाया जाएगा। उन्होंने नगर के वर्षो से बंद पड़े कैपिटॉल व अशोक सिनेमा हॉलों के मामलों के शासन में लंबित होने की जानकारी देते हुए इनकी जगह जल्द शॉपिंग मॉल युक्त सिनेमाघर बनाने की इच्छा भी जताई। वहीं नगर के आधार बलियानाले के सुदृढ़ीकरण के लिए 65 करोड़ रुपये की योजना शासन में लंबित होने की बात कही। बताया कि फिलहाल इस कार्य के लिए डीपीआर बनाने के लिए भी पैंसा नहीं है। </div>
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अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के लिए 30 एकड़ वन भूमि हस्तांतरित </h3>
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नैनीताल। जिला प्रशासन ने हल्द्वानी में बनने जा रहे अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के लिए जरूरी भूमि के बदले संबंधित विभाग को दो दिन पूर्व 30 एकड़ वन भूमि हस्तांतरित कर दी। इसकी एनपीवी जमा करने सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। उन्होंने हल्द्वानी में तीन पानी से काठगोदाम तक के बाईपास के चौड़ीकरण को स्वीकृत 20 करोड़ रुपये से जल्द शुरू करने की बात कही। उन्होंने स्टेडियम के मद्देनजर संभवत: तिकोनिया से गौलापार के लिए एक और विशाल पुल बनाने की बात भी कही। </div>
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विभाग करेंगे अखबारों की खबरों पर कार्रवाई </h3>
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नैनीताल। डीएम ने बताया कि विभागों को सभी समाचारपत्रों में विकास कायरे से संबंधित नकारात्मक यानी उनमें समस्याएं बताने वाली खबरों पर नजर रखने और उनके आधार पर कार्रवाई करने को कहा है। यदि समाचार पत्रों द्वारा उठाई जाने वाली 70 फीसद खबरों पर कार्रवाई हो जाए तो कायरे में गुणवत्ता आ सकती है। उन्होंने कहा कि शिकायतों की पुष्टि कराकर कार्रवाई की जाएगी। </div>
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मुखानी चौराहे पर लगेगी नैनीताल जिले की पहली ट्रैफिक लाइट </h3>
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नैनीताल। डीएम ने बताया कि हल्द्वानी के मुखानी चौराहे पर जल्द ट्रैफिक लाइट लगाई जाएगी। इसके लिए छह लाख स्वीकृत किए गए हैं। तिकोनिया व को-आपरेटिव चौराहों का चौड़ीकरण कराकर ट्रैफिक लाइटें लगाई जाएंगी।</div>
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एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर समझाया, सोमवार को 11 बजे वार्ता के लिए बुलाया</div>
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नैनीताल (एसएनबी)। बीते तीन-चार माह से पालिका-प्रशासन की कड़ी निगहबानी की वजह से फड़ वाले फड़ नहीं लगा पा रहे हैं। इस कारण कई भुखमरी की स्थिति में पहुंच गए हैं। रविवार को पालिका कर्मियों के फड़ हटाने को छापेमारी करने के दौरान कथित तौर पर एक महिला फड़ विक्रेता ने मिट्टी का तेल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस से सूचना मिलने पर एसडीएम आशीष चौहान मौके पर पहुंचे और फड़ वालों को सोमवार सुबह 11 बजे अपने कार्यालय में बातचीत के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने हाईकोर्ट के आदेशों व फड़ वालों की समस्याओं के बीच कोई संभव हल निकालने का विास दिलाया। </div>
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उल्लेखनीय है कि फड़ वालों एवं पालिका-प्रशासन कर्मियों के बीच तकरार जारी है। प्रशासन हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए फड़ वालों को मल्लीताल पंत पार्क से गुरुद्वारे तक के क्षेत्र में न बैठने देने के लिए पालिका कर्मियों से पहरेदारी करा रहा है, जबकि फड़ वाले भी बाज आने को तैयार नहीं हैं। मौका देखते ही वे फड़ सजा लेते हैं। इस दौरान पालिका कर्मियों के आ जाने पर अफरा-तफरी मचती है। फड़ वाले अपना सामान लेकर भागते हैं और पालिका कर्मी उनका सामान जब्त कर लेते हैं। कई बार दोनों के बीच गंभीर झड़पें भी होती हैं। रविवार अपराह्न फड़ वालों ने मौका देख फड़ लगाए थे, मगर इसी दौरान पालिका कर्मियों के आ धमकने से उनके बीच झड़प की स्थिति बन गई। इसी दौरान एक महिला फड़ विक्रेता ने कपड़ों पर मिट्टी का तेल छिड़क लिया। इससे अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। मल्लीताल कोतवाल टीआर वर्मा को सूचना मिली तो उन्होंने एसडीएम आशीष चौहान को बताया। आशीष चौहान मौके पर पहुंचे और फड़ वालों को समझाया। फड़ वालों के नेता जमीर अहमद का कहना था कि उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति है। एसडीएम ने हाईकोर्ट के आदेशों के परिपालन को प्रशासन की जिम्मेदारी बताते हुए सोमवार को मामले का हल निकालने का आश्वासन दिया। कोतवाल को पड़ी फटकार : आत्मदाह की सूचना पर एसडीएम आशीष चौहान के मौके पर पहुंचने के दौरान पास ही स्थित मल्लीताल कोतवाली का एक भी पुलिस अधिकारी या जवान मौके पर नहीं था। इस पर एसडीएम ने नगर कोतवाल टीआर वर्मा को पुलिस की गैर मौजूदगी पर कड़ी फटकार लगाई।<br />
