शुक्रवार, 26 सितंबर 2014

जिम कोर्बेट की यादों से रूबरू होंगे सैलानी

विश्व पर्यटन दिवस पर जिम कोर्बेट लीगेसी ट्रेल यात्रा होगी आयोजित
नैनीताल (एसएनबी)। कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के प्रबंध निदेशक ने ‘जिम कोर्बेट लीगेसी ट्रेल’ की एक नई परिकल्पना पेश की है, जिसे 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस पर शुरू किया जा रहा है। इस परिकल्पना के तहत निगम सैलानियों को 950 रुपये में प्रतिदिन प्रसिद्ध अंग्रेज शिकारी जिम कोर्बेट के जन्म स्थान नैनीताल और छोटी हल्द्वानी-कालाढुंगी के बीच उनकी यादों से जुड़े स्थानों की यात्रा कराई जाएगी। निर्धारित शुल्क में ही यात्रियों का आवागमन, विशेषज्ञ गाइड की सुविधा, दिन का भोजन, शाम का नास्ता और संबंधित दर्शनीय स्थलों के प्रवेश शुल्क व अन्य कर आदि शामिल होंगे। निगम के मंडलीय प्रबंधक पर्यटन डीके शर्मा ने बताया कि यात्रा की शुरुआत 27 सितम्बर को सुबह नौ बजे जिम कोर्बेट के प्रयासों से बने मल्लीताल स्थित बैंड स्टैंड से होगी। यहां से यात्रियों को स्विस होटल, कोर्बेट के घर गर्नी हाउस, कोर्बेट द्वारा नैनीताल से कालाढुंगी आने-जाने के लिए प्रयुक्त पैदल रास्ते-पोनी ट्रेल, घटगढ़, अरुंडेल, बौड़ नहर, काब्रेट का फार्म यार्ड व छोटी हल्द्वानी कालाढुंगी स्थित कोर्बेट संग्रहालय, कोर्बेट का मोती हाउस, छोटी हल्द्वानी के बाहर की बाउंड्री वाल, चौपाल व कोर्बेट की सिंगल बैरल की मजल लोडर बंदूक और कोर्बेट फॉल आदि के दर्शन भी कराए जाएंगे।

गुरुवार, 25 सितंबर 2014

आज ही निपटा लें बैंक और दफ्तरों के काम, आगे हफ्ते भर रहेगा आराम


-इस माह के आखिर से अगले पूरे दिन बैंकों में काम न होने की संभावना
नवीन जोशी, नैनीताल। श्राद्ध पक्ष में खरीददारी और बैंकिंग कार्यों से दूर रहने के बाद यदि आप अब अपने ऐसे कार्य अगले सप्ताह निपटाने और नवरात्रि से दिवाली तक के ‘फेस्टिव सीजन’ की शुरुआत करने योजना बनाए हुए हैं, तो संभल जाइए। जान लीजिए कि अगले करीब-करीब पूरे सप्ताह बैंकों में कार्य नहीं होने वाला है। वरन बैंकों के कार्य प्रभावित होने की शुरुआत इसी सप्ताहांत से हो जाएगी। ऐसे में कोशिष करें कि कुछ कार्य आज ही यानी शुक्रवार को और शेष अगले सोमवार को ही निपटा लें।
हालांकि इस बीच बैंकों की कोई हड़ताल जैसे हालात भी नहीं हैं, लेकिन इस शनिवार यानी 27 सितंबर से अगले सप्ताह तक बैंकों में छुट्टियों की झड़ी लगने जा रही है। 27 को सप्ताहांत पर आधे दिन का बैंक होगा, जबकि 28 को रविवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी। आगे सोमवार को बैंक खुलेंगे तो इस बार 30 सितंबर और एक अक्टूबर को दो दिन बैंकों की अर्ध वार्षिक बंदी के कारण बैंक तो खुलेंगे पर उनमें सामान्य वित्तीय लेनदेन का कामकाज नहीं होगा। इस दौरान बैंक कर्मचारी आतंरिक लेखा-जोखा में व्यस्त रहेंगे। इसके बाद दो अक्टूबर को गांधी जयंती और तीन को दशहरा की छुट्टी होगी। चार अक्टूबर को शनिवार के चलते आधे दि नही आंशिक काम होगा और अगले दिन पांच अक्टूबर को रविवार की छुट्टी होगी, उल्लेखनीय है कि रविवार को बकरीद भी है, लिहाजा इसके बदले बैंकों में छह अक्टूबर को भी छुट्टी होने की बात कही जा रही है। इस तरह लगातार सप्ताह भर से अधिक अवधि तक बैंक बंद रहेंगे। बताया गया है कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स भी इससे चिंतित है। संस्था के अध्यक्ष बीसी. भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने इसे बारे में देश भर के व्यापारियों को सर्कुलर जारी कर 29 सितंबर तक सभी जरूरी बैंकिंग लेन-देन कर लेने और पर्याप्त स्टॉक रख लेनेे की सलाह दी है। नगर के तल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष मारुति नंदन साह ने कहा कि बीते तीन माह बरसात, चार्तुमास और श्राद्ध आदि के कारण शादी, व्याह, धार्मिक आयोजन खनन तथा अन्य खरीददारी की व्यापारिक गतिविधियां ठप रही है। इधर भी पहले ही कलक्ट्रेट व शिक्षा सहित अनेक सरकारी विभागों में कर्मचारी हड़ताल पर हैं। अब तीन माह के बाद धार्मिक आयोजन, शादी-व्याह, खनन तथा अन्य व्यापारिक क्रियाकलाप प्रारंभ होने से व्यापारी कुछ आशान्वित हुए थे, लेकिन लंबी छुट्टियांे से कामकाज के और बुरी तरह प्रभावित होने की उम्मीद है। कोशिष करेंगे कि बीच के दिनों में ही कुछ वित्तीय काम-काज निपटा लिया जाए।

