गुरुवार, 6 अक्तूबर 2011

खंडूड़ी के सिर सजी नरेंद्र मोदी की ‘ठुकराई’ टोपी


अपनी ससुराल नैनीताल से दिया सर्वधर्म समभाव का संदेश, गए मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा
नैनीताल (एसएनबी)। मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी बृहस्पतिवार को अपनी ससुराल नैनीताल में थे। यहां उन्होंने पाषाण देवी के साथ ही यहां चल रहे दुर्गा महोत्सव और नयना देवी मंदिर में भी शीश नवाया। गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा में भी अरदास की और जामा मस्जिद में भी सजदा किया। उन्होंने मस्जिद में प्रवेश करते ही मुस्लिमों की टोपी पहनी, जिसे न पहनने के कारण गत दिनों उनकी ही पार्टी के नरेंद्र मोदी विवादों में आ गये थे। नैनीताल में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी अरुणा खंडूड़ी का बचपन बीता। उनके पिता यहां मल्लीताल कोतवाली में कोतवाल रहे तथा भाई वन विभाग में वन संरक्षक पद पर रहे। खंडूड़ी दंपति की यहां की पाषाण देवी पर अगाध आस्था है। दोनों गाहे-बगाहे तथा खासकर नवरात्रों में यहां आते रहते हैं। मुख्यमंत्री तो वहां से करीब 35 मिनट बाद लौट आये, लेकिन उनकी पत्नी करीब तीन घंटे मंदिर में रहीं और दुर्गा सप्तशती व दुर्गा कवच का पाठ किया। इसके पश्चात पहले मुख्यमंत्री तथा बाद में उनकी पत्नी ने अलग-अलग नयना देवी मंदिर में दर्शन किये। अधिकारियों की बैठक व कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बावजूद मुख्यमंत्री ने अपने दौरे को व्यक्तिगत दौरा बताया। गुरुद्वारा में उन्हें गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा पदाधिकारियों ने कृपाण व सरोपा भेंट किया, जबकि मस्जिद में प्रवेश करते ही शहर इमाम व सेक्रेट्री आदि ने उन्हें मुस्लिम धर्म की परंपरागत टोपी पहनाई, जिसे उन्हें सामान्य तरीके से पहना, साथ ही अपनी ओर से मस्जिद एवं मुस्लिम धर्मावलंबियों के लिए हरसंभव मदद की पेशकश भी की। इसी बीच उन्हें बौद्ध समुदाय के लोगों ने सफेद खाता नामक वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया, साथ ही दुर्गा महोत्सव आयोजन समिति के लोगों ने गुलाल लगाकर मुख्यमंत्री का अभिषेक किया।

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