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जानवरों की तरह भिखारियों को भेजा था लालकुआं</h3>
उल्लेखनीय है कि गत दिवस नगर पालिका ने अपने वाहन में नगर में भीख मांगकर करीब एक दर्जन भिखारियों को जानवरों की तरह भरकर लालकुआं छुड़वा दिया था, और निर्लज्जता के साथ बकायदा इसके फोटो भी खिंचवाए थे। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने भी एक अधिवक्ता की जनहित याचिका पर संज्ञान लेते हुए पालिका का जवाब-तलब किया है।<br />
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-56915861561017901092014-12-20T21:32:00.000-08:002014-12-20T21:32:18.020-08:00नये वर्ष 2015 का जश्न 28 से ही हो जाएगा शुरू<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/21122014/21122014-md-dd-10/1711678.jpg" /></div>
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नैनीताल (एसएनबी)। पर्यटननगरी सरोवरनगरी में नए वर्ष के स्वागत के लिए बनी संशय की स्थिति पर छाया कुहासा छट गया है। नगर में नए वर्ष के स्वागत के लिए जोरदार जश्न का कार्यक्रम होगा। इसके लिए 28 दिसम्बर से ही नगर नैनी झील के चारों ओर व खास कर माल रोड को बिजली की लड़ियों से जगमगाया जाएगा और यह सिलसिला नए वर्ष की एक जनवरी तक जारी रहेगा। इस दौरान सैलानियों की सुरक्षा के लिए पूरे प्रबंध किए जाएंगे। खासकर यातायात को सुचारु रखने एवं नए वर्ष के स्वागत जश्न में नशा बिघ्न न डाल दे, इसके प्रबंध किए जाएंगे। मुख्यालय आने वाली तीनों सड़कों-हल्द्वानी, भवाली व कालाढुंगी पर दोपहिया वाहनों पर दोहरी नजर रखी जाएगी। 31 को बिना उचित प्रपत्रों एवं नशीले पदार्थो के सेवन के साथ नैनीताल नहीं आने दिया जाएगा। नगर में हर चौराहे व भीड़भाड़ के स्थान पर अतिरिक्त संख्या में पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे, और खासकर शराब पीकर हुड़दंग करने वाले लोगों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। नैनीताल होटल रेस्टोरेंट एसोसिएशन की पुलिस के साथ बैठक में यह बातें तय हुई। पुलिस ने अपनी ओर से यह आश्वासन दिए, वहीं होटलियर्स से भी सीसीटीवी कैमरे लगाकर तथा खासकर युगलों पर दोनों के आईडी लेने आदि प्रबंधों के साथ विशेष नजर रखकर सहयोग करने की अपील की। बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश चंद्र साह, सचिव राजेश साह, महेंद्र बिष्ट, ओम प्रकाश वैद, बृज साह, वेद साह, रमनदीप सिंह, दीप साह, हरीश साह, आलोक साह व कमल जगाती तथा एएसपी श्वेता चौबे व सीओ हरीश चंद्र सती आदि लोग उपस्थित रहे। </div>
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कुमाऊं चेप्टर बनाने पर बनी सहमति : </h3>
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नैनीताल होटल रेस्टोरेंट एसोसिएशन की बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में बताया गया कि एसोसिएशन का पूरे कुमाऊं मंडल में विस्तार कर इसे कुमाऊं चेप्टर का स्वरूप देने पर सहमति हुई है। बताया गया कि बैठक में में रामनगर व भीमताल के होटलियर प्रतिनिध भी उपस्थित थे, जबकि रुद्रपुर, अल्मोड़ा, कौसानी आदि से इस बारे में विचार आए थे। शीघ्र इस पर कार्य शुरू किया जाएगा। </div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-21764655077063916902014-12-20T21:17:00.001-08:002014-12-20T21:17:25.423-08:00प्रधान पतियों के ठेंगे पर सरकारी फरमान<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/21122014/21122014-md-dd-10/17121131.jpg" style="text-align: left;" /></div>
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<span style="background-color: white; font-family: arial;"><b>महिला जनप्रतिनिधियों ने कहा लगातार हों पंचायतों, बीडीसी की बैठकें, मिले मानदेय</b></span></div>