नैनीताल के पैक होने की उम्मीद

नैनीताल। अगले पूरे सप्ताह लंबी छुट्टियों से जहां व्यापारी व आम जन प्रभावित होंगे, वहीं सरोवरनगरी के पर्यटन के लिहाज से पैक होने की उम्मीद है। नगर में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान की वजह से पहले ही कई प्रमुख होटल इस बीच बंद चल रहे हैं, और अपनी बुकिंग नहीं ले रहे हैं, इस कारण बड़े व अच्छे होटलों में खासकर दो अक्टूबर से लेकर अगले चार दिन की बुकिंग नहीं मिल पा रही हैं। इन होटलों के सभी कमरे अभी से पैक हो गए बताए गए हैं।

सोमवार, 22 सितंबर 2014

उत्तराखंड की नौकरशाही का भगवान ही मालिक : किशोर उपाध्याय

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा, अमित शाह नहीं संभाल सकते पूरा देश
कहा, गुजरात के तड़ीपार हैं अमित शाह गैरसैंण में राज्य की राजधानी बनाने का किया समर्थन, राज्य सरकार से वहां पार्टी कार्यालय के लिए जमीन भी मांगी
नैनीताल (एसएनबी)। अपनी ताजपोशी के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय का पहली बार सरोवरनगरी आगमन अनेक विवादों को जन्म दे सकता है। यहां उन्होंने जहां कई विवादास्पद टिप्पणियां कीं। वहीं उनके स्वागत में जिस तरह बाहर से आये कार्यकर्ताओं ने अपने नाम के होर्डिग लेकर मुंह दिखाई का प्रदर्शन किया, वह भी अभूतपूर्व रहा। 
नैनीताल क्लब में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक के उपरांत मीडियाकर्मियों से बातचीत में उपाध्याय ने पहली टिप्पणी प्रदेश की नौकरशाही को लेकर की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की नौकरशाही का भगवान ही मालिक है। राज्य इन अधिक पढ़-लिखकर आ गए लोगों के लिए नहीं बना है। उन्होंने प्रदेश के सीएम से इन पर लगाम लगाने के लिए कहा। राज्य की राजधानी के मसले पर किशोर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी गैरसैंण को उत्तराखंड की राजधानी बनाने के पक्ष में है। पार्टी ने राज्य सरकार से गैरसैंण में अपने प्रदेश मुख्यालय के लिए जमीन दिलाने का आवेदन भी कर दिया है। केदारनाथ में राज्य सरकार द्वारा गौरीकुंड तक सड़क तैयार कर लिए जाने व सब कुछ बेहतर होने का दावा करते हुए किशोर ने 2013 की केदारनाथ आपदा से पूरे प्रदेश को प्रभावित बताने के लिए मीडिया को दोषी ठहराया। उनके शब्द थे, ‘इलेक्ट्रानिक व प्रिंट मीडिया ने केदारनाथ की आपदा को इस तरह दिखाया कि पूरे प्रदेश का पर्यटन प्रभावित हो गया, जबकि आपदा केवल सीमित क्षेत्र में आयी थी।’ पत्रकारों द्वारा यह याद दिलाने पर कि तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने यात्रियों-सैलानियों से प्रदेश में न आने का बयान दिया था, किशोर बगलें झांकते नजर आए। बमुश्किल बोले, यदि ऐसा था तो गलत था। सत्तापक्ष के विधायकों द्वारा राज्य सरकार की खिंचाई किये जाने के प्रश्न पर किशोर ने कहा कि अपने हितों को जनता के हितों का नाम देकर पेश करना गलत है। सदन में मर्यादित तरीके से ही अपनी बात उठाई जानी चाहिए। उन्होंने एक बार फिर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को लेकर अपनी टिप्पणी दोहराई। कहा, ‘अमित शाह अपने प्रदेश गुजरात से बाहर किए गए ‘तड़ीपार’ हैं। ऐसा व्यक्ति देश को कैसे संभाल सकता है। संभवतया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोई मजबूरी है, जो वह शाह को नजरअंदाज नहीं कर पा रहे हैं।’