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<span style="font-family: arial;"><span style="background-color: white;">नैनीताल (एसएनबी)। महिला जनप्रतिनिधियों ने बताया कि अब सरकारी फरमान के बाद पंचायतों एवं बीडीसी बैठकों में प्रधानपतियों का बैठकों में तो प्रवेश रुक गया है, लेकिन अब भी वह अधिकारियों के साथ बैठकों के बाहर से साठगांठ जारी रखे हुए हैं। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि विभागों में अधिकांश अधिकारी पुरु ष हैं, जो विकास कायरे में भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी के बारे में महिला जनप्रतिनिधियों से बातें नहीं कर पाते, लेकिन उनके पतियों के माध्यम से अपनी कारगुजारियां जारी रखे हुए हैं। उन्होंने इस पर रोक लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने की जरूरत जताई है तथा बीडीसी एवं ग्राम पंचायत आदि की बैठकें नियमित अंतराल पर आयोजित किए जाने को जरूरी बताया है, ताकि वह भी कुछ सीख सकें तथा विकास कायरे को गति दे सकें। इसके अलावा उन्होंने सम्मानजनक मानदेय दिये जाने की भी जरूरत जताई है।तल्लीताल धर्मशाला में सरल संस्था के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में ग्राम प्रधान, उप प्रधान एवं गांवों की वार्ड सदस्य आदि महिला जनप्रतिनिधि पत्रकारों से अपनी समस्याओं पर बात की।उनका कहना था कि अनेक ग्राम प्रधान अधिक सक्रिय नहीं हैं, जबकि अन्य उप प्रधानों एवं वार्ड सदस्यों को टीम के रूप में साथ लेकर नहीं चलते, तथा उन्हें योजनाओं व बजट आदि की जानकारी नहीं देते हैं। निर्वाचित होने के छह माह हो गए हैं, लेकिन अब तक एक भी बैठक नहीं हुई है। ऐसे में एक ओर उन पर उन्हें चुनने वाली जनता का विकास कायरे को लेकर दबाव होता है, वहीं वह कहीं अपनी बात नहीं रख पाते। कार्यशाला में सरल संस्था की प्रमुख हेमा कबडवाल, भगवती सुयाल, नीतू राजपूत, शोभा देवी, ममता कुल्याल, नीमा देवी, रजनी देवी, राजकुमारी, जयंती ढैला, रत्ना पंत, जया रावत, चंपा मेलकानी, सरिता कार्की, गंगा टम्टा, हेमा नेगी आदि मौजूद रहीं। </span></span></div>
</div>
डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-3580471079156146422014-11-10T19:41:00.001-08:002014-11-11T20:00:17.569-08:00रेल की पटरी की तरह नैनीताल के डीएम और एसएसपी आए साथ, रहे दूर-दूर, गए साथ-साथ, राज्य में ऐसा पहली बार<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<b>१४वें राज्य स्थापना दिवस पर नैनीताल को मिले १४वें डीएम, ११वें एसएसपी</b></div>
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<a href="http://2.bp.blogspot.com/-eaL2lby1rz0/VGGETywqPwI/AAAAAAAAG3U/gROIsKPaXP4/s1600/10NTL-8.jpg" imageanchor="1" style="clear: right; float: right; margin-bottom: 1em; margin-left: 1em;"><img border="0" src="http://2.bp.blogspot.com/-eaL2lby1rz0/VGGETywqPwI/AAAAAAAAG3U/gROIsKPaXP4/s1600/10NTL-8.jpg" height="320" width="304" /></a><a href="http://1.bp.blogspot.com/-TbZiSX0S_y4/VGGEN9hYi2I/AAAAAAAAG3M/0sITWF2UKyY/s1600/10NTL-6.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" src="http://1.bp.blogspot.com/-TbZiSX0S_y4/VGGEN9hYi2I/AAAAAAAAG3M/0sITWF2UKyY/s1600/10NTL-6.jpg" height="320" width="251" /></a>नवीन जोशी, नैनीताल।नैनीताल जनपद को राज्य के १४वें वर्षगांठ की अगली सुबह मिली सूचना ने सबको चौंकाने वाली रही। यह ,खबर थी, जिले के डीएम अक्षत गुप्ता व एसएसपी विम्मी सचदेवा रमन का एक साथ स्थानांतरण। अगली सूचना नैनीताल के नए डीएम के रूप में केएमवीएन के एमडी का कार्यभार संभाल रहे दीपक रावत की राज्य बनने के बाद जिले के १४वें डीएम एवं सेंथिल अबूदई कृष्ण राज एस की ११वें एसएसपी के रूप में तैनाती हुई है। डीएम के रूप में अक्षत गुप्ता ने जनपद में इसी वर्ष १६ जनवरी से तथा एसएसपी विम्मी सचदेवा रमन ने २२ फरवरी को कार्यभार संभाला था। </div>
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उल्लेखनीय है कि नैनीताल जिले में राज्य बनने के बाद पहली डीएम आराधना शुक्ला वर्ष २००० से ३० जनवरी एक तक, दूसरे उत्पल कुमार सिंह नौ अप्रैल ०२ तक, तीसरे अमित कुमार घोष १७ फरवरी ०४ तक, चौथे आनंद वर्धन २७ अगस्त ०४ तक, पांचवे डा. राकेश कुमार ३० सितंबर ०६ तक, छठी डा. भूपिंदर कौर २२ मई ०७ तक, सातवें आरके सुधांशु आठ मई ०८ तक, आठवें अमित नेगी एक नवंबर ०८ तक, नौवें हरिताश गुलशन १० अगस्त ०९ तक, दसवें शैलेश बगौली २६ सितंबर ११ तक, ११वें निधिमणि त्रिपाठी २२ मई १३ तक, १२वें अरविंद सिंह ह्यांकी १५ जनवरी १४ तक व १३वें अक्षत गुप्ता आज १० नवंबर १४ तक डीएम रहे हैं। वहीं एसएसपी की बात करें तो विरेंद्र कुमार राज्य बनने के दौरान जिले के पहले एसएसपी थे, जो २७ अगस्त ९९ से सात फरवरी ०१ तक रहे। आगे दूसरे एसएसपी जेसी पांडे सात अप्रैल ०३ तक, तीसरे विजय साखरे २२ जून ०५ तक, चौथे आलोक शर्मा २२ जून ०७ तक, पांचवे जीएस मर्तोलिया २१ नवंबर ०८ तक, छठे दीपम सेठ ३१ जुलाई ०९ तक, सातवें मोहन सिंह बंग्याल २८ अगस्त ११ तक, आठवें अनंत राम चौहान २१ अप्रैल १२ तक, नौवें डा. सदानंद दाते २२ फरवरी १४ तक व १०वीं विम्मी सचदेवा रमन आज १० नवंबर तक जिले की एसएसपी रहे हैं।</div>
<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;">
</div>
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नैनीताल के डीएम अक्षत गुप्ता और एसएसपी विम्मी सचदेवा रमन करीब-करीब साथ-साथ इसी वर्ष जनवरी-फरवरी माह में नैनीताल आए थे, लेकिन जितने दिन भी यहां रहे, एक-दो मौकों को छोड़कर कभी साथ नहीं दिखाई दिए, और आपस में तालमेल की अक्सर भारी कमी दिखाई दी। यहां तक कि कई बार कुमाऊं आयुक्त एवं अन्य उच्चाधिकारियों की बैठकों में भी दोनों साथ-साथ नहीं दिखाई दिए। मुक्तेश्वर क्षेत्र में एक बालिका से बलात्कार की घटना के मामले में दोनों के बीच के तालमेल की कमी खासी सुर्खियों में भी रही। सत्ता प्रतिष्ठान से छन-छन कर आई खबरों पर यकीन करें तो एसएसपी, डीएम के वरिष्ठ अधिकारी की पत्नी होने के नाते डीएम से स्वयं को 'भाभी" की तरह वरिष्ठता का व्यवहार चाहती थीं, जो कि डीएम को गंवारा नहीं था। रामनगर में हुई युकां नेता के आग लगने से गंभीर होने की घटना में भी दोनों के बीच कभी सार्वजनिक तौर पर संवाद नजर नहीं आया। शायद यहीं से नियति बनी हो कि साथ आने के बाद दूर-दूर रहने वाले डीएम व एसएसपी एक साथ इस तरह गए कि यह प्रदेश के इतिहास में किसी जिले के डीएम व एसएसपी को एक साथ हटाने की पहली घटना के रूप में इतिहास ही बन गया। </h3>
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देर शाम हुआ कार्यभार आदान-प्रदान </h3>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल। नैनीताल के डीएम एवं एसएसपी दोनों पदों पर सोमवार को देर शाम ही कार्यभारों के आदान-प्रदान की पूरी संभावना है। निवर्तमान एवं नए दोनों डीएम एवं निवर्तमान एसएसपी ने इसकी पुष्टि की। निवर्तमान डीएम व एसएसपी ने जहां आदेश आने के तत्काल बाद ही कार्यभार छोड़ने की तैयारी की, वहीं आदेश की सूचना मिलने पर नए डीएम व एसएसपी देहरादून से मुख्यालय रवाना हो गए। दोनों के द्वारा देर शाम तक कार्यभार ग्रहण कर लिया गया। </div>
<h3 style="text-align: justify;">
केएमवीएन एमडी के रूप में अनेक उपलब्धियां हासिल की रावत ने</h3>
<div class="separator" style="clear: both; text-align: center;">
<a href="http://1.bp.blogspot.com/-CkNAmtICh-Q/VGGEIqFU5KI/AAAAAAAAG3E/Sjt1RB-kI4g/s1600/10NTL-7.jpg" imageanchor="1" style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em;"><img border="0" src="http://1.bp.blogspot.com/-CkNAmtICh-Q/VGGEIqFU5KI/AAAAAAAAG3E/Sjt1RB-kI4g/s1600/10NTL-7.jpg" height="320" width="189" /></a></div>
<div style="text-align: justify;">
नैनीताल। नैनीताल के सीडीओ एवं बागेश्वर के डीएम जैसे प्रशासनिक पद के बाद एक वाणिज्यिक संस्था केएमवीएन में गत तीन मई को ३४वें एमडी के रूप में कार्यभार ग्रहण करने वाले दीपक रावत के नाम करीब ढाई वर्ष के कार्यकाल में अनेक उपलब्धियां दर्ज हो गई हैं। उनके कार्यकाल में पहली बार सर्वाधिक १०० से अधिक कर्मियों को नियमित किया गया, और कर्मचारियों को एसीपी का लाभ दिया, साथ ही ग्रेच्युटी साढ़े तीन लाख से बढ़ाकर १० लाख रुपए कर दी गई तथा जॉव वर्क व अन्य पदों पर टेम्परेरी तौर पर कार्यरत कर्मियों के मानदेय में भी दो हजार रुपए की वृद्धि की गई। इन बड़े खर्चों के बावजूद अक्टूबर तक ही निगम ४.५ करोड़ रुपए से अधिक के लाभ में रहा है। इस दौरान कैलाश मानसरोवर यात्रा में अब तक के सर्वाधिक ९१० यात्रियों के जाने का रिकार्ड भी बना। पिंडारी व अन्य ग्लेशियरों के मार्गों पर २००७ से लंबित कार्य पूरे करा लिए गए। वर्षों से लंबित वर्ष २००३-०४ व २००४-०५ के ऑडिट कराए गए तथा २००५-०६ का ऑडिट कार्य भी पूरा करा लिया गया है। </div>
<div style="text-align: justify;">
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-71133724567927731762014-11-01T09:21:00.001-07:002014-11-01T09:21:34.783-07:00नैनी झील में राष्ट्रीय पाल नौकायन प्रतियोगिता शुरू<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/1112014/1112014-md-dd-10/164712656.JPG" height="433" width="640" /><br />