सीएम को स्वस्थ होने के लिए दिया जाना चाहिए समय

नैनीताल। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय राज्य में अवरुद्ध विकास कायरे के लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहराते रहे, लेकिन जब वह प्रदेश सरकार के कायरे के सवालों पर घिरे तो बोले, ‘मुख्यमंत्री हरीश रावत घायल हैं, उन्हें स्वस्थ होने का समय दिया जाना चाहिए। हम सभी देवभूमि के वासी हैं, हमें ऐसे संवेदनशील मामलों में बड़ा दिल रखना चाहिए।’

मंगलवार, 2 सितंबर 2014

प्राकृत पर्वताकार रूप में प्रकटीं मां नंदा-सुनंदा


‘जै भगौति नंदा’ के जयकारों से गूंजी सरोवरनगरी सुबह से लेकर तीसरे प्रहर तक होता रहा भजन-कीर्तन एक लाख के करीब श्रद्धालुओं ने नवाए शीश
नैनीताल (एसएनबी)। ‘जै मां जै, जै भगौती नंदा, जै मां ऊंचा कैलाश की’ के जयकारों से सरोवरनगरी मंगलवार को पूरे दिन गुंजायमान रही। सरोवरनगरी नैनीताल एवं आसपास के गांवों के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मां नंदा-सुनंदा के दर्शन किये। लोगों में अटूट आस्था व श्रद्धा बरसाने वाली मां नंदा-सुनंदा पवित्र कदली वृक्षों से ‘प्राकृत पर्वताकार रूप में’ मंगलवार को सुबह ब्रह्म मूहूर्त में जैसे ही प्रकट हुईं, श्रद्धालुओं के जैकारे से आसमान गूंज गया। फिर तो पूरे दिन के लिए मां के सच्चे दरबार में जैसे भक्तों का रेला उमड़ आया, सुबह से लेकर तीसरे पहर तक भजन-कीर्तन होते रहे और जयकारे लगते रहे। 
मंगलवार सुबह तड़के ब्रrा मूहूर्त में साढ़े तीन बजे से मां नंदा व सुनंदा की कदली वृक्ष से बनाई गई मूर्तियों को मां नयना देवी मंदिर परिसर में बनाए गए पारंपरिक दरबार में रखा गया और प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया शुरू हुई। चंदवंशीय राजाओं की काशीपुर शाखा के राजपुरोहित पं. दामोदर जोशी एवं पं. जगदीश लोहनी ने आयोजक संस्था श्रीराम सेवक सभा के अध्यक्ष मुकेश जोशी के सपत्नीक यजमानत्व में यह विशेष पूजा-अर्चना आयोजित करवाई। इससे पूर्व रात्रि डेढ़-दो बजे से ही श्रद्धालु मंदिर में जम गए थे। आखिर लगभग दो घंटे के लंबे इंतजार के बाद मां के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये। कुमाऊं के दूर दराज अंचलों से आए छोलिया नर्तक और लोक कलाकार के नैनीताल को संस्कृति की नगरी बना रहे हैं। वहीं मल्लीताल फ्लैट मैदान हाट बाजार और मेले के रूप में नजर आ रहा है, यहां ऊंचे-ऊंचे झूले लगे हुए हैं और उल्लासपूर्ण माहौल बन गया है। हर ओर मां नंदा महोत्सव के साथ धर्म और संस्कृति का उल्लास छाया हुआ है। श्रद्धालुओं के हुजूम नजर आ रहे हैं। आज पहले दिन लगभग एक लाख श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। बाहर नौकरी-व्यवसाय करने वाले अनेक लोग भी घर लौट आए हैं। मेला लोगों-महिलाओं को मिलने का मौका भी उपलब्ध करा रहा है।


बलि परम्परा को लेकर रहा तनाव

नैनीताल (एसएनबी)। नंदा देवी महोत्सव में बलि की परम्परा पर प्रशासन के रवैये से शहर में तनावपूर्ण स्थिति रही। पुलिस ने बकरों को शहर में ही प्रवेश नहीं करने दिया। इससे श्रद्धालुओं में प्रशासन के प्रति बेहद आक्रोश रहा। हिंदूवादी संगठनों में पुलिस के घेरे को तोड़कर प्रथा को जारी रखने की करीब चार बार कोशिश की। दो बार प्रशासन के रवैये के विरोध में नयना देवी मंदिर के गेट भी बंद कर दिए गए। हिंदूवादी संगठनों ने पहले तड़के तथा फिर नौ बजे मंदिर परिसर में बलि प्रथा का जारी रखने की कोशिश की। नौ बजे कार्यकर्ता मेला क्षेत्र के बीच से एक बकरे को दौड़ाकर मंदिर की ओर बढ़े। गुरुद्वारे के पास पुलिस ने उन्हें रोक दिया और विरोध करने पर मारपीट की गई। इससे आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने मंदिर का गेट बंद कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर पुलिस कर्मियों व एसओजी के सादी वर्दी में तैनात पुलिस कर्मियों ने दो युवकों को कोतवाली पहुंचा दिया, हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।