<span style="font-family: arial;"><span style="background-color: white;">नैनीताल (एसएनबी)। शरदोत्सव के बाद प्रदेश के राज्यपाल डा. अजीज कुरैशी ने सरोवरनगरी की एक और टूटी परंपरा को जोड़ दिया है। अंग्रेजी दौर के बाद नैनी झील में राष्ट्रीय स्तर की गवर्नर्स गोल्ड कप सेलिंग रिगाटा (पाल नौकायन प्रतियोगिता)-2014 का आयोजन किया जा रहा है। नैनीताल याट क्लब व नैनीताल बोट हाउस क्लब के संरक्षक राज्यपाल डा. कुरैशी ने शुक्रवार को प्रतियोगिता का औपचारिक उद्घाटन किया। इस दौरान राज्यपाल ने <a href="http://navinjoshi1.wordpress.com/2014/06/30/yachts/" target="_blank">पाल नौकाओं</a> और पाल नौकायन को नैनीताल की पहचान बताते हुए उम्मीद जताई कि इस जलक्रीड़ा के माध्यम से नैनीताल और प्रदेश के पर्यटन और खासकर साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सेलिंग रिगाटा इस शहर को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर और अधिक आकर्षक गंतव्य स्थल के रूप में स्थापित करने में सहायक होगी। उन्होंने इसे नैनीताल शरदोत्सव में जुड़ा एक नया आयाम भी बताया तथा प्रतियोगिता में शामिल हो रही इंचियोन एशियाई खेलों की देश के लिए सबसे युवा कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी वर्षा गौतम, ऐश्वर्या एन को बधाई भी दी। इस अवसर पर राज्यपाल ने गवर्नर्स गोल्ड कप सेलिंग रिगाटा की स्मारिका का भी विमोचन किया। इस अवसर पर नैनीताल याट क्लब के कमोडोर बीर श्रीवास्वत, रिटार्यड वाइस एडमिरल एआर टंडन, सबसे वयोवृद्ध सेलर डीएस मजीठिया, सीता नंदा, डीएम अक्षत गुप्ता, कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. एचएस धामी, नगर पालिकाध्यक्ष श्याम नारायण, सूचना महानिदेशक रविनाथ रमन, एसएसपी विम्मी सचदेवा रमन, एएसपी श्वेता चौबे, अरविंद प्रसाद, मुकुंद प्रसाद, विशाल खन्ना, आरएल नंदा, धनुषबीर सिंह, टी जायसवाल आदि उपस्थित रहे।</span></span><br />
<span style="font-family: arial;"><span style="background-color: white;">एकता दिवस दौड़ को समर्पित की नौका दौड़</span></span><br />
<span style="font-family: arial;"><span style="background-color: white;">नैनीताल। राज्यपाल डा. अजीज कुरैशी ने नैनी झील में आयोजित हुई पाल नौकायन प्रतियोगिता को शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल की 139वीं जयंती पर शुरू हुई एकता दौड़ को समर्पित किया। पत्रकार वार्ता में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने प्रधानमंत्री की देश को साफ रखने की पहल का भी खुले दिल से स्वागत किया। वहीं पत्रकारों द्वारा देश की पहली महिला प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि की बाबत याद दिलाए जाने पर राज्यपाल ने कहा कि हां, यह एक दु:खद दिन भी है। इस दिन खुश नहीं हुआ जा सकता। इस दौरान उन्होंने पिछले वर्ष केदारनाथ घाटी में आई आपदा को याद करते हुए खेलों को मौत के बीच जीवन में उल्लास वापस लाने का उपकरण भी बताया।</span></span><br />
<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/1112014/1112014-md-dd-10/164452265.JPG" height="159" width="640" /><br />
<span style="font-family: arial;"><span style="background-color: white;">नैनीताल तमिलनाडु व नेवी ने जीते मुकाबले</span></span><br />
<span style="font-family: arial;"><span style="background-color: white;">नैनीताल (एसएनबी)। सरोवरनगरी की विश्व प्रसिद्ध नैनी झील में शुक्रवार से शुरू हुई राष्ट्रीय स्तर की गवर्नर्स गोल्ड कप सेलिंग रिगाटा (पाल नौकायन प्रतियोगिता) में मेजबान नैनीताल की एनटीवाईसी यानी नैनीताल याट क्लब, तमिलनाडु की तमिलनाडु सेलिंग एसोसिएशन और भारतीय नौ सेना की टीमों ने एक-एक दौड़ जीतकर एक-एक अंक हासिल कर लिए जबकि भारतीय थल सेना (आर्मी) की टीम पहले दिन मुकाबला नहीं जीत पाई। आगे शनिवार को राउंड रॉबिन आधार के अन्य तीन मुकाबलों से फाइनल में पहुंचने वाली टीमों का निर्धारण होगा। दिन की पहली दौड़ मेजबान एनटीवाईसी के नाम रही। एनटीवाईसी के लिए कैप्टन अरविंद प्रसाद व वीर श्रीवास्तव, मुकुंद प्रसाद व विशाल खन्ना, कवीश नंदा व कवि नंदा व गौरव सनवाल व अनिरुद्ध ढौंडियाल चार नावों पर बतौर स्किपर व क्रू सदस्य खेले और पहली दौड़ में आर्मी को 13- 23 के अंतर से हराया। वहीं तमिलनाडु व नेवी का मुकाबला 22-25 के अंतर से नेवी के पक्ष में रहा, जबकि आखिरी मैच में पूर्व रजत पदक विजेता खिलाड़ी एसएस यादव की अगुआई में खेली तमिलनाडु ने एनटीवाईसी को आखिरी क्षणों में एक नौका के कमतर प्रदर्शन की वजह से हराने में सफलता पाई। प्रतियोगिता का निर्णय इंचियोन एशियाई खेलों में भी अम्पायर रहे कमोडोर एएस पटनकर सहित अंतरराष्ट्रीय अंपायरों रवि संथानम व नीलिमा साह के द्वारा किया गया। थल सेना की टीम पहले ही दिन मुकाबला हारी</span></span><br />
<div style="-webkit-text-stroke-width: 0px; clear: left; color: black; float: left; font-family: 'Times New Roman'; font-size: medium; font-style: normal; font-variant: normal; font-weight: normal; letter-spacing: normal; line-height: normal; margin: 0px 1em 1em 0px; orphans: auto; text-align: left; text-indent: 0px; text-transform: none; white-space: normal; widows: auto; word-spacing: 0px;">
<img src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/1112014/1112014-md-dd-10/164437141.JPG" /><br />
<b>रोमांचित हुई देश के लिए सबसे कम उम्र 16 एवं 18 की उम्र में कांस्य पदक दिलाने वाली सेलिंग खिलाड़ी</b></div>
नैनीताल। गत दिनों आयोजित हुए इंचियोन एशियाई खेलों में देश के लिए सबसे कम उम्र 16 एवं 18 की उम्र में कांस्य पदक दिलाने वाली सेलिंग खिलाड़ी वर्षा गौतम एवं ऐश्वर्या एन ने कहा कि वह सामान्यतया तमिलनाडु के समुद्र तटों पर सेलिंग (पाल नौकायन) करती हैं। नैनीताल में पाल नौकायन खेल के रूप में उनका अनुभव बेहद अच्छा रहा। ऐसी रंग-बिरंगी पाल नौकाएं उन्होंने अब तक कहीं नहीं देखीं। इससे वह काफी प्रभावित हुई हैं। आगे यहां के अनुभवों व इस स्थान एवं यहां की रंग-बिरंगी पाल नौकाओं को देश के सेलिंग मानचित्र में आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवाओं के लिए यहां से सेलिंग सीख कर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में आगे बढ़ने के असीम अवसर उपलब्ध हैं। सेलिंग रिगाटा के अवसर पर एशियन खेलों में कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी वर्षा व ऐश्वर्या।</div>
डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-3219216551180099182014-10-28T20:47:00.000-07:002014-10-28T20:47:01.901-07:00कुमाऊं के 53 नए रूटों पर चलेंगी रोडवेज की बसें, केमू व प्राइवेट ऑपरेटरों को 'ठेंगा"<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<div style="clear: left; float: left; margin-bottom: 1em; margin-right: 1em; text-align: justify;">
<img height="640" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/29102014/29102014-md-dd-10/165834437.JPG" width="393" /></div>
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<b>-रक्त संबंधों के अलावा अन्य परमिट नामांतरणों पर भी आरटीए की 'नां -आरटीए की बैठक में हुए निर्णय, जनता की मांग एवं आरटीओ की विस्तृत सर्वेक्षण रिपोर्ट के बाद ही मिलेंगे नए रूट परमिट</b></div>
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<b>-वाहनों में गाने बजाने पर लगाई पाबंदी</b></div>
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नवीन जोशी, नैनीताल। कुमाऊं मंडल के परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) ने मंडल में राज्य परिवहन निगम (रोडवेज) को 53 नए रूटों पर बस संचालन की अनुमति दे दी है। जबकि कुमाऊं मोटर औनर्स यूनियन यानी केमू तथा अन्य निजी ऑपरेटरों को नए रूटों के लिए परमिट देने एवं पुराने परमिटों के गैर रक्त संबंधों वाले नामांतरण के सैकड़ों मामलों पर आरटीए का रुख पूरी तरह कड़ा और 'नां" की मुद्रा में रहा है। आरटीए ने इस बाबत आए सैकड़ों प्रस्तावों के आरटीओ (संभागीय परिवहन अधिकारी) कार्यालय से बिना उचित होमवर्क के सीधे आरटीए में आने पर नाराजगी जताई तथा आगे जनता की मांग पर ही तथा आरटीओ द्वारा विस्तृत सर्वेक्षण रिपोर्ट के उपरांत ही ऐसे मामलों पर सकारात्मक कार्रवाई करने का इरादा जताया। इससे मंडल भर से मुख्यालय आए सैकड़ांे प्राइवेट ऑपरेटरों, बस मालिकों को मायूसी का सामना करना पड़ा। अलबत्ता, उनके लिए राहत की बात रही कि आगे आरटीए की बैठक हर दो माह में तथा अगली बैठक इसी वर्ष दिसंबर माह के भीतर होगी।</div>
<div style="text-align: justify;">
"बुधवार को झील विकास प्राधिकरण सभागार में कुमाऊं आयुक्त अवनेंद्र सिंह नयाल की उपस्थिति में नियमानुसार हर दो माह की जगह दिसंबर 2012 से दो वर्ष के बाद आयोजित हुई आरटीए की बैठक आयोजित हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि वाहन परमिट का स्थानान्तरण केवल पारिवारिक सदस्यों में ही होगा, अन्य व्यक्तियों के परमिट बेचने अथवा खरीदने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। अन्य व्यक्तियों को परमिट बेचना पाये जाने पर परमिट निरस्त कर दिया जायेगा। एक वर्ष से अधिक समय तक वाहन ना चलाये जाने व परमिट नवीनीकरण न किये जाने पर नया आवेदन प्रस्तुत करना होगा। किसी रूट पर वाहनों की संख्या आदि के बाबत फिजीबलिटी का सर्वे कर तथा जनता की मांग पर ही रूट पर वाहन के परमिट दिये जाएंगे। मंडलायुक्त ने आरटीओ को निर्देश दिये कि वे वाहनों के परमिटों की कड़ाई से नियमित रूटवार चेकिंग करायें। साथ ही निर्णय लिया गया कि डीएम की सर्वे के बाद संस्तुति के उपरांत ही परमिट जारी किये जायेंगे। केमू के वाहनों के रूट विस्तार के बाबत मिले आवेदनों पर निर्णय लिया गया कि आरटीओ व डीएम द्वारा रूटों की सर्वे के उपरांत ही रूट विस्तार दिया जायेगा। केमू को हर सप्ताहके रूट चार्ट को वाहन नंबर सहित तीन दिन पहले आरटीओ कार्यालय में उपलब्ध कराना होगा। इसके बाद संबंधित वाहन न चलता पाए जाने पर वाहन मालिक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कान्टेक्ट कैरेज एक निश्चित स्थान से दूसरे निश्चित स्थान तक ही जायेंगे। रास्ते में सवारियां ढोते हुये पाये जाने पर उनके परमिट निरस्त किये जायेंगे। वाहनों में टेप, सीडी आदि बजाने पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण पावंदी लगा दी गयी है। बैठक में अपर आयुक्त राजीव साह, झीविप्रा के सचिव श्रीश कुमार, आरटीओ एसके सिंह, आरटीए सदस्य मनीष छावड़ा, एआरटीओ गुरदेव सिंह, एजीएम रोडवेज पवन मेहरा व विजय जोशी आदि उपस्थित रहे। </div>
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हल्द्वानी से वाया गौलापार टनकपुर को चलेंगी सात रोडवेज बसें</h3>
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नैनीताल। आरटीए की बैठक में रोडवेज को जो 53 नए परमिट दिए गए, उनके अनुसार हल्द्वानी से टनकपुर के लिए गौलापार, चोरगलिया के रास्ते रोडवेज की सात नई बसें चला करेंगी। अभी तक इस रूट पर प्राइवेट बसें ही चलती हैं। इनके अलावा रानीखेत से सिमलगांव नैनीताल होते हुए रुद्रपुर के लिए दो, रानीखेत से गनाई, हल्द्वानी होते हुए रुद्रपुर के लिए दो, भवाली नैनीताल चनौती को दो, भवाली नैनीताल घोड़ाखाल को एक, हल्द्वानी किच्छा टनकपुर को एक, काशीपुर रामनगर रुद्रपुर को दो, रामनगर टनकपुर को एक, लोहाघाट किच्छा टनकपुर हल्द्वानी को तीन, काशीपुर टनकपुर जसपुर को दो, जसपुर नैनीताल रुद्रपुर को दो, हल्द्वानी रुद्रपुर काशीपुर को एक, काशीपुर हल्द्वानी टनकपुर को एक, काशीपुर कालाढुंगी रामनगर नैनीताल को एक, टनकपुर हल्द्वानी को पांच, टनकपुर डीडीहाट को दो, टनकपुर झूलाघाट को दो, टनकपुर बागेश्वर को दो, टनकपुर नैनीताल एक, पिथौरागढ़ नैनीताल हल्द्वानी दो, पिथौरागढ़ टनकपुर काशीपुर चार, लोहाघाट देवीधूरा हल्द्वानी दो, टनकपुर काशीपुर तीन, लोहाघाट पंचेश्वर रुद्रपुर दो नए परमिटों को आज मंजूरी दी गई। जबकि प्राइवेट ऑपरेटरों के ५० इंटरसिटी बस परमिट एवं 98 परमिट ट्रांसफर के आवेदनों में से रक्तसंबंध वाले केवल आठ मामलों को ही बैठक में मंजूरी मिल पाई।</div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-86725278706070105522014-10-11T19:51:00.000-07:002014-10-11T19:51:58.706-07:00अल्मोड़ा में बनेगा नया विवि, हल्द्वानी-पिथौरागढ़ नये कैंपस<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<img height="310" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/12102014/12102014-md-dd-2/16954734.JPG" width="640" /></div>
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कुमाऊं विवि की कार्य परिषद में बनी सहमति अंतिम फैसला राज्य सरकार पर निर्भर 12 नए कालेज, 20 सांध्यकालीन कॉलेज, पांच निजी कॉलेजों एवं 17 नए पाठय़क्रमों को भी मिली मंजूरी</div>
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नैनीताल (एसएनबी)। निकट भविष्य में कुमाऊं विवि का अल्मोड़ा परिसर एक अलग स्वतंत्र-टीर्चस एजुकेशन यूनिवर्सिटी और हल्द्वानी व पिथौरागढ़ दो नए परिसर बन सकते हैं। कुमाऊं विवि की कार्य परिषद ने इन पर अपनी सहमति दे दी है। इनमें से हल्द्वानी परिसर कुमाऊं विवि का एवं पिथौरागढ़ परिसर अल्मोड़ा विवि का होगा। इसके साथ ही कार्य परिषद ने प्रो. रजनीश पांडे को कुमाऊं विवि का स्थायी तौर पर परीक्षा नियंत्रक पद पर नियुक्ति देने, कुमाऊं में 12 नए कॉलेज, 20 सांध्यकालीन कॉलेज, पांच निजी कॉलेजों एवं कॉलेजों में 17 नए पाठय़क्रमों को भी मंजूरी दे दी है। शनिवार को कुमाऊं विवि कार्य परिषद की बैठक विवि प्रशासनिक भवन में कुलपति प्रो. होशियार सिंह धामी की अध्यक्षता एवं उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवं केंद्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य सीरियक जोसफ एवं अन्य सदस्यों की उपस्थिति में आयोजित हुई। इस बैठक में प्रयोगशाला सहायकों के वेतन ग्रेड संबंधित लंबित मामले को भी स्वीकृति दे दी गई, साथ ही पॉल कॉलेज आफ टेक्नोलॉजी व पाल कॉलेज और नर्सिग, सूरजमल कॉलेज, देवस्थली विद्यापीठ, चाणक्य लॉ कॉलेज व नैंसी कान्वेंट की कुमाऊं विवि से संबद्धता का नवीनीकरण स्वीकृत कर दिया गया। साथ ही कॉलेजों में 17 नए पाठय़क्रमों, सरकार द्वारा खोले गए 12 नए कॉलेजों एवं 20 सांध्यकालीन कॉलेजों को भी स्वीकृति दे दी गई। वहीं सर्वप्रमुख अल्मोड़ा परिसर को नए विवि के रूप में स्वीकृति देते हुए कुलपति प्रो. धामी ने प्रस्ताव रखा कि इसे वर्मा आयोग की इच्छा के अनुरूप शिक्षकों के लिए शिक्षण की सुविधा युक्त विवि के रूप में स्थापित किया जाए। इस बैठक में कुविवि के रजिस्ट्रार दिनेश चंद्रा, डॉ. महेंद्र पाल, अचिंत्यवीर सिंह, प्रकाश पांडे, डॉ. एसडी शर्मा, डॉ. एलएस बिष्ट, जेसी बधानी, डॉ. पीके जोशी, डॉ. अमित जोशी और डॉ. बीडी दानी आदि सदस्य मौजूद रहे। </div>
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गरमाएगी कुमाऊं की राजनीति! </div>
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कुमाऊं विवि की कार्य परिषद ने हालांकि अल्मोड़ा परिसर को नया विवि एवं हल्द्वानी व पिथौरागढ़ कालेजों को नये परिसरों के रूप में स्थापित करने को अपनी स्वीकृति दे दी है, मगर फैसला राज्य सरकार को ही करना है, लिहाजा आगे इस मामले में कुमाऊं की राजनीति के गर्माने से इनकार नहीं किया जा सकता। गौरतलब है कि गत दिवस हरमिटेज परिसर में हुए कुमाऊं विवि के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची उच्च शिक्षा मंत्री ने इसी मामले में इशारा किया था कि ऐसे मामलों में कोई फैसला राजनीतिक तौर पर नहीं वरन अकादमिक आधार पर ही लिया जाएगा।</div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1052812193851920612.post-89765091054914225572014-09-26T21:08:00.000-07:002014-09-26T21:08:39.368-07:00जिम कोर्बेट की यादों से रूबरू होंगे सैलानी<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">
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<img height="559" src="http://rashtriyasahara.samaylive.com/epaperimages/2792014/2792014-md-dd-1/1638391.JPG" width="640" /></div>
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<b>विश्व पर्यटन दिवस पर जिम कोर्बेट लीगेसी ट्रेल यात्रा होगी आयोजित</b></div>
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नैनीताल (एसएनबी)। कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के प्रबंध निदेशक ने ‘जिम कोर्बेट लीगेसी ट्रेल’ की एक नई परिकल्पना पेश की है, जिसे 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस पर शुरू किया जा रहा है। इस परिकल्पना के तहत निगम सैलानियों को 950 रुपये में प्रतिदिन प्रसिद्ध अंग्रेज शिकारी जिम कोर्बेट के जन्म स्थान नैनीताल और छोटी हल्द्वानी-कालाढुंगी के बीच उनकी यादों से जुड़े स्थानों की यात्रा कराई जाएगी। निर्धारित शुल्क में ही यात्रियों का आवागमन, विशेषज्ञ गाइड की सुविधा, दिन का भोजन, शाम का नास्ता और संबंधित दर्शनीय स्थलों के प्रवेश शुल्क व अन्य कर आदि शामिल होंगे। निगम के मंडलीय प्रबंधक पर्यटन डीके शर्मा ने बताया कि यात्रा की शुरुआत 27 सितम्बर को सुबह नौ बजे जिम कोर्बेट के प्रयासों से बने मल्लीताल स्थित बैंड स्टैंड से होगी। यहां से यात्रियों को स्विस होटल, कोर्बेट के घर गर्नी हाउस, कोर्बेट द्वारा नैनीताल से कालाढुंगी आने-जाने के लिए प्रयुक्त पैदल रास्ते-पोनी ट्रेल, घटगढ़, अरुंडेल, बौड़ नहर, काब्रेट का फार्म यार्ड व छोटी हल्द्वानी कालाढुंगी स्थित कोर्बेट संग्रहालय, कोर्बेट का मोती हाउस, छोटी हल्द्वानी के बाहर की बाउंड्री वाल, चौपाल व कोर्बेट की सिंगल बैरल की मजल लोडर बंदूक और कोर्बेट फॉल आदि के दर्शन भी कराए जाएंगे।</div>
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डॉ. नवीन जोशी http://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.